डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 5 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 5

वही अरु और जानवी भी हिमानी की ऐसी हालत देख हसने लगती हैं और वही अरु कुछ देर तक हिमानी को देख के हंसती है और फिर उस के पास जाके उस से कहती हैं, " क्या हिमानी तुम तो बहुत गिरी हुई निकली, क्या यार देख कर चला कर और देख तो तेरी ये ड्रेस और तेरा ये फूल से खिला ये चेहरा कैसे मुरझा गया है और तेरा ये एक्सपेंसिव प्रोडक्ट्स से करा हुआ सारा मेकअप बेकार हो गया है...!"

और अरु कुछ सोचने का नाटक करते हुए, हिमानी से कहती हैं, "और हां, सब से पहले अपना ये चेहरा साफ कर लेना नही तो कॉलेज के सारे लड़के तुझे देख के डर जायेंगे...!" अपनी बात कह कर अरु हंसते हर आगे बढ़ जाती हैं और जानवी का हाथ पकड़ कर हॉस्टल की कैंटीन से बाहर निकल जाती हैं।

और हमारी अरु का पूरा नाम आराध्या श्रीवास्तव होता है, अरु की उम्र 19 साल होती हैं और हाइट 5"6 इंच होती हैं। अरु का रंग गोरा, कमर तक लहराते घने बाल, आंखो का रंग डार्क ब्राउन होता है।

अरु बहुत ही ज्यादा शरारती और साथ में मासूम सी लड़की है, जो अपनी छोटी सी दुनिया में ही मस्त रहने वाली लड़की है और अरु अपनी फैमिली से बहुत ज्यादा प्यार करती हैं। और अरु अभी B.com फर्स्ट ईयर में पढ़ रही होती है।

अरु को सिर्फ अपने और अपने साथ रहने वालो से ही मतलब होता है और अरु को दूसरो के मामलो में बोलने का कोई शौक नही है पर अगर कोई उस की दोस्त यानी जानू को कोई कुछ भी कह दे तो अरु से बर्दाश के बाहर हो जाती हैं और अरु, जानू के लिए कुछ भी कर सकती है।

हिमानी को सबक सिखाने के बाद, आराध्या और जानवी हॉस्टल से सीधे कॉलेज के लिए निकल जाती हैं। आराध्या और जानवी का कॉलेज उन के हॉस्टल से 20 मिनट की दूरी पर ही होता है इसलिए दोनो पैदल ही निकल जाती हैं।

रोड पर चलते हुए आराध्या बार बार, हिमानी की हालत को याद कर जोर जोर से हंस रही होती हैं और आराध्या को ऐसे हसते हुए देख जानवी उस से कहती है, "नही आराध्या ऐसे नही हंसते हैं किसी की हालत पर...!"

जानवी, आराध्या को डाटते हुए कहती हैं, " अब हंसना बंद कर और क्या जरूरत थी तुझे उस से पंगा लेने की और तुझे हजार बार कहा है कि अपनी ये उल्टी सीधी हरकते मत किया कर, मुसीबत में फंस जायेगी ना किसी दिन तब पता चलेगा तुझे, और अगर उस हिमानी ने अपना बदला लेने के लिए कुछ किया तो क्या करेगी तू...!"

जानवी की बात सुन, आराध्या अपनी हंसी कंट्रोल करते हुए उस से अनजान बनते हुए कहती हैं, " मैने..मैने क्या किया जो तू मुझे बोल रही है और वो हिमानी तो अपने आप ही गिरी थी, मैने कुछ नही किया...!"

आराध्या की बात सुन, जानवी उस से कहती हैं, "ओह हेलो ये पागल न किसी और को बनाना और रही बात हिमानी के गिरने की तो मैने खुद अपनी आंखो से देखा था कि तूने अपने पैर उस के साथ अड़ा दिए थे जिस से वो जमीन पर गिर गई, और कम से कम मुझ से तो झूठ मत बोला कर...!"

जानवी की बात सुन, आराध्या ने अपनी हंसी को कंट्रोल करते हुए कहा, " अच्छा बाबा ठीक है, मै मानती हूं कि मैने ही अपना पैर उस हिमानी के साथ अड़ा दिया था जिस से वो जमीन पर गिर गई और हां मैने कुछ गलत नहीं किया है बल्कि उस ने जो तेरे साथ किया मैने तो उस का बदला उस से सूत समित लिया है।"

आराध्या, जानवी से कहती हैं, "और तू ही तो मेरी इकलौती दोस्त हैं इस पूरे कॉलेज में और उस के साथ भी कोई बातामीजी करेगा तो मै बर्दाश नही कर सकती हूं और हां, उस का मुंह जरूर से तोड़ सकती हु...!"


To be Continued......❤️✍️

इस चैप्टर पर अपने रिव्यू दे और कमेंट करके बताए कि आप को चैप्टर कैसा लगा और आगे जानने के लिए पड़ते रहे मेरी कहानी अगला एपिसोड सिर्फ मातृभारती पर।