सुसाइड पार्टनर्स - 4 Nirali Patel द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सुसाइड पार्टनर्स - 4

अब तक आपने देखा कि , नित्या अर्थव का फोन लेकर मोहित को कोल लगाती है, पर उसके फोन पर कोई लड़की बोलती है , और जब नित्या मोहित के बारे में पूछती है तो, वो लड़की मोहित को बोलती है, की बेबी तुम्हारे लिए किसी नित्या का फोन है बेबी शब्द सुनके नित्या का दिल बहुत बुरी तरह से टूट जाता है, वो बहुत दुःखी होती है, और कॉल काट कर अंदर आती है।

अर्थव उसे रोता हुआ देख के रह नई पाता और उससे पूछता है : are you alright?? Listen तुम ठीक तो हो ना??

नित्या ( बड़े गुस्से से ): ठीक हु मैं, क्या हुआ है मुझे?? जस्ट तुम्हारा फोन यूज कर लिया इसका मतलब यह नहीं कि तुम पर्सनल लाइफ में इंटरफेयर करो,,, ये पकड़ो तुम्हारा फ़ोन और थैंक यू सो मच....

इतना बोलकर नित्या अथर्व का फोन टेबल पर जोर से रखती है और वहा से खड़ी होके बस जाने ही वाली थी पर ये क्या?? सबको बहुत ही जोर से खांसने की आवाज़ सुनाई देती है , अब ये आवाज़ किसकी है??? ये आवाज़ आंटी फिरोजा की है , अचानक से पता नहीं क्या हुआ आंटी को बहुत ही खांसी आने लगी। अथर्व और नित्या जल्दी से आंटी को संभालने के लिए उनकी ओर दौड़े और आंटी पास पहुंचे और तभी आंटी फिरोजा बेहोश हो गई ।

नित्या : आंटी....आंटी....

अथर्व : आंटी । आंटी । क्या हुआ आपको आंखें खोलिए आंटी।

अथर्व ने आंटी फिरोजा के मुंह पर थोड़ा पानी छिड़का जिससे जैसे तैसे करके आंटी को होश तो आ गया पर वो अब भी कमजोर थी। अथर्व और नित्या ने आंटी को धीरे से खड़ा किया और उनको ऊपर ले जाने लगे जहा उनका घर था। ऊपर के माले पर आंटी का घर था और नीचे उन्होंने कैफे बनाया था। जब आंटी को वो दोनों ऊपर ले जाने लगे तभी आंटी धीरे से दर्द भरी आवाज़ में खांसती- खांसती बोलती है , मेरा कैफे ...... मेरा कैफे कोन संभालेगा? अभी भी इतने लोग है , इन्हे कौन संभालेगा, सब खुला पड़ा है, रहने दो बेटा... मुझे बहुत सारा काम करना है अभी .....

अथर्व : आंटी आप काम बाद में करिएगा आंटी प्लीज़, अभी आपको आराम की जरूरत है। जब तक डॉक्टर आते हैं आप आराम करो प्लीज आंटी , ट्राई टू अंडरस्टैंड आंटी। चलो कम ऑन ...

अथर्व आंटी को लेके ऊपर जाने लगता है, और जाते-जाते नित्या को अपना फोन देता है और बोलता है, ये लो मेरा फ़ोन और जल्दी से जल्दी डॉक्टर को फ़ोन करो Hurry up.....

फिर अथर्व आंटी को ऊपर ले जाता है और नित्या डॉक्टर को कॉल करती है, और बाकी सब अपनी अपनी जगह पर बैठ जाते हैं।।

थोड़ी देर बाद अथर्व आंटी को ऊपर कमरे में छोड़कर नीचे आता है, तभी नित्या वहा नीचे सीडी के पास में ही खड़ी होती है।

नित्या : मैने हॉस्पिटल मे कॉल कर दिया है, रास्ता बंद होने की वजह से कुछ पता नहीं कि डॉक्टर्स और एंबुलेंस यहां कब तक पहुंचेंगे?

अथर्व कुछ भी जवाब नहीं देता और मुंह बनाके वहा से चला जाता है (और बोलता भी क्यू? इतना रुडली जो पेस आई थी मेडम।) और फिर वहा से निकल के मैन टेबल पर जाता है और बोलता है।

अथर्व : OKAY LADIES AND GENTLEMEN ATTENTION PLEASE ........
आंटी का नया वेटर आ गया है, तो आप जो चाहे वो यहां ऑर्डर कर सकते हो , पेस्ट्रिस, नूडल्स ऑर अ कॉफी ??? जस्ट बोलिए।

फिर वहा बैठे कस्टमर ऑर्डर देने के लिए आने लगे और अथर्व सबको संभालने लगा जैसे की उसका खुद का कैफे हो। ( बहुत ही नेक दिल इंसान है हमारा हीरो)

नित्या तो बस अथर्व को शोक से देखती ही रह गई , और सोचने लगी : कितनी बेवफूफ है तू नित्या..... इतना रूडली बिहेव किया इस लड़के के साथ , उसको जानती भी नही फिर भी उस पे इतना चिल्लाई , पागल है तू तो बिलकुल ऐसा करता है भला कोई किसके साथ।

नित्या वहा खड़ी खड़ी ये सब सोच रही होती है तभी एक छोटी सी बच्ची अपने टेबल से उठ कर उसके पास आती है और बोलती है : दीदी दीदी मुझे डार्क फैटेंसी चाहिए।

नित्या : ठीक है चलो......

नित्या उस बच्ची को डार्क फैटेंसी निकलकर देती है। और जब वो बच्ची नित्या को पैसे देती है तो नित्या अथर्व की ओर ईसरा करके छोटी सी स्माइल के साथ उससे बोलती है की पैसे इनको ( यानी कि अथर्व को) देदो।

अथर्व पैसे लेता है और स्माइल के साथ उस बच्ची को बोलता है : थैंक यू ...... डियर।

फिर नित्या भी अथर्व का हाथ बटाने के लिए टेबल पर आती है, तभी अर्थव के फ़ोन में किसिका कॉल आता है, पर अथर्व फ़ोन देखता है फिर कॉल को बिना उठाए काट देता है। और कस्टमर को उनके ऑर्डर देने के लिए चला जाता है।

अथर्व ( कस्टमर से ) : ये लो सर आपकी गरमा-गरम कॉफी और साथ में मस्का पाऊं।

नित्या भी बाकी कस्टमर के ऑर्डर की मुताबिक उनको चीज़े देने लगती है ।

तभी फिर से अथर्व के फ़ोन पे किसीका कॉल आता है , पर इस बार फिर अथर्व कॉल बिना उठाए ही काट देता है।

फिर वो दोनों अपना काम करने लगते है, ऑर्डर देने का।

थोड़ी देर बाद नित्या टेबल पर आती है और खुद के लिए ऑर्डर करती है , और करती भी क्यू नई , जब से रेस्टोरेंट में आई है तब से भूखी जो थी ।

नित्या : एक डार्क फैंटेसी प्लीज़ ।

अथर्व : या sure ...

नित्या बड़ी ही जल्दी जल्दी केक खाने लगती है, तो जल्दबाजी में केक उसके नाक पर लग जाती है। अथर्व उसके सामने देखता है तो थोडा हसता है। नित्या उससे इसारे से हसने का कारण पूछती तो वो भी उसे इशारे से बताता है और रुमाल देता है, साफ कर ने के लिए।

(फिर दोनों एक मस्त सी स्माइल देते हैं एकदूसरे को)

आज के लिए बस इतना ही आगे की कहानी अगले एपिसोड में,

अगले एपिसोड में ये देखना है की आगे क्या होता है??
अथर्व और नित्या का जगड़ा तो सायद खतम हो ही गया है और अब देखना ये है कि क्या दोनों एकदुसरे से दोस्ती करेंगे??
क्या वो दोनों अपनी पर्सनल लाइफ एकदूसरे से शेयर करेंगे???


बने रहिए मेरे साथ...


Thanks for reading ♥️

Nirali ✍🏻