डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 61 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 61

अब आगे,

जब आराध्या ने अर्जुन के बाए हाथ पर एक छोटी सी ट्रे रख कर उस के ऊपर उस का ही वेजिटेबल सूप का बाउल रखा तो अब अर्जुन उस को ही देख कम घूर ज्यादा रहा था..!

वही आराध्या इस बात से अनजान कि अर्जुन उस को देख रहा था वो तो अब उस को सूप को पिलाने के लिए स्पून उठा कर उस ही सूप के बाउल में डाल दिया..!

और उस वेजिटेबल सूप को उस स्पून से हिलाते हुए अब स्पून को उस वेजिटेबल सूप से निकल कर उस स्पून को थोड़ा सा ऊपर करा तो अर्जुन ने अपना मुंह खोल दिया..!

क्योंकि उस को लगा कि अब आराध्या उस को उस का वेजिटेबल सूप पिलाने वाली है मगर जब उस ने आराध्या को देखा तो उस की आंखे बड़ी हो गई क्योंकि आराध्या उस को उस का वेजिटेबल सूप पिलाने की बजाए खुद ही उस का वेजिटेबल सूप पी रही थी..! 

और अर्जुन का वेजिटेबल सूप पीने के बाद उस स्पून को उन दोनो के सामने रखी शीशे की टेबल पर रखने वाली थी कि अब अर्जुन ने अपनी कड़क आवाज में अराध्या से पूछा, "ये क्या कर रही हो तुम..?" 

अर्जुन की कड़क आवाज सुन कर, एक मिनट के लिए अराध्या डर ही गई थी मगर उस ने अपने आप को शांत कर लिया और अब अर्जुन को देखने लगी जैसे उस से पूछ रही हो कि मैंने करा किया..! 

अराध्या को अपने ओर देखते हुए अब अर्जुन से उस से दुबारा पूछा, "मैने तुम्हे मुझे मेरा वेजिटेबल सूप पिलाने के लिए कहा था और मुझे पिलाने की बजाए खुद ही पी रही हो जब कि तुम्हे तो ये वेजिटेबल सूप पीना बिलकुल भी पसंद नही है..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या को समझ में आया कि आखिर अर्जुन ने उस से ये क्यू पूछा था कि वो क्या कर रही हैं तो अब आराध्या ने अर्जुन से कहा, "अरे, मै आप का ये वेजिटेबल सूप पी नही रही थी..!" 

अराध्या अपनी बात पूरी करती उस से पहले ही अर्जुन ने बीच में बोलते हुए उस से कहा, "तो फिर..!" 

अर्जुन को ऐसे बीच में बोलता देख कर अराध्या अब उस को लगभग घूरते हुए बोली, "पहले मुझे मेरी बात पूरी करने देंगे..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने उस से कुछ नही कहा तो फिर आराध्या ने एक गहरी सांस ली और फिर उस ने अपनी बात पूरी करते हुए अर्जुन से कहा, "मै आप का ये वेजिटेबल सूप नही पी रही थी बल्कि मै टेस्ट करके देख रही थी कि कही ज्यादा गरम तो नही है नही तो फिर आप का मुंह जल जाता ना..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अर्जुन उस को हैरानी से देख रहा था क्योंकि इतनी फिकर शायद ही उस की मां के बाद किसी ने उस के लिए करी थी..!

और साथ में खुश भी ही रहा था मगर अपनी खुशी न दिखाते हुए अब अर्जुन ने उस से पूछा, "अच्छा, कैसा लगा तुम्हे ये वेजिटेबल सूप..?" 

अर्जुन के बात सुन कर, अराध्या ने अपना मुंह बनाते हुए उसे से कहा, "टेस्ट तो ठीक ही है और ज्यादा गरम भी नही है अब आप इस को पी सकते है..!" 

अराध्या की बात सुन कर और उस का चेहरा देख कर अब अर्जुन ने अराध्या से पूछा, "जब टेस्ट ठीक है तो तुम ये ऐसे अजीब से चेहरे क्यू बना रही हो..?" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने अपना सिर नीचे करते हुए उस से कहा, "वो इसलिए क्योंकि मुझे आप का ये वेजिटेबल सूप बिलकुल भी पसंद नही है..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने अपने मन में कहा, "इस लड़की का कुछ नही हो सकता..!" 

और साथ में अब आराध्या से कहा, "अच्छा ठीक है अब मुझे मेरा वेजिटेबल सूप तो पिला दो फिर मुझे मेरे ऑफिस भी तो जाना है..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब अराध्या की आंखो में चमक आ गई पर फिर जब उस ने अपने कपड़े यानी अर्जुन की व्हाइट शर्ट को देखा तो उस का चेहरा उतर सा गया..!

और अब उस ने अपना स्पून साइड में रख कर अर्जुन को उस का वेजिटेबल सूप पिलाने के लिए दूसरा स्पून उठा लिया..! 

वही अर्जुन, अराध्या के चेहरे पर से बदलते भाव को देखते हुए समझ ही गया था कि आखिर आराध्या सोच क्या रही होगी और इसी वजह से उस के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ चुकी थी..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।