प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १५ RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग १५

फिर वहां से सब ऊटी पहुंच गए और अब फिर से सब अपने अपने कमरे में जाकर नहा धोकर तैयार हो कर नाश्ता करने बैठ गए।
नैना ने कहा पापा जी मैं अब फिर से प्रैक्टिस करना चाहती हुं।
रमेश ने कहा अरे ये तो अच्छी बात है बेटा।
तुम कब से करोगे?
हिना ने कहा जितना जल्दी हो सके।।
राज ने कहा अरे वाह क्या बात है पापा आपने बहुत ही जल्दी हामी भर दी।
मेरे समय तो महीनों तक हामी नहीं भरते थे।।
रमेश ने कहा तुम्हारी बात और है ये बेटी अपनी सब कुछ छोड़ कर यहां है हमारी वजह से!
राज थोड़ा उखड़ गया और फिर अपने रूम चला गया।!
हिना ने कहा अरे पापाजी लगता है देवर जी को मेरे काम करने से एतराज है।।
रमेश ने कहा अरे नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है।तू तो समझदार बच्ची है।मैं कल ही अपने पीए शर्मा से बात करता हूं ताकि तुझे वो सब बता पाए।
हिना ने कहा ओके थैंक यू!
फिर हिना अपने कमरे में जाकर कुछ सामान समेटने लगी।
फिर फोन आ गया तो हिना बात करने लगी।
उधर राज गुस्से में आकर सब सामान पटकने लगा।
कुछ देर बाद ही आवाज से आभा राज के रूम में जाकर देखा और फिर बोली अरे बाबा अब क्या हुआ?
राज ने मां को देखते ही कहा कुछ भी ठीक नहीं है।।
आभा ने कहा अरे बाबा क्या हुआ कुछ ग़लत तो नहीं किया तेरे पापा ने?
हिना एक सुलझी हुई पढ़ीं लिखीं लड़की है वो क्या अपनी जिंदगी तक नहीं जी सकती है।।
राज ने कहा हां,पर मां वो कैसे अकेले ये सब कर पाएगी।।

आभा ने कहा अरे बाबा हम सब हैं ना!
राज ने कहा ओह ओह, प्लीज़ मुझे अकेले छोड़ दिजिए।।
आभा ने कहा अच्छा ठीक है।।

फिर आभा भी चली।।
राज ने कहा कैसे बताऊं मैं आप लोगों को अपने दिल की बात, कोई कुछ नहीं कर सकता है।।
ओह!
रात के डिनर में भी राज नहीं आया तो हिना ने कहा क्या हुआ है देवर जी को?किस बात से परेशान हैं?
आभा ने कहा बेटा वो तुझे लेकर परेशान हैं वो नौकरी वाली बात उसको पसंद नहीं आई।।
हिना ने कहा अच्छा तो ये बात है! मैं उनका डिनर उनके रूम में ले जाती हुं।
आभा ने कहा हां, हां बेटा।
फिर हिना ने प्लेट में खाना परोसा और फिर सीधे राज के रूम में जाकर दस्तक देने लगी।
राज ने कहा आ जाओ।।
हिना ने कहा मैं हुं,देवर जी।
राज ने कहा हां, पर तुम।।
हिना ने प्लेट टेबल पर रखते हुए कहा कि मुझे पता चला आपकी नाराजगी का सवव ।।
राज ने कहा प्लीज़ मुझे अकेले छोड़ दो।।
हिना ने कहा ऐसा कैसे?
नाराज़गी खाने पर क्यों?
पता है कोई मुझे कहता था कि नाराजगी खाने पर मत करो, खाना खाने के बाद फिर नाराज़ रहो।।
हिना हंसने लगी।।
राज ने कहा हां, हां पता है नसीहत नहीं चाहिए।
वैसे भी मैं कल जा रहा हूं मुझे नहीं रहना है किसी को मेरी जरूरत नहीं है।।
हिना ने कहा अरे आप तो सीरियस हो गए। जाने की बात कहां से आ गई।
वैसे भी मैं जा ही जा रही हुं।।।।
राज गुस्से से हिना की तरफ देखा और बोला तुम कहीं नहीं जाओगी।।
हिना ने कहा अगर आप गए तो मैं भी चली जाऊंगी।
चलिए खाना खा लिजिए।।
राज ने कहा सबने खाया?
हिना ने कहा हां, मम्मी पापा खा रहे हैं मैंने सोचा कि पहले आप को खिला दूं फिर मैं भी खा लुंगी।।
राज ने कहा अच्छा ये सब किस लिए? क्या जान सकता हूं मैं?
हिना ने कहा हर बात क्या जानना जरूरी है।।अपना सेहत का ध्यान रखना खुद को जरूरी है और वैसे भी मैं मम्मी पापा को परेशान नहीं करना चाहती।
मैं जा रही हुं। प्लेट खाली होना चाहिए।
फिर हिना चली गई।
राज सोफे पर बैठ कर प्लेट टेबल से उठाया और खाना खाने लगा।
और हिना बाहर से छुप कर ये सब देख कर मन ही मन खुश हो गई और नीचे जाकर खुद भी खाना खाने बैठ गई।
आभा ने पूछा क्या राजीव ने खाना खाया?
हिना ने कहा जी मम्मी।
आभा ने कहा बहुत आशीर्वाद तुम्हें।।
हिना मुस्कुरा कर खाने का निवाला मुंह में डाल दिया।।
फिर सब अपने अपने कमरे में सोने चले गए।
हिना ने कहा मालती जी चाय दे दिजिए।
रमेश ने कहा गुड मॉर्निंग बेटा।
हिना ने कहा गुड मॉर्निंग पापाजी।
रमेश ने कहा आज मैंने शर्मा को बुलाया है।
हिना ने कहा अच्छा पापाजी।
कुछ देर बाद राज भी मार्निंग वाक से आ गया।
राज ने गुड मॉर्निंग कहा। और फिर बोला मालती जी मेरा जूस।।
मालती भी जल्दी से जूस का ग्लास देते हुए कहा ये लिजिए छोटे सहाब।
राज ने ग्लास लेते हुए कहा अरे वाह ये कौन सा जूस है कुछ अलग।।
मालती ने कहा अरे ये तो मैडम ने बनाया है।
राज ने हिना की तरफ देखा तो हिना ने कहा हां, ये मिक्स फ्रूट जूस है।।
राज ने कहा ओके थैंक यू।
फिर पुरा जूस पीने के बाद अपने कमरे चला गया।
कुछ देर बाद ही शर्मा जी आ गए।
रमेश ने सब कुछ समझा दिया।
हिना बहुत खुश हो रही थी।
उसके चहरे पर एक अलग सौंदर्य झलक रहा था।
शर्मा जी ने कहा हां, ठीक है सर मैं मैडम को सब कुछ समझा देता हूं और फिर कल से मैडम मेरे साथ जाएगी।
हिना ने कहा हां, हां शर्मा अंकल।
रमेश ने कहा बेटा तुम स्टडी रूम में जाकर समझ लो।
फिर हिना शर्मा जी को स्टडी रूम लेकर गए।
शर्मा जी ने सब कुछ अच्छी तरह समझा दिया और कुछ फाइलें भी दे दी।
हिना ने कहा हां, ठीक है मैं अच्छी तरह से स्टडी कर लूंगी।
फिर शर्मा जी ने कहा LLB करने के बाद आपको स्टेट बार काउंसिल से लाइसेंस लेना होता है, बिना लाइंसेंस के आप किसी भी क्लाइंट का मुकद्दमा नही लड़ सकते है। लाइसेंस लेने के बाद आपको कम से कम 5 साल का अनुभव होना चाहिए लोअर कोर्ट में वकालत करने का इसके बाद ही आप हाई कोर्ट में वकालत कर सकते हैं।
हिना ने कहा हां, ठीक है मैं अपनी सारी कागजात रेडी करती हुं।
शर्मा ने कहा ओके मैडम।

मेरा अनुभव तो है लेकिन कुछ साल पहले की बात है अब लाईनस अपडेट करवाना होगा।

शर्मा ने बताया कि कल आपको एक बार आना होगा कल दस बजे।

हिना ने कहा हां ठीक है मैं आऊंगी।
फिर शर्मा जी चाय नाश्ता करने के बाद जाने लगें तो रमेश ने कहा अच्छा सब कुछ ठीक है ना।।
शर्मा ने बताया कि लाईनसेस अपडेट करवाना होगा।
रमेश ने कहा हां ठीक है कल राजीव लेकर जाएगा हिना को।।
हिना ने कहा पर पापा जी देवर जी को तो अपना काम होगा।

हां ठीक है फिर भी चला जाएगा वो वक्त निकाल कर और फिर तुम दोनों का भी तो सेम प्रोफ़ेशन है ना ये रमेश ने कहा।।
हिना कुछ भी नहीं बोली।
फिर शाम के चाय नाश्ता करने के समय रमेश ने राज से कहा बेटा कल कुछ वक्त निकाल कर हिना के साथ चले जाना।।
राज ने पहले हिना को देखा फिर पापा की तरफ नजरें मिलाने के बाद बोला क्या हुआ कहां जाना है?
जिसको जाना है वो तो कुछ भी नहीं बोल रहा है।।
रमेश ने कहा अरे बाबा वो लाईसेंस अपडेट करवाना है।।
राज ने कहा ओह ये बात है!
हिना ने कहा वो पापाजी चाहते हैं कि मैं अकेला नहीं जाऊं तो आपको बोल रहे हैं।
राज ने मन में कहा मैं तो चाहता हुं कि तुम जाओ ना कहीं।।
हिना राज के होंठों को देख समझ गई कि राज क्या बोल रहा है तो वो बोली अरे ठीक है मैं चली जाऊंगी।।
राज ने कहा अरे पापा बोले है तो जाना होगा ही।
फिर दूसरे दिन हिना तैयार हो गई और फिर अपने सारे ज़रूरी दस्तावेज ले लिया।
उसने मम्मी पापा के पैर छुए और फिर बोली आप लोग की वजह से मैं अब कुछ कर पाऊंगी।
आभा ने कहा हां, बेटा तुम खुश रहो।
फिर राज ने अपना हेलमेट उठाया तो हिना ने कहा क्या हम गाड़ी से नहीं जा सकते हैं?
राज समझ गया पर वो भुल गया था कि वक्त बदल गया है और वह बोला हां, जरूर।।
हिना ने कहा मुझे डर लगता है बाइक पर।।
राज ने कहा ओह ओह! मैं तो।।

फिर राज ने अतुल को कहा गाड़ी निकालने के लिए।।
फिर राज ने गाड़ी का पीछे वाली सीट की गेट खोलने लगा और बोला हिना यहां तो डर नहीं लगेगा तुम्हें?
हिना कुछ बिना बोले आगे की सीट पर बैठ गई और सीट बेल्ट लगाने लगी।
फिर राज आगे ड्राईवर की सीट पर बैठ गए और बोला मुझे लगा कि जब बाईक में डर लगता है तो मेरी बगल वाली सीट पर बैठने में डर लगेगा तो मैं।।।
हिना ने कहा हां, कुछ भी आप समझ सकते हैं, पहले और अब मैं बहुत फर्क आ गया है ना।।
राज ने कहा हां, ठीक कहा तुमने।
फिर राज गाड़ी चलाने लगा और फिर बोला अरे सीट बेल्ट तुमने।।
हिना ने कहा हां लग नहीं रहा था।
राज ने कहा ओके मैं करता हूं।
आज कितने सालों के बाद राज हिना के इतने करीब था और हिना भी ये एहसास कर रही थी पर कहते हैं ना प्यार पाने का नाम नहीं होता कभी कभी।।।
फिर कोर्ट पहुंच कर हिना और राज शर्मा जी से मिले।।

शर्मा ने हिना को एक फार्म भरने को दिया।
हिना ने फार्म भर दिया और फिर सारे दस्तावेज के साथ जमा कर दिया।
शर्मा जी ने कहा बेटा फोन पर वेरिफिकेशन कोड आएगा और फिर लाइसेंस अपडेट हो जाएगा।

फिर राज और हिना वहां से निकल गए।
रास्ते में राज ने पुछा कि कुछ खाओगी?
हिना ने कहा नहीं ठीक है।।
फिर राज ने देखा लस्सी की दुकान।।
राज ने गाड़ी रोक दी और फिर बाहर जाकर लस्सी लेने चला गया।
दो पुरवा लस्सी रवडी वाली।।
हिना को देते हुए कहा ये लो तुम्हारा फेवरेट लस्सी।
हिना ने लस्सी लेते हुए कहा अरे कैसे समझ गए मन की बात मेरा दिल पढ़ लेते हो?
राज ने कहा हां और क्या?
फिर दोनों ने एक साथ लस्सी पी लिया और फिर हिना हंसने लगी और राज भी हंसने लगा जैसे उनका पहले वाला प्यार वापस आ गया है।।

फिर दोनों घर पहुंच गए।
आभा ने कहा राज पता है मिनल मासी और परिणीति आ रही है।
यह सुनकर हिना एकदम चुप हो गई।
राज ने कहा अच्छा ये तो अच्छी बात है।कब आ रहे हैं?
आभा ने कहा अगले हफ्ते।।
क्रमशः