The Author RashmiTrivedi फॉलो Current Read धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 1 By RashmiTrivedi हिंदी डरावनी कहानी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books नफ़रत-ए-इश्क - 4 तपस्या के बारेमे सोच कर विराट एक डेवल स्माइल लिऐ बालकनी से न... Revenge by Cruel Husband - 3 तभी अभिराज ने चित्रा की तरफ देखते हुए कहा कि मुझे कौन सा शाद... स्पंदन - 7 ... शायराना फिज़ा... 3 - इत्तेफ़ाक o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o o~तेरा ज... 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वह अपने दोनों हाथों से उस फांस को छुड़ाने की कोशिश कर रही थी, लेकिन उस पर हमला करने वाला उससे कई गुना ताक़तवर था। वह छटपटाती रही! उसने अपना पूरा ज़ोर लगाकर पीछे मुड़ने की कोशिश की,ताकि वह हमलावर को देख सकें, पर अफ़सोस की उसकी सारी कोशिशें नाकाम होती रही! उसकी आत्मा उसके शरीर को बस छोड़ने ही वाली थी। उसकी आंखें जैसे अभी फटकर बाहर आने को ही थी कि उसकी नज़र हमलावर के एक हाथ पर बने टैटू पर पड़ी। वह एक समुद्री लुटेरों का जहाज़ का टैटू था। टैटू देखने के बाद उसने अपनी आँखों को बंद कर लिया। और बस चंद मिनिटों की छटपटाहट के बाद क्रिस्टीना ने तड़पते हुए अपना दम तोड़ दिया! उसके हमलावर ने उसके निर्जीव शरीर को उठाया और वह पैराडाइस विला की ओर बढ़ गया। छोटे दरवाज़े से होते हुए वह विला के सामने वाले आंगन में पहुँचा। आंगन में एक छोटी सी बगिया थी,जिसमें बीचों बीच मिट्टी का ढ़ेर लगा हुआ था। आसपास कुछ पौधों की कुछ क्यारियाँ थी। शायद किसीने बागीचे में काम कर यूँ ही मिट्टी छोड़ दी थी। उसने इधर उधर नज़र दौड़ाई,विला का बड़ा सा गेट बंद था और बाहर सुबह सवेरे किसी की हलचल भी नहीं थी। उसने क्रिस्टीना के शरीर को एक तरफ़ नीचे रखा और वह बगिया के बीचों बीच वाले उस मिट्टी के टीले को पास ही पड़े कुल्हाड़ी से खोदने लगा। काफ़ी गहरे तक उसने एक गढ्ढा खोदा और क्रिस्टीना को उस गढ्ढ़े में लाकर सुला दिया। फिर दौड़कर पीछे वाले रास्ते से होता हुआ वह वापिस बीच पर पहुँचा। जल्दी जल्दी उसने क्रिस्टीना की डायरी,कलम, शॉल और वह सफ़ेद चादर जिसपर वह बैठी थी,सब कुछ इकट्ठा किया और सामने आंगन में आकर उसी गढ्ढ़े में क्रिस्टीना की लाश के साथ ही सब कुछ दफ़न कर दिया। अपना काम ख़त्म कर वह विला के बड़े गेट से होते हुए बाहर चला गया। ग्यारह वर्षों बाद.... दिसंबर 2006 की सुबह.. एक शानदार काले रंग की कार आकर पैराडाइस विला के सामने रुकती है। कार का विंडो मिरर खुलता है और अंदर बैठी एक साठ वर्षीय महिला अपने सनग्लासेस उतारकर विला को निहारती है। सामने ड्राइवर के पासवाली सीट पर बैठा एक आदमी उस औरत को देखते हुए कहता है,"यही है पैराडाइस विला! आय एम वेरी शुअर कि यह आपके पोते को ज़रूर पसंद आएगा! आप जब कहेंगी इस विला को आपके लिए रेडी कर दूँगा। आप चाहें तो अभी अंदर जाकर देख सकती हैं!" उस महिला ने हाथ उठाते हुए कहा,"नहीं, कोई ज़रूरत नहीं है! बस इसे बीस दिसंबर के पहले रेडी कर लेना। उस दिन हमारे पोते क्रिस का बर्थडे है। यह विला हम उसे गिफ़्ट में देना चाहते हैं।" सामने बैठे व्यक्ति के चेहरे पर ख़ुशी साफ़ साफ़ झलक रही थी। उसने आगे कहा,"आप बिल्कुल टेंशन मत लीजिये, मैं सब देख लूँगा! आपने एक बहुत अच्छी डील की है। अच्छी बात है कि आपने अफवाहों को नजरअंदाज कर इस विला को खरीदने का सोचा। आपके बारें में जो सुना था,वही पाया!" उस महिला ने सामने बैठे व्यक्ति की सारी बात सुनी,लेकिन कोई जवाब नहीं दिया, बस ड्राइवर से कहा,"ड्राइवर, गाड़ी ऑफिस की तरफ़ घूमा लो!" गाड़ी ने टर्न लिया और वह आगे बढ़ गई। अचानक तभी नजाने कहाँ से धुंध की एक चादर सी आकर पैराडाइस विला पर छा गई... क्रमशः ... रश्मि त्रिवेदी › अगला प्रकरण धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 2 Download Our App