डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 26 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 26

अब आगे,

 

आराध्या अब बहुत तेज दौड़ रही थी और वो शक्श जो आराध्या का पीछा कर रहा था और अब वो भी आराध्या के पीछे भागने के लिए अपने रफ्तार तेज कर चुका था..!

 

आराध्या भाग ही रही थी कि अब वो शक्श, आराध्या के पास आ गया और अब उस शक्श ने उस का हाथ पकड़ लिया और उस शक्श ने जब आराध्या का हाथ पकड़ा तो वो बहुत ज्यादा ही डर गई और उस शक्श की तरफ मुड़ कर देखने लगी..!

 

आराध्या ने जब उस शक्श की ओर देखा तो वो थोड़ा ज्यादा ही डर गई क्योंकि उस शक्श ने मास्क लगाया हुआ था और अब आराध्या, उस मास्क वाले शक्श से अपना हाथ छुड़वाने की कोशिश करने लगी और साथ में उस मास्क वाले शक्श से कहने लगी, "छोड़ो मुझे और तुम कौन हो और मेरे साथ ऐसा क्यू कर रहे हो...?"

 

आराध्या की बात सुन कर, उस मास्क वाले शक्श ने अब आराध्या को अपनी तरफ खींचते हुए और साथ में उस के हाथ पर अपनी पकड़ कसते हुए उस के कान में बोला, "रिलैक्स बेबी, पहले शांत हो जाओ और मेरे साथ चुप चाप चलो वरना तुम्हे अपने साथ लेकर जाने के लिए मुझे दूसरा रास्ता अपनाना पड़ेगा...!"

 

अपनी बात कह कर वो शक्श झटपटाती आराध्या को अपने काबू में करने लगा मगर आराध्या उस की पकड़ से अपने आप को छुड़वाने की लगातार कोशिश कर रही थी और इसी सब मे आराध्या ने उस शक्श के हाथ पर अपने दातों से बाइट कर दिया..!

 

जिस से उस शक्श की पकड़ आराध्या के हाथो पर ढीली हो गई और वही आराध्या ने इसी बात का फायदा उठा कर उस शक्श को धक्का दे दिया और जिस कारण वो शक्श पीछे की ओर गिर गया और आराध्या वहा से भागने लगी..!

 

आराध्या को ऐसे भागता हुआ देख कर अब उस शक्श के चेहरे पर एक मुस्कान आ गई और वो अपने आप में बड़बड़ाने लगा, "लगता है तुम्हे अपने साथ लेकर जाने के लिए मुझे दूसरा रास्ता ही अपनाना पड़ेगा...!"

 

अपनी बात कह कर वो शक्श फिर से आराध्या के पीछे भागने लगा..!

 

आराध्या उस शक्श से अपनी जान बचाने के लिए अब अपनी पूरी ताकत से भाग रही थी पर वही वो शक्श भी अब अपनी पूरी रफ्तार से आराध्या के पीछे भाग रहा था...!

 

आराध्या अब इतनी तेज भाग रही थी कि अब वो हफने लगी और उस की सास फूलने लगी और साथ मे इस समय आराध्या बहुत ही डरी हुई थी...!

 

आराध्या भाग ही रही थी कि तभी उस को कुछ याद आया और अब उस ने अपने प्लाजो की पॉकेट से अपना फोन निकल लिया और उस मे अपनी दोस्त जानवी का नंबर डायल करने लगी तो पहली बार मे जानवी ने आराध्या का कॉल रिसीव नही किया था..!

 

जानवी के द्वारा आराध्या का फोन रिसीव न करने पर आराध्या घबराते हुए खुद मे ही बड़बड़ाने लगी, "प्लीज जानवी पिक अप द फोन यार, जानवी प्लीज फोन उठा यार नही तो ये शक्श मेरे साथ कुछ भी कर सकता है, प्लीज जानू फोन उठा...!"

 

अपनी बात कह कर आराध्या ने एक बार फिर से जानवी को कॉल लगा दिया पर इस बार फिर से उस शक्श ने आराध्या का हाथ पकड़ लिया था..!

 

जिस से आराध्या का फोन वही जमीन पर गिर कर टूट गया क्योंकि जब आराध्या कॉल लगा रही थी तो उस की रफ्तार पहले से धीमी हो गई और उस शक्श ने इस बात का फायदा उठा कर ही आराध्या तक पहुंच गया..!

 

आराध्या अब फिर से उस शक्श की पकड़ से छुटने की कोशिश कर रही थी और वो शक्श, आराध्या को काबू करने की कोशिश करने लगा...!

 

उस शक्श ने आराध्या को अपने काबू में करने की बहुत ही कोशिश कर रहा था पर आराध्या उस की पकड़ से छुटने के लिए बहुत ही ज्यादा झटपटा रही थी और जिस से उस शक्श को आराध्या को काबू करने में बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही थी..!

 

जब उस शक्श ने देखा कि आराध्या उस के काबू में नही आ रही थी तो उस शक्श ने अपनी पॉकेट से एक रूमाल निकल लिया और उस रूमाल को झटपटाती आराध्या के मुंह पर रख दिया..!

 

उस रूमाल के आराध्या के मुंह पर रखे जाने से अब आराध्या अपने हाथो से उस शक्स के हाथ पकड़ कर उस के हाथ को अपने मुंह से हटाने की कोशिश करने लगी पर उस शक्श की ताकत के आगे हमारी आराध्या की ताकत कुछ भी नही थी..!

 

और उस रूमाल में क्लोरोफॉर्म लगा होने की वजह से अब आराध्या की आंखे धीरे धीरे बंद होने लगी..!

 

और कुछ ही देर बाद,

 

आराध्या बेहोश होकर उस शक्श की बाहों में झूल गई..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।