डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 14 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 14

अब आगे,

 

अर्जुन को गुस्से में देख कर अब उस रेस्तरां का मालिक घबरा गए और डरते डरते अर्जुन से कहने लगे, "सर, आप फिकर मत कीजिए और आप की मीटिंग के सारे अरेंजमेंट हम ने इस रेस्तरां के दूसरे हिस्से में किए हैं जहा आप को कोई परेशानी नही होगी और आप चलिए हमारे साथ...!"

 

उस रेस्तरां के मालिक की बात सुन कर अब अर्जुन ने उस से कुछ नही कहा और उस के साथ जाने लगा..!

 

वही दूसरी तरफ,

 

आराध्या और जानवी अपनी पार्टी एंजॉय कर रही थी कि आराध्या की नजर किसी पर चली गई जिसे देख कर उस का गुस्सा बढ़ने लगा..!

 

आराध्या को ऐसे अचानक से गुस्से में देख कर अब जानवी को कुछ समझ नही आया कि आखिर इस को क्या हो गया है अभी तक तो ठीक थी, फिर जब जानवी ने अपनी दोस्त आराध्या से पूछा, "क्या हुआ अरु, तू इतने गुस्से में क्यू है और तू पार्टी एंजॉय क्यू नही कर रही है...?"

 

अपनी दोस्त जानवी के पूछने पर,अब आराध्या ने उस को किसी की तरफ इशारा करते हुए कहा, "ये यहां पर क्या कर रहे है और इन्हें यहां किस ने बुलाया है...!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर अब जानवी ने उस तरफ देखा तो उस को पता चला कि वहा सामने राघव खड़ा हुआ था जो कि राहुल के साथ खड़े होकर बात कर रहा था..!

 

और अब जानवी ने अपनी दोस्त आराध्या से कहा, "तू अपना गुस्सा शांत कर और हो सकता है कि राघव सर को (राघव जानवी और आराध्या का सीनियर था और इसी वजह से जानवी, राघव को कभी कभी सर कह कर भी बुलाया करती थी) राहुल ने बुलाया हो क्योंकि राघव सर, राहुल के बड़े भाई है...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर अब आराध्या ने अपने गुस्से मे अपनी दोस्त जानवी से कहा, "ऐसे केसे राहुल किसी को भी मेरी पार्टी में बुला सकता है जबकि ये पार्टी मैने ऑर्गेनाइज्ड करी है और यहां कौन आएगा और कौन नही ये भी मै ही डिसाइड करूंगी तो मै अभी राहुल से बात करके आती हु...!"

 

अपनी दोस्त जानवी ने अपनी बात कह कर अब आराध्या जैसे ही आगे बढ़ने को हुई तो जानवी ने उस का हाथ पकड लिया और अब अपनी दोस्त आराध्या से रिक्वेस्ट करते हुए कहा, "रुक जा आराध्या और वैसे भी वो यहां एक गेस्ट बन कर आए हैं और है तो हमारे सीनियर ही ना तो प्लीज सब के सामने उनकी बेज्जती मत कर, कॉलेज की बात अलग थी पर यहां और भी बहुत लोग मौजूद है तो प्लीज मेरी बात मान जा...!"

 

अपनी दोस्त जानवी के रिक्वेस्ट करने पर, अब आराध्या ने अपनी दोस्त जानवी से कहा, "ठीक है आज तेरा बर्थडे है तो मै तेरी बात मान भी रही हु और अगर उन्होंने कुछ भी ऐसा वैसा किया ना तो मै बर्दाश नही करूंगी बता देती हु मै तुझे....!"

 

अपनी दोस्त आराध्या की बात सुन कर अब जानवी ने अराध्या से कहा, "अच्छा ठीक है अगर उन्होंने ऐसा वैसा कुछ भी किया ना तो मै खुद उन्हे पुलिस के हवाले कर दूंगी और अब तू उन की वजह से मेरा बर्थडे मत खराब कर...!"

 

अपनी दोस्त जानवी की बात सुन कर अब आराध्या ने अपनी दोस्त जानवी से कहा, "हट उन की वजह से मै तेरा बर्थडे बेकार नहीं जाने दूंगी, आजा चल डांस करते हैं..!"

 

वही राघव, राहुल से ही बात कर रहा था और आराध्या को ऊपर से नीचे तक देख कर अपने मन में कहने लगा, "अब तू देख अराध्या, मै तेरे साथ अपनी कल की बेज्जती का बदला कैसे लेता हूं और तूने मुझे प्रिंसिपल के पास मेरी शिकायत करने की धमकी दी थी ना तो अब देख मैं तेरे साथ आज ऐसा कुछ कर दूंगा कि तू कभी अपना मुंह किसी को दिखाने लायक भी नहीं बचेगी...!"

 

अपनी बात बोल कर अब राघव के चेहरे पर एक टेढ़ी मुस्कान आ गई और फिर वो पार्टी एंजॉय करने लगा और एक तरफ जानवी और आराध्या अपनी पार्टी एंजॉय कर रही थी..!

 

वही दूसरी तरफ,

 

अर्जुन एक हॉल जैसे कमरे में बैठ कर मीटिंग को देख रहा था और अर्जुन का इकलौता दोस्त समीर, अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय के साथ ही अर्जुन की मीटिंग को हैंडल कर रहा था..!

 

अर्जुन के इकलौते दोस्त का पूरा नाम "समीर भारद्वाज" था और ये अर्जुन की उम्र का ही था और उस की हाइट 6"3 इंच होगी..!

 

और समीर भी देखने में किसी से कम नही था और साथ में शेखावत और भारद्वाज कंपनी साथ में मिल कर ही बिजनेस कर रहे थे..!

 

और समीर के परिवार में अब उस के पिता ही बचे थे क्योंकि उस के दुश्मनों ने उस के परिवार को खतम कर दिया था और साथ में समीर के पिता "विजय भारद्वाज" अपनी सालो पहले खो चुकी बेटी को आज भी ढूंढ रहे थे..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।