ऑफ्टर लव - 17 Mr Rishi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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ऑफ्टर लव - 17

वीरेंद्र प्रताप जो की एक प्रोड्यूसर है, जिसकी तीन से चार फिल्में फ्लॉप पे फ्लॉप हो रही है। और इंडस्ट्री में अर्जुन रॉय और वीरेंद्र प्रताप के बीच बहुत ही पुरानी दुश्मनी भी है।वो दोनो एक दुसरे को देखना तक पसंद नहीं करते हैं।




अर्जुन रॉय की फिल्म जब भी सिनेमा घरों में लगती है, लोगों को वो फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आती है जिस वजह से वीरेंद्र प्रताप की फ़िल्म कुछ खास धमाल नहीं मचा पाती।और बॉक्स ऑफिस में उसका कलेक्शन भी कुछ अच्छा नही होता ऐसे में उनका प्रॉफिट ही निकल जाए वही बहुत होगा यही सोचते रहते थे।





अर्जुन रॉय जब इस इंडस्ट्री में आया उससे पहले वीरेंद्र प्रताप का बहुत ही दबदबा था इस इंडस्ट्री में कहानियों में क्या दिखाना है और क्या नही ये सब कुछ उसके मर्जी से होता था।पर जब से अर्जुन रॉय की एंट्री इस इंडस्ट्री में हुआ सब कुछ बदल गया ।और लोगों के मन मुताबिक फिल्म बनानी शुरू कर दिया ।



और ये इसी लिए हुआ क्युकी अर्जुन रॉय प्रोड्यूस से पहले एक अच्छा राइटर भी था ,और एक दर्शक भी इसी लिए उसे ये बात बहुत ही अच्छे से पता थी की लोगो को क्या देखना पसंद है और उसे कैसी फिल्मों पर काम करना चाहिए जिससे वो ज्यादा से ज्यादा ग्रो कर सके और यही स्ट्रेटजी उसे इतने बड़े मुकाम तक ले आई।




वीरेंद्र प्रताप अपने हाल में कुछ लोगों के साथ बैठ कर अपने नेक्स्ट फिल्म के बारे में कुछ बात कर रहा होता है। की तभी उन में से एक आदमी बोलता है।"देखिए मिस्टर वीरेंद्र आप ये बहुत ही अच्छे तरीके से जानते है की हमारी पिछली कई फिल्में फ्लॉप पे फ्लॉप हो राही है फिर भी आप उन्हीं पुराने हीरो हिरोइन को लांच कर रहे है।"




उसके इतना कहते ही वीरेंद्र कहता है"वो सोचना हमारे काम है मिस्टर देव बस आप अपना काम अच्छे से करिए और रही बात स्टार किड्स को मै ज्यादा तर अपने फिल्मों में लंच करता हु। वो मेरी प्रोब्लम है।"





तभी वो आदमी दोबारा से कहता है"पर सर एक बार किसी और को मौका दे कर देखते है ना क्या पता ये फिल्म हमारे पिछले सारी फिल्मों की फ्लॉप होने की भरपाई कर दे और वैसे भी हमारा मकसद उस अर्जुन को नीचा दिखाना है हर बार वो अपने फिल्मों में नई लोगों को लंच करता है जिस वजह से उसकी हर फिल्म हिट होती है एक बार हम भी नए एक्ट्रेस और एक्टर को अपने फिल्मों में लंच करके देखना चाहिए वैसे भी हमारी फिल्म हमेशा अब हमारे प्रोडक्शन हाउस के नाम से कम स्टार्किड्स के नाम से ज्यादा फेमस हो गया है।"...





वीरेंद्र कुछ देर तक अपने चेयर पर बैठ कर सोचते हुए कहता है"हम्म्म,,,बात तो तुम्हारी भी सही है,पर अब मैने पुराने हीरो अभिनव खन्ना सर के बेटे अभिजीत खन्ना को साइन करने का वादा कर दिया है।और पुरानी हीरोइन पूर्णिमा वर्मा की बेटी आदिति वर्मा को अब मैं उनसे क्या कहूंगा?"...




तभी वहा मौजूद दूसरा आदमी कहता है, उसकी चिंता आप मत कीजिए हम मेरे पास एक और प्रोजेक्ट है हम उन्हे वो दे देंगे।"तभी वीरेंद्र कहता है"पर मैने फिल्म का नाम भी बोल दिया है की उन्हें यही फिल्म मिलने वाली है,और जब उनको पता चलेगा ये फिल्म उनके वजाए किसी दुसरे को दे दिया है तो उन्हें अच्छा नही लगेगा।"...




तभी वो आदमी बोलता है"ये प्रोब्लम उतनी भी ज्यादा बड़ी नहीं है, हम इस फिल्म का नाम बदल देंगे और कुछ और नाम रख लेंगे वैसे भी इस फिल्म के बारे में अभी तक हमने किसी भी तरह का कोई स्टेटमेंट पब्लिक नही बोला हैं।"...





वीरेंद्र प्रताप उसकी बात पर सहमत होते हुए कहता है"हां ये बिलकुल सही है,तो ठीक है ,कल से ही इस पर हम काम करेंगे और जाओ जाके कास्टिंग डॉयरेक्टर से कह देना हमारे इस फिल्म के लिए एक फ्रेशर चाहिए जो की इस इंडस्ट्री में बिल्कुल नया हो ।"...




इतना कहते ही उसके चेहरे पर एक स्माइल आ जाती है,और मुस्कुराते हुए कहता है"और याद रहे इस फिल्म के बारे में किसी भी तरह की जानकारी बाहर नहीं जानी चाहिए और इस फ़िल्म के ट्रेलर को ऐसे दिखाना लोगो को की इस फिल्म को देखने के लिए वो एक दम से बेकाबू हो जाए और इस फिल्म के गाने भी मुझे,,, ए-वन,, चाहिए।"इतना कहते हुए उसके चेहरे पर बदले की भाव आ जाती हैं,और आंखें लाल करते हुए कहता है"अब पता चलेगा की आखिर ये वीरेंद्र प्रताप क्या चीज़ है।"...





वही दूसरी तरफ अर्जुन रॉय अपने टीम के साथ बातें कर रहा होता है।"देखिए मैं आप सब से ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा क्योंकि पिछली कई फिल्में हिट हुई है और इसमें आप सब का बहुत बड़ा योगदान रहा है।और मुझे भी पता है की ये फिल्म भी बाली फिल्मों की तरह हिट होगी पर हमारी यही कोशिश होनी चाहिए की ये फिल्म बाकी फिल्मों से भी ज्यादा अच्छी बने क्योंकि हमारे ऑपोजिट में जो काम कर रहे है वो भी हर मुमकिन कोशिश करेंगे हमसे बेहतर करने का पर हमें अपना बेस्ट देना है।"




अर्जुन की बात से सब सहमत होते है,और सब बोलने लगते है"मेरी तरफ से आप बेफिक्र रहिए वीएफएक्स में किसी भी तरफ का शिकायत नही होने दुंगा।तभी दूसरा कहता है "और फिल्म के को म्यूजिक होंगे वो बाकी फिल्मों के मुताबिक एक नंबर का होगा"सब एक के बाद एक अपनी अपनी बात कहते है।



ये देखने के बाद अर्जुन रॉय मुस्कुराते हुए कहता है"आप सब से मुझे यही उम्मीद थी अब कल से ही इस पर हम काम करना शुरू करेंगे ,, क्योंकि जितनी जल्दी हम काम शुरू कर देंगे उतना ही अच्छा होगा हमारे लिए।"..



तभी एक आदमी बोलता है"पर एक प्रॉब्लम है,वो वीरेंद्र प्रताप हमारे फिल्म के रिलीज डेट के दिन ही अपनी फिल्म रिलीज कर दिया तो?"... अर्जुन उसकी बात सुन कर हंसते हुए कहता है"हां हां,,मिस्टर विक्रांत आप हमारे साथ इतने सालों से काम कर रहे है,और अब भी आपको लगता है की ऐसा कुछ होगा?"...



विक्रांत थोड़ा सवाल भरी नजरों से अर्जुन के तरफ देखते हुए कहता है"हां जनता हू पर उसे कमजोर समझने की भी भूल नही करना चाहिए हो सकता है वो भी इस बार अपनी फिल्म को हिट बनाने की कोशिश में लगा हो।"...




अर्जुन उसकी बात सुनकर सोच में पड़ जाता है,और फिर कहता है"सही कहा इसी लिए तो हम अपना 100% देना होगा ताकि हम पब्लिक के उपर अपना अच्छा इंपैक्ट छोर सके वैसे भी हमने इतनी हिट फिल्में दी है की हमारी फिल्म 70%से 80% ऐसे ही धमाल मचा देगी बॉक्स ऑफिस पर फिर भी हम 30%se 20% के लिए काम करना हैं ।
इतना कह कर मीटिंग ओवर कर के अर्जुन रॉय वहा से जाने लगता है

To be continued