ऑफ्टर लव - 18 Mr Rishi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • My Passionate Hubby - 5

    ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा॥अब आगे –लेकिन...

  • इंटरनेट वाला लव - 91

    हा हा अब जाओ और थोड़ा अच्छे से वक्त बिता लो क्यू की फिर तो त...

  • अपराध ही अपराध - भाग 6

    अध्याय 6   “ ब्रदर फिर भी 3 लाख रुपए ‘टू मच...

  • आखेट महल - 7

    छ:शंभूसिंह के साथ गौरांबर उस दिन उसके गाँव में क्या आया, उसक...

  • Nafrat e Ishq - Part 7

    तीन दिन बीत चुके थे, लेकिन मनोज और आदित्य की चोटों की कसक अब...

श्रेणी
शेयर करे

ऑफ्टर लव - 18

अभय जैसे ही कार लेकर त्रिशा के साथ चौअल पहुंचता है वहा मौजूद सब लोग उसके तरफ देखने लगते है।और जब अभय कार से बाहर निकलता है तो सब की आँखें खुली की खुली रह जाती है।उन्हे तो यकीन ही नहीं हो रहा होता हैं की सच में अभय वहा आया हुआ है।



तभी अभय कार के दूसरी ओर जाता है,और कार का डोर खोलता है,और जैसे ही अंदर से त्रिशा बाहर आती है।वहा खड़े सब लोग चौक जाते है।देखते ही देखते वहा लोगों की भीड़ लगने शुरू हो जाती है।




बहुत से लड़के और लड़कियां अभय के साथ सेल्फी लेने के लिए धक्का मुक्की कर रहे होते है।बाहर सोर सराबा सुन कर मधु बाहर आती है तो देखती है।बाहर बहुत भीड़ लगी हुई है और अभय के साथ त्रिशा खड़ी है।ये देखते ही मधु बिना एक पल भी देर किए नीचे जाती है,पर भीड़ बहुत ज्यादा हो चुकी होती है जिस वजह से उसे त्रिशा तक पहुंचने में बहुत दिक्कत होती है।




जैसे तैसे वो त्रिशा के पास पहुंचती है,और त्रिशा से पूछती है"अरे यार ये तो अभय है ना?पर त्रिशा उसकी बातें समझ नही पाती है और वो कैसे भी करके बस वहा से निकलने की कोशिश करती है और जैसे तैसे वो सब वहा से निकल कर बाहर आते है।त्रिशा अभय को अपने रूम में लेकर जाती है।




अभय त्रिशा के रूम को देखता है तो एक ही हाल में तीन बेड लगे हुए होते है।अभय चारों तरफ घूम कर देखता है,उसे ऐसे रूम को देखते हुए देखकर मधु को थोड़ा सा शर्म महसूस होता है और वो कहती है"वो क्या है की हम तीन दोस्त हो रहती है,तो ऐसा रूम दिख रहा है वरना हर दम अच्छा ही रहता है।"...




अभय मधु के तरफ घूमकर कहता है"मतलब?"मधु कुछ बोलती उससे पहले त्रिशा बोलती है"एक्चुअली यह कोई आता नहीं हैं न इसी लिए यह बस हम तीन दोस्त ही रहती है और ऐसे में ऐसा होना तो आम बात है।"..




अभय हंसते हुए कहता है"अरे यार तो इस में इतनी घबराकर बोलने वाली क्या बात है, इनफैक्ट पता है जब हम दोस्त एक ही रूम में रहा करते थे तो हमने काम आपस में बात रखे थे।,पर,, मजेदार बात तो ये थी,की हम सब ने बस 5 से 10 दिन ही रूटीन को फॉलो किया।उसके बाद घर में क्या कहा रखा है किसी को खबर ही नहीं कहने के बाद बर्तन उसी तरह पूरा दिन पड़ा ही रह जाता था।और कपड़ा ,,कपड़ा तो महीनो तक उसी तरह रहता था ,अगर ज्यादा जरूरी होता तब धोबी को दे दिया करते थे ।सच में बैचलर लाइफ बहुत मजेदार होती है,टेंशन फ्री।"...




मधु अभय की बात सुनकर कहती है"क्या ,,आप भी हम जैसे ही पहले बैचलर थे?"अभय हंसते हुए कहता है"हां क्यों मैं बैचलर नही हो सकता क्या?"...




मधु मुस्कुराते हुए कहती है"अरे नही मेरा मतलब वो नही था, आप इतने बड़े स्टार हो तो इसी लिए पूछ लिया मैने।"अभय स्माइल देते हुए कहता है"इट्स ओके,,पर स्टार होने से पहले मैं भी एक बैचलर ही था।जो त्रिशा की तरह ऑडिशन देते फिरता था।और अगर मेरी लाइफ के बारे में और भी कुछ जानना है तो गूगल कर लो या फिर अपनी दोस्त त्रिशा से पूछ लेना ।"


तभी मधु हंसते हुए जवाब देती है"हां जरुर,पर मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा कि आप सच में मेरे सामने हो ।"मधु एक्साइटेड होकर कहती है,तभी अभय हस्ते हुए बोलता है"अच्छा तो बताइए कि मैंने ऐसा क्या करू जो आप यकीन कर ले की मैं सचमे आपके सामने हूं?"...


मधु अपना फोन निकल कर सेल्फी लेते हुए कहती है"अब सही है,पर वेट अभी मुझे आपका ऑटोग्राफ भी चाहिए ताकि कल कॉलेज सबको बता सकू की सुपर स्टार अभय से मैं मिली थी।सच में मेरी सारी दोस्त मुझसे जलने लगेंगी।"

अभय मधु की बातों पर स्माइल करते हुए कहता है"ओ तो ऐसी बात है,फिर तो एक सेल्फी से काम नहीं बनेगा आपको हर एंगल से हर एक पोज में सेल्फी लेना पड़ेगा।"..


तभी मधु थोड़ा सोचते हुए कहती है"पर ऐसा क्यों ?एक पिक से भी तो ऐसा हो सकता है ना?"...अभय मधु को समझते हुए कहता है"अरे मैं समझ सकता हू पर आज कल फोटोशॉप का जमाना है इतनी आसानी से कोई यकीन नहीं करेगा बस इसीलिए।"...



मधु अभय की बात पर सहमत होते हुए कहती है"अरे हां मैनें तो सोचा ही नहीं तब तो मैं आपके साथ आपके फिल्म का ओ जो गाना है ,,, उम्म्म्म,,,"


मधु सोचते हुए फट से कहती है"हां,याद आया ' तेरी आँखें 'सच में ये सॉन्ग मेरी तो फेवरेट है।जितनी बार सुनती हू मन करता है सुनते ही रहूं।"...


अभय हंसते हुए कहता है"ओ शुक्रिया पर मैंने बस ऐसे ही गाया था,पर मुझे नही पता था की लोगों को इतना ज्यादा ही पसंद आएगी।"


तभी त्रिशा उन दोनो के बीच बोलती हैं"अब बस भी करो मैं यह कब से खड़ी हुई हू और तुम सब हो की अकेले बोले ही जा रहे हो।"


मधु हंसते हुए कहती है,"हां तो तुम चुप हो तो मैं क्या करू? एनी वे पहले त्रिशा मुझे तू बता ये सब कैसे हुआ मतलब अभय और तुम साथ में मैं समझी नही।"


त्रिशा स्माइल करते हुए कहती है"वो क्या है की मुझे फिल्म में एक काम मिल गया है।"..त्रिशा जैसे ही कहती है मधु शॉक्ड होकर कहती है"क्या?? तुझे फिल्म में काम मिल गया।"...


त्रिशा जवाब देते हुए कहती है"हां और उस फाइल में हीरो कोई और नही बल्की अभय ही है,"ये सुनकर तो मधु और चौक जाती है और त्रिशा से पूछती है"क्या ??अभय?अच्छा ये बता तुझे कैसा रोल मिला है?"..


त्रिशा मुस्कुराते हुए कहती है"मुझे इस फिल्म में लीड रोल मिला है हीरोइन का।"मधु ये सुनते ही बोल पड़ती है"यार तू मुझे शॉक्ड पर शॉक्ड क्यों दे रही हैं ?यार मैं सच में कोई सपना तो नही दे रही हू ना?"


त्रिशा हंसते हुए बोलती है"नहीं ये कोई सपना वापना नहीं है, सच में अब मै हीरोइन बनने वाली हू।".मधु एक्साइटेड हो कर त्रिशा को गले लगाते हुए कहती है"यार अब तो तेरा भी ऑटोग्राफ अभी ही ले लेना चाहिए मुझे वरना पता नहीं हीरोइन बनेगी तो मुझे पहचानेगी भी या नहीं।"..

मधु की इस बात पर अभय और त्रिशा हंसने लगते है और त्रिशा हंसते हुए कहती है"अरे ऐसा कुछ नही होने वाला है तू बेकार ही इतना सोच रही है।"

मधु त्रिशा से कहती है"यार सच में तू कितनी लक्की है तुझे फाइनली फिल्म में काम मिल गया और वो भी सुपर स्टार अभय के साथ सच कही तो मुझे अभी से ही तुझे जलन हो रही है।"...मधु के इतना कहते ही अभय और त्रिशा दोबारा से हसने लगते है।


To be continued

तू सच में कितनी luc