आकाश ने जैसे ही ताहिरी के साथ अपना नंबर एक्सचेंज किया ताहिरी ने आकाश से कहा, " देखो बहुत देर हो चुकी है अब मैं तुम से बात भी बहुत देर से कर रही हूं इसलिए अब मैं थक गई हूं और आराम करना चाहती हूं।"
आकाश ने भी ताहिरी से कहा, " ठीक है हम लोग बहुत देर से बात कर रहे हैं यह तुमने सही कहा। तुम भी अब आराम करो मैं भी अब आराम करूंगा।"
ताहिरी ने आकाश की बात पे हा में अपना सिर हिला दिया।
उसकी बात सुन ने के बाद ताहिरी ने नेक पिलो लिया और उस को लेकर सो गई।
आकाश भी अपने कानों में इयर फोन लगा कर गाने सुनने लग गया।
कुछ देर बाद,
ऐसे ही लगभग 4 घंटे बीत गए।
ताहिरी अभी भी सोई हुई थी और आकाश भी कानों में इयर फोन्स लगा कर गाने सुनते हुए कब सो गया था उसे भी नहीं पता था।
उन दोनों की आंख यह अनाउंसमेंट से खुली।
एक अनाउंसमेंट होने लगा। अनाउंसमेंट में कहां जा रहा था, " ladies and gentleman we are going to land in the न्यू यॉर्क international airport within the next 30 minutes.. Please be ready for landing..."
जैसे ही ताहिरी ने यह अनाउंसमेंट सुनी उसकी नींद खुल गई।
उस के बगल में आकाश जो सो रहा था उस को भी उसने आवाज देकर उठा दिया।
30 मिनिट बाद,
Plane New York international airport पर land ho chuka tha...
प्लेन के लैंड होते ही आकाश अपने बॉडीगार्ड्स के साथ apna saman lekar aur ताहिरी ko FIR milenge bolkar apni gadi mein baith kar चला गया। माया अभी भी अपने सामान को लेकर एयरपोर्ट के bahar ek कैब ka wait kar rahi thi...
कुछ देर बाद Tahiri को एक कैब भी मिल गई।
ताहिरी ने सोचा कि अ भी क्योंकि रात हो गई थी इसीलिए वह अभी अगर हॉस्टल जाएगी भी तो भी कोई फायदा नहीं होगा। इसीलिए उसने एक होटल में कैब को ले जाने के लिए कहा।
जैसे ही ताहिरी होटल पहुंची उसने देखा होटल में लिखा था बड़े-बड़े अक्षरों में होटल मूनलाइट लिखा था। होटल मूनलाइट पूरे न्यू यॉर्क का बहुत मशहूर और फेमस होटल था। इस होटल में बहुत सारे लोग जो न्यू यॉर्क घूमने आते थे या फिर किसी काम से आते थे इस होटल में आना बहुत ज्यादा पसंद करते थे। ऐसे होने की दी वजह थी। पहले वजह इस होटल में पैसे जितने भी हो आप को अपने पैसे के मुताबिक कमरा मिलेगा और उसके अकॉर्डिंग सर्विसिंग भी।
और दूसरी वजह यह थी इस होटल में सिक्योरिटी बहुत अच्छा था और सभी स्टाफ के बिहेवियर भी। होटल मूनलाइट मल्होत्रा इंडस्ट्रीज के अंदर में आता था। Malhotra industries matlab aayan ke कंपनी में आता था।
आयान मल्होत्रा the बिजनेस टाइकून दुनिया का जाना माना बिजनेस मैन था। मल्होत्रा इडस्ट्रीज दुनिया के टॉप 10 बिजनेस कंपनी में से एक था। Lekin Malhotra industries ke president yani Ayan Malhotra ke bare mein yah baat bahut hi kaumi logon Ko pata thi ki d business tycoon ayan Malhotra hi Underworld ka Jana Mana Mafia The king tha जिसके नाम से ही सभी कापते थे और मौत का दूसरा रूप कहते थे।
इन सभी बातों से अनजान कैब ड्राइवर ने ताहिरी को मूनलाइट होटल में पहुंचा दिया था। ऐसा नहीं था कि ताहिरी को पता था मूनलाइट होटल के बारे में।
ताहिरी ne sirf cab driver se itna kaha tha कि उस को किसी ऐसे होटल में ले जाए जो अच्छा भी हो और बजट फ्रेंडली भी हो। इसीलिए कैब ड्राइवर ने ताहिरी को इस होटल में लाया था।
ताहिरी ने अपना सामान लेकर होटल की रिसेप्शन की तरफ बढ़ गई। ताहिरी के पास सिर्फ एक सूटकेस और पीठ में एक बैग liya hua tha... ताहिरी रिसेप्शन में जाकर अपने लिए एक रूम बुक किया एक दिन के लए।
रूम बुक करने के बाद उसने सीधा वहां की चाबी ली और लिफ्ट से सीधा 4th फ्लोर में चली गई।
ताहिरी जैसे ही रूम में पहुंची usne turant apni saman ko theek Kiya aur fresh hokar ek night gown pahan ke sidha sone ke liye Chali gai...
9 घंटे की जर्नी की वजह से उसने बिना कुछ खाए सीधा नींद के आगोश में चली गई।
दूसरी तरफ,
Ek bade se villa में,
एक ब्लैक कलर की गाड़ी पार्क हुई और उस गाड़ी के रुकते ही वहां से आकाश बाहर निकला। आकाश के पीछे-पीछे दो और गाड़ी से kuchh aur bodyguard भी निकले।
बॉडीगार्ड ने आकाश को घेर कर विला के अंदर ल गए। आकाश जैसे ही विला के अंदर पहुंचा उस ने देखा की उस के पास एक सर्वेंट चल कर आया।
उस सर्वेंट को देखकर आकाश ने कहा, "मार्क्स तुम मेरा Sara saman lakar mere room mein rakh do aur bhaiya kahan per hai?"
मार्क्स ने बोला आकाश से, "बड़े साहब तो ऊपर अपने कमरे में है और आपके ही आने का इंतजार कर रहे थे। वैसे छोटे साहब एक बात बोलूं बड़े साहब आपके ऐसे इंडिया चले जाने से बहुत गुस्से में थे।"
आकाश ने कहा, "मैं क्या करूं मुझे इंडिया घूमने का बहुत ज्यादा शौक था और जब मैं करीब जब 8 साल का था तभी मुझे मम्मी ने और भाई ने New York ले आए। और आप 15 साल बीत चुके हैं लेकिन मैं अब जाकर इंडिया घूम कर आया हूं। मुझे अपने देश को जानने का शौक था इसीलिए गया था। भाई को और मा को बिना बोले इसीलिए गया था क्योंकि वह कभी भी मुझे वहां जाने की परमिशन नहीं देते थे। पापा से भी मुझे मिलने नहीं देते थे। ऐसा क्यों?"
आकाश ने अपनी बात की थी की तभी पीछे से किसी की गहरी आवाज उसके कानोंमें परी।
उस शख्स ने कहा, " नहीं तुम मुझे और मां को बिना बोले कहीं भी नहीं जा सकते। इंडिया तो बिल्कुल भी नहीं और रही उस धोखे बाज इंसान से मिलने की तो तुम भूल जाओ।"
आकाश ने जैसे ही वह गहरी आवाज सुना उस ने उस शख्स की तरफ देखते हुए कहा, " Bhaiya मैं क्यों इंडिया नहीं जा सकता? आप और मम्मी मुझे कभी भी इंडिया नहीं जाने देती और ना ही पापा से बात करने देते हो। उन्होंने ऐसा क्या धोखा किया है आप लोगों के साथ? 15 साल से हम इस अनजान शहर में है अपने ही देश में नहीं जा सकता खुद के पापा से नहीं मिल सकता ऐसा क्यों? इस बार तो मैंने सोचा था कि में पापा से मिल लूंगा लेकिन आपने मुझे इतनी अर्जेंटली में बुला लिया कि मैं उनसे मिलना तो दूर दिल्ली जा भी नहीं पाया।"
आकाश के बड़े भाई ने अपनी गहरी आवाज में बोला, " मैंने तुम्हें इसीलिए ही बुला लिया जिससे तुम उस धोखेबाज इंसान से मिल ना सको समझे?"
आकाश ने यह बात सुन कर अपनी आवाज तेज करते हुए अपने बड़े भाई से पूछा, "आप हर बार हमारे पापा को धोखेबाज क्यों कहते रहते हो?"
आकाश के बड़े bhaiya ने आकाश के ऊपर चिल्लाते हुए कहा, "तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझ से ऐसी बात करने कि?"
क्या होगा अब आगे?
आकाश के बड़े भैया कौन थे?
आखिर आकाश के बड़े भाई उनके पिता को धोखेबाज क्यों कह रहा था?
ऐसी कौन सी धोखेबाजी की थी आकाश के पिता ने उसके मा और बड़े भाई के साथ?
ताहिरी का न्यू यॉर्क में वक्त कैसा गुजरने वाला था?
इन सभी सवालों के जवाब को जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी इस कहानी को।
To be continued...