अब आगे,
वही दूसरी तरफ, अर्जुन के विला में, अर्जुन का कमरा,
अब तक क्लोरोफॉर्म का असर खतम होने से आराध्या को होश आने लगा था, साथ में जब आराध्या को होश आ गया तो उस को अपने सर मे दर्द महसूस होने लगा..!
अपने सर मे दर्द को महसूस कर आराध्या अब अपना सिर पकड़ कर बेड पर बैठने लगने लगी और जब अपनी आंखे खोल कर देखा तो हैरान ही रह गई क्योंकि वो अब अपने आप को किसी अनजान जगह पर देख कर घबरा गई..!
अब आराध्या को समझ नही आ रहा था कि आखिर वो कहा पर है और यहां केसे आ गई है तभी उस को याद आया कि उस बुक स्टोर वाले रास्ते पर उस के साथ किया हुआ था..!
अब आराध्या वो सब याद कर घबराते हुए खुद मे ही बड़बड़ाने लगी, "मै कहा हु, ये किस का कमरा है और वो शक्श कौन था...?"
आराध्या ने अपनी बात कही ही थी तभी अर्जुन जो की उसी कमरे की बालकनी में खड़ा होकर अपने फोन पर किसी से बात कर रहा था वो बालकनी से अपने कमरे में वापस आ गया..!
अर्जुन जब अपने कमरे में आया तब उस ने देखा कि आराध्या को अब तक होश आ चुका है, तो अब अर्जुन ने अपने कदम अपने किंग साइज बेड की तरफ बढ़ा दिए..!
वही आराध्या जो पहले से ही अपनी सोच मे कही घूम थी उस के कानो में किसी के कदमों की आवाज सुनाई पड़ी और जब आराध्या ने अपनी गर्दन घुमा कर बालकनी की तरफ देखा तो उस को वहा अर्जुन खड़ा दिखाई दिया और जो उस की ही तरफ आ रहा था..!
वही अर्जुन को पहली बार अपने होशो आवास में देख कर आराध्या को डर लग रहा था क्योंकि कहा हमारा अर्जुन लंबा चौड़ा हैंडसम पर्सनेलिटी वाला आदमी और कहा हमारी नाजुक सी खूबसूरत कली आराध्या और साथ में हमारी आराध्या अभी किसी अनजान जगह पर अनजान शख्स को देख डर रही थी..!
वही जब अर्जुन ने जब आराध्या को देखा तो वो अपने किंग साइज बेड के पास जाकर खड़ा हो गया और आराध्या को देखते हुए उस से कहने लगा, "तो मिस आराध्या, तुम्हे होश आ ही गया...!"
अर्जुन अभी आराध्या के लिए एक अनजान शख्स के अलावा कुछ नही था क्योंकि नशे में उस ने क्या किया था उस को कुछ याद ही नहीं था इसी वजह से जब आराध्या ने जब सुना कि अर्जुन ने अपने मुंह से उस का नाम लिया है तो..!
वो हैरान ही रह गई और उस ने लगभग हकलाते हुए अर्जुन से पूछा, "अ..आ..आप..को..मेरा ना..नाम केसे पता है...?"
आराध्या को ऐसे हकलाता देख कर अर्जुन उस के मासूम से चेहरे को देखने लगा और आराध्या की बात का जबाव देते हुए उस से कहा, "तुम ने ही तो खुद से बताया था मुझे अपना नाम, इतनी जल्दी भूल गई क्या...?"
अर्जुन ये बात अच्छे से जानता था कि जब वो, आराध्या से मिला था तो वो अपने पूरे नशे में थी पर फिर भी वो, अर्जुन को पसंद आ चुकी थी और इसलिए ही अब अर्जुन, आराध्या को अपने साथ रखने के लिए अपने विला लेकर आ गया था...!
आराध्या ने जब सुना कि उस ने खुद ही इस शक्श यानी अर्जुन को अपना नाम बताया है तो उस को अर्जुन की बात पर विश्वास नहीं हो रहा था क्योंकि उस के मुताबिक तो आराध्या ने अर्जुन को आज पहली बार देखा है..!
अब आराध्या ने अर्जुन से कहा, "नही, आप झूठ बोल रहे हो, मैने कभी नही बताया आप को अपना नाम...!"
आराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन उस की तरफ बढ़ने लगा तो आराध्या अर्जुन के किंग साइज बेड से उतर खड़ी हो गईं और अब आराध्या ने अर्जुन से डरते हुए कहने लगी, "मेरे पास मत आना....!"
आराध्या की बात सुन कर, अर्जुन स्माइल कर रहा था और जिसे देख कर आराध्या ने अर्जुन से पूछा, "आप हंस क्यों रहे हो...?"
आराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन ने उस से कहा, "मैने तुम से कोई झूट नही बोला है और "अर्जुन सिंह शेखावत" ने न आज तक कभी झूठ बोला है और न ही कभी बोलेगा और रही बात तुम्हारी तो तुम ने मुझे उस पार्टी ने खुद से अपना नाम भी बताया था और मुझे...!
अब अर्जुन ने अपनी बात आधी ही छोड़ दी और वही अर्जुन की बात सुन कर अब आराध्या ने उस से पूछा, "और मुझे क्या, अपनी बात को पूरा करो...!"
आराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन आराध्या की तरफ बढ़ने लगा और वही आराध्या अपने एक एक कदम पीछे की और ले रही थी..!
To be Continued......
हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।