रिश्तो की कश्मकश - 5 Naaz Zehra द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

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रिश्तो की कश्मकश - 5

आलिया,, ने मीत की तरफ देखा,, और मुस्कुरा कर बोली तो करने दीजिए हमें फर्क नहीं पड़ता ,,,जब तक आप हमें हमारे पैसे नहीं दे देते थे,,, तब तक आप अंदर नहीं जा सकते,,, शान तुम मुझे अंदर जाने नहीं दोगी ,,आलिया और मीत ने अपनी कमर पर हाथ रखे और ना में सर हिला दिया,,,


शान ,, ने उनको इस तरह देखकर गहरी सांस ली और अपनी जेब से पैसे निकाल कर उनकी तरफ बढ़ा दिए,,, और बोला जल्दी से अब यहां से दफा हो जाओ इससे पहले यह पैसे छीन लूं ,,,आलिया और मीत पैसे देखकर मुस्कुराई और बोली अगर नहीं गए तो ,,,शान उनकी बात बात सुनकर बोला अच्छा तो तुम ऐसे नहीं बनोगी,,, अभी रुको यह कहकर वो उन दोनों को मरने के लिए बड़ा,,, इतने में मीत और आलिया जल्दी से वहां से भाग गई,,,


शान,, उन दोनों को जाते देख मुस्कुरा दिया और कमरे में चला गया
आलिया खुराना)



(यह है,,, आलिया अजय की बड़ी बहन यह बहुत समझदार है और इतनी ही सीधी,,)



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(अब मैं आपको बता दूं खुराना फैमिली के बारे में)



मनीष खुराना ____ उम्र 45 साल

पूजा खुराना ____उम्र 40 साल ,,,,,इनके बड़े बेटे

शान खुराना____ उम्र 24 साल

संदीप खुराना ____उम्र 22 साल यह शान से छोटे हैं


अजय खुराना ___उम्र 20 साल


आलिया खुराना___ उमर 20 साल अजय और आलिया दोनों जुड़वा है


मीत खुराना ___उमर 18 साल

वीर खुराना ___उमर 15 साल

(यह है खुराना फैमिली)


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सुबह का टाइम


पूजा,,जल्दी करो बच्चों मेहमान आते होंगे ,,,अजय,, मां हमने सारी तैयारी कर दी है,, सब चीज मैनेज हो गई है आप बस रिलैक्स हो जाइए ,,,पूजा मुस्कुराते हुए बोली मेरे बच्चों अगर तुम नहीं होते तो पता नहीं,,, मैं यह सब कैसे करती,,, अंजय ,,पूजा के गले लगा कर बोला ,,,मां अब हम तो हैं ना तो हम कर लेंगे ,,,बस आप आराम करिए बाकी हम पर छोड़ दीजिए,,, आप भाई की शादी के चक्कर में अपना ख्याल रखना बिल्कुल ही भूल गई है,,,


पूजा,, अजय के गाल पर हाथ रखकर बेटा घर में जब कोई फंक्शन होता है ना तो,,, ख्याल बायल ना रखा जाता है कितने काम होते हैं उनको देखना भी तो पड़ता है,,, ऐसे में कैसे कोई अपना ध्यान रख सकता है और वैसे भी मैंने तो अपना ध्यान इतना रख भी लिया ,,क्योंकि मेरे पास इतने प्यारे बच्चे जो हैं ,,,लेकिन वह मां-बाप जिनको एक ही बच्चा होते हैं,, वह कैसे यह शादी की तैयारी करता होगे ,,मैं,, तो सोचा भी नहीं सकतीं ,,,


अजय तो आप मत सोचिए,,, मां आप बस अपना ख्याल रखिए,, आप यहां बैठी है ,,,मैं देखता हूं बाकी का ,,,यह कहकर उसने पूजा को सोफे पर बिठाया और वहां से चला गया ,,,थोड़ी देर बाद मनीष आकर ,,पूजा के पास बैठकर बातें करने लगा,,,


2 घंटे बाद


खुराना फैमिली दरवाजे पर खड़ी वर्मा फैमिली का स्वागत कर रही थी ,,,खुराना फैमिली ने वर्मा फैमिली को अंदर बुलाया,, सब आकर सोफे पर बैठ गए ,,,,पूजा जी आप लोगों को आने में कोई दिक्कत तो नहीं हुई ना ,,,शालिनी जी नहीं बहन जी कोई दिक्कत नहीं हुई ,,हम आराम से आए हैं ,,यह कहकर मुस्कुरा दी ,,पूजा एक लड़की सोफे पर बैठी हुई थी उसकी तरफ देखकर बोली ,,, नीर इधर आओ बेटा मेरे पास नीर आकर पूजा जी के पास बैठ गई ,,पूजा बहुत प्यारी बेटी है आपकी यह वाली बहुत सीधी है मुझे बहुत पसंद आई आपकी यह बेटी दिखने में भी बहुत सुंदर है,,,


मैं तो यह सोचती हूं आजकल के जमाने में इतनी मासूम लोग होते भी ,,,हैं जितनी हमारे नीर मौसम है,,इसको तो जैसे कह दो वह कर देना है ,,,राजेंद्र और शालिनी पूजा की बात सुनकर मुस्कुरा दिए ,,नीर पूजा जी को देखकर बोली दीदी कहां है,,,




पुजा ,,बेटा वह तो अपने रूम में है ,, चलो मैं तुम्हें लेकर चलती हूं नीर नहीं आंटी आप बैठिये बस मुझे बता दीजिए किस तरफ रूम में मैं खुद चली जाऊंगी,,, पूजा मुस्कुराती हुई बोली ठीक है उन्होंने नियर को साक्षी का कमरा बता दिया,,,



नीर जल्दी से वहां से उठी और साक्षी के कमरे की तरफ जल्दी
निर वर्मा ,,,हमारी कहानी की हीरोइन यह हमेशा खुश रहती जो कह दो उनसे वह कर देती हैं कभी इन्होंने किसी काम के लिए मना ही नहीं किया और यह बहुत जल्दी इमोशनल भी हो जाती हैं ,,, किसी की भी मदद करने को हर वक्त तैयार रहती है,,,, और जल्दी से किसे भी गुलमिल जाती ,,,



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कुछ घंटों बाद


साक्षी अपनी फैमिली के साथ घर चली गई,,,



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दो महीने बाद




नीर ,, तुम ने अपना समान पैक कर लिया है क्योंकि जाने का समय हो गया है,,नीर,,, शालिनी के पास आई और उनके गले लग कर बोली मां आप तो ऐसे परेशान हो रही है ,,जैसे कि मेरी शादी हो रही है ,,, मैं तो बस दीदी के घर ही,,, तो जा रही हूं क्यों टेंशन ले रही हो,,, हां पता है दीदी के घर जा रही है लेकिन,,, जा तो रही घर से अगर वहां पर तुझे किसी चीज की जरूरत पड़ गई तो,,,



नीर ,,, तो क्या मैं दीदी से मांग लूंगी,,,सिंपल शालिनी ने नीर के सर पर मारा और बोली सिंपल की बच्ची बिल्कुल भी नहीं ,,, तो वहां पर साक्षी से कुछ नहीं मांगेगी समझीं,,,,


नीर,, अपना सर सेलाते हुए बोली पर क्यूं मां,,, मैं अपनी दीदी से कुछ कियु नहीं मांग सकती हूं,, शालिनी क्योंकि अब उसकी शादी हो गई है,,, इसलिए और मूझे अब कुछ नहीं सुनना ,,बस तुम अपनी जो भी जरूरत का सामान हो ,, वो सब रख लेना ,,,ताकि वहां पर किसी चीज की जरूरत ना पड़े,,, जाऊं एक बार और जाकर चेक करो कोई समान रहे तो नहीं गया,,, ठीक है जा रही हूं नहीं मांगूंगी कोई चीज दीदी से यह कहकर नीर वहां से चली गई ,,,,,शालिनी नीर को जाता देख मुस्कुरा दी,,,



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To be,,,,,,,continue