रिश्तो की कश्मकश - 9 Naaz Zehra द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

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रिश्तो की कश्मकश - 9

अब आगे



थोड़ी देर बाद सब लोगों हाॅल में बैठे बातें कर रहे थे।, संदीप और आर्यन दोनों ही नीर को अपनी प्यार भारी नज़रों से देख रहे थे।, आर्यन नीर को मुस्कुराते देख अपने दिल पर हाथ रख कर अपने मन में बोला।, हाए कितनी क्यूट है यार।, यह कहकर आर्यन ने अपने बराबर में देखा जहां संदीप बैठा था।,तो आर्यन के चेहरे पर से मुस्कुराहट चली गई।,,




क्योंकि संदीप भी नीर को मुस्कुराते हुए देख रहा था।, आर्यन ने नीर को देखा फिर संदीप को देखा तो हड़बड़ा कर खड़ा हो गया।, संदीप ने जब आर्यन को खड़ा हुआ देखा तो आर्यन से बोला तुझे क्या हुआ।,,

आर्यन कुछ नहीं यार मुझे एक जरूरी कॉल करनी है।,मैं अभी आता हूं।,,यह कहकर आर्यन जल्दी से वहां से चला गया।, संदीप ने आर्यन को जाता देख अपने कंधे उचका दिए।, और फिर मुस्कुराते हुए नीर को देखने लगा।,,


आर्यन जल्दी से अपने रूम में आया।, और ऊपर देखते हुए बोला क्या भगवान जी आप मुझसे क्या करवाने जा रहे थे।,, वो तो सही टाइम पर मुझे पता चल गया।, वरना मैं अपने दोस्त के साथ गद्दारी कर रहा था। ,


फिर मुस्कुरा कर बोला वैसे मानना पड़ेगा मेरे यार की पसंद सबसे अलग है।, फिर आर्यन अपने हाथ जोड़कर बोला भगवान जी मेरी बस आपसे एक प्रार्थना है।,, मेरे दोस्त को उसकी सारी खुशियां देना।,, उसको कभी दुखी मत करना।, वो बहुत अच्छा इंसान है।,


कभी किसी के साथ गलत नहीं करता।, आप भी उसके साथ कभी गलत मत करना।, इतने में अजय आर्यन के कमरे में आया और बोल भाई आपको सब नीचे बुला रहे हैं ।,,जल्दी आओ आर्यन हां ठीक है।, चलो यह कहकर आर्यन अजय के साथ नीचे चला गया।,



कई दिन बीत गए थे।,,, और इन दिनों में संदीप नीर से बहुत मोहब्बत करने लगा था।, हर वक्त संदीप नीर के आसपास ही रहता था।,,,,,,,,,,,,,,,अब आगे



सब लोग पूजा के कमरे में बैठे हुए, शान की शादी की एल्बम देख रहे थे।, इतने में रूम की लाइट चली गई,,, शान अब यह लाइट क्यों चली गई,,,, यार अच्छा खासा मैं अपनी शादी की एल्बम देख रहा था,,,, लेकिन नहीं लाइट को भी अभी जाना था।, शान की बात सुनकर सब खूब जोर जोर से हंसने लगे ,,,,आर्यन शान की बात सुनकर मुस्कुरा कर बोला, मैं देख कर आता हूं,,, भाई जब तक आप सब अपनी-अपने फोन की टॉर्च ऑन कर लो,, यह कहकर आर्यन वहां से चला गया।,,,,



कुछ समय बाद



आर्यन ,,,शान भाई लाइट का तो कोई भरोसा नहीं है,,, क्योंकि बारिश बहुत हो रही है,,, शायद उसकी वजह से लाइट ना आए।, ,, पूजा तो एक काम करो सब लोग हाॅल में जाकर बैठते हैं ,,और संभाल कर जाना कोई अंधेरे की वजह से गिर ना जाए,,, पूजा की बात सुनकर सब राजी हो गए,,




और एक-एक करके कमरे से जाने लगे।,,, नीर जो एक साइड बैठी हुई थी, वो जैसे ही जाने को हुई इतने में किसी ने उसका हाथ पकड़ कर अपनी तरफ तरफ खींच लिया।,,, नीर खींचने की वजह से बहुत ज्यादा डर गई थी।,,, उसने अपना सर उठा कर सामने देखा तो संदीप था।,, जिसने नीर को खींचा था।,,



नीर जल्दी से संदीप से अलग हुई।,, और गुस्से में अपनी एक उंगली संदीप की तरफ करके बोली,, हिम्मत भी कैसे हुई।, तुम्हारी मुझे हाथ लगाने की,,, संदीप नीर की बात सुनकर हड़बड़ा कर बोला सॉरी गलती हो गई।,,नीर उसकी बात बीच में काट कर बोली।, आज के बाद मुझसे दूर ही रहना।, यह कहकर नील गुस्से में कमरे से चली गई।,,,,



संदीप ने नील की बात सुनकर गुस्से में अपना हाथ दीवाल पर मारा और बोला नहीं रह सकता।,, तुमसे दूर ना ही रहूंगा यह कहकर संदीप भी कमरे से निकल गया।,,,


उस बात को कुछ दिन बीत गए थे।,, ,,,,,,,,,,अब नीर संदीप से दूर रहने लगी थी,,, जिससे संदीप को बहुत तकलीफ हो रही थी,,, और वही शान को संदीप के बारे में सब पता चल गया था। कि संदीप नीर को पसंद करता है।,,,



जिससे शान ने साक्षी से नीर को वापस उसके घर भेजने को कहा । ,,,साक्षी शान की बात सुनकर बोली आप नीर को घर क्यों भेजना चाहते हैं।,,, नीर से कोई गलती हुई है, क्या ,,मैं उसकी तरफ से आप से माफी मांगती हूं,, वो अभी नादान है।,,, शान नहीं साक्षी तुम्हें माफी मांगने की जरूरत नहीं है,, क्योंकि नीर से कोई गलती नहीं हुई है।,,,


साक्षी तो फिर आप नीर को क्यों भेजना चाह रहे हैं ।,,शान साक्षी की बात सुनकर शांत हो गया,, साक्षी कुछ हुआ है ,,क्या जो आप मुझे बताना नहीं चाहते है,,, शान साक्षी को देखते हुए बोला ।,,,संदीप नील को पसंद करता है ,,मैं नहीं चाहता कुछ गलत हो इसलिए मैं नीर को यहां से भेज रहा हूं,, साक्षी शान की बात सुनकर चुप हो गई।,,,


थोड़ी देर बाद,,,,,,,,,,,,,नीर का रूम


नील तुमने अपना सारा सामान पैक कर लिया है। ना ,,,नीर हां दीदी मैंने सब रख लिया है,,, साक्षी ठीक है ,,एक बार और चेक कर लेना कभी कोई समान रहना जाए ।,इतने में मीत और आलिया नीर के कमरे में आई,,, और बोली भाभी आप नीर को क्यों भेज रही है,,, प्लीज मत भेजिए ना,, साक्षी मीत के गाल पर हाथ रखकर बोली,, बच्चा तुम्हें पता है,, नील यहां पर नहीं रह सकती उसको अपने घर जाना तो होगा ना ,,,और मां का फोन आया था,,,,




नीर को बुलाने के लिए इसलिए उसको जाना होगा।,,, आलिया पर भाभी हम कुछ दिन और नीर को नहीं रोक सकते।,, साक्षी रोक सकते हैं,, लेकिन अभी नहीं फिर कभी आएगी,,, अभी उसको घर जाना होगा ना ,,,,नील आलिया और मीत को उदास देखकर मुस्कुरा कर बोली,,,


तुम दोनों इतनी उदास क्यों हो रही हो,, अगर तुम्हें मेरी याद आए तो चली आना मुझसे मिलने वैसे भी मैं तुम्हारे घर इतनी दिन रही हूं ना अब तुम्हें भी मेरे घर आना होगा ,,,अगर तुम मेरे घर नहीं आई तो मैं भी नहीं आऊंगी अब तुम्हारे घर समझी।,,, आलिया नीर की बात सुनकर मुस्कुरा कर बोली ठीक है।,,,,

हम तुम्हारे घर आएंगे और खूब सारे दिन रहेंगे तुम्हारे साथ नीर आलिया की बात सुनकर मुस्कुराकर उसके गले लग गई, मीत भी उन दोनों के गले लग गई,, और बोली मुझे तुम्हारी बहुत याद आएगी नीर,,,,,,,,, नील मुझे भी तुम दोनों की बहुत याद आएगी ।,,,,इतने में शान नील के रूम में आया और बोला आप सब लेडिस का मिलना जुलना हो गया,, हो तो चले जाने का टाइम हो गया है।,,,,


To be,,,,,,, Continue