My Soul Lady - 15 Iffat fatma द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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My Soul Lady - 15

आर्यन की बात सुनकर आयुष और रिया थोड़ी देर के लिए डर गए थे , तभी पीछे से आवाज आती है , क्यों नहीं बताओगे मेरे बेटे को कि उसकी मां आ रही है ।




अभी तो आप लोग यह सोच रहे होगे कि आर्यन जब खुफिया कमरे से बाहर नहीं आ सकता था तो वो यहां कैसे आ गया तो मैं आपको बता दूं कि आर्यन रात को तो कहीं भी जा सकता था लेकिन वह दिन में बिना इंजेक्शन के बाहर नहीं निकल सकता था लेकिन अब धीरे-धीरे उसकी बॉडी रिकवर हो चुकी थी जिसकी वजह से अखिल ने उसे बाहर जाने की परमिशन दे दी थी लेकिन फिलहाल के लिए सिर्फ रात को इसलिए अभी आ रहे हैं यहां मौजूद था.....





यह बात सुनकर आर्यन अपने पीछे मुड़ता है तो उसके पीछे आर्यन , आरव की मां नैनो ओबरॉय खड़ी थी और अखिल अपने मां को देखकर तुरंत उनके पास जाता है और उनके गले लग जाता है और कहता है , ' mom आप डैड को छोड़कर कुछ दिनों के लिए हमारे साथ क्यों नहीं रहती और ना आप हमसे कभी मिलने आती हैं क्या आपको आपके बच्चे प्यारे नहीं है ?

अखिल की यह बात सुनकर उसकी मां उसे कहती है , ऐसी कोई बात नहीं है मेरे तीनों बच्चे मुझे बहुत प्यारे हैं जिस दिन तुम लोग अपनी अपनी जिम्मेदारी ले लोगे उस दिन से मैं और तुम्हारे डैड हमेशा के लिए तुम्हारे साथ इस घर में रहेंगे ।।





तभी अखिल गुस्से से कहता है , आप मिस्टर ओबरॉय की बात मुझसे ना ही करें तो अच्छा होगा उन्हें जहां रहना है वह वहां रह सकते हैं लेकिन आप बस हमारे साथ ही रहेंगी भले आप और बाकी लोग डैड को उस गलती के लिए माफ कर सकते हैं लेकिन मैं नहीं मैं अपनी लाइफ में उन्हें कभी माफ नहीं करूंगा और ना ही उनकी शक्ल देखूंगा ।








तभी अखिल की मां अखिल से कहती है , लेकिन बेटा....

तभी अखिल उन्हें बीच में रोकते हुए कहता है , लेकिन कुछ नहीं मां अब आप उनके बारे में मुझसे कुछ नहीं कहेंगी ।


तभी अखिल की मां उससे कहती है , ठीक है नहीं कहूंगी पर तू यह बता कि आर्यन यहां क्या कर रहा है , तभी आर्यन अपनी मां से कहता है , mom मुझे वहां नहीं रहना और अब मैं धूप में भी बाहर जा सकता हूं तभी अखिल की मां कहती है , तू धूप में तो बाहर जा सकता है लेकिन उस श्राप से बच नहीं सकता ।





तो जब तक तेरे ऊपर से वह श्राप खत्म नहीं हो जाता तब तक तुझे जो मैंने कहा है वही करेगा तभी आर्यन एक डेविल भरी इस्माइल के साथ कहता है , , , मॉम मेरे श्राप के खत्म करने का पहला रास्ता मैंने पार कर लिया है मैंने उस लड़की को ढूंढ लिया है जिस को मारने के बाद मुझे मेरे श्राप से मुक्ति मिल जाएगी ।






आर्यन की यह बात सुनकर वहां खड़े सभी लोग खुश भी थे और थोड़ा उदास भी क्योंकि आर्यन को ना चाहते हुए भी एक मासूम लड़की को मारना पड़ेगा तभी अखिल की मां कुछ सोचते हुए आर्यन से कहती है , " वह तो ठीक है लेकिन क्या तूने पता किया कि वह लड़की अनाथ है या नहीं क्योंकि अगर उसके परिवार में कोई हुआ तो तुझे उसे मारने में थोड़ी दिक्कत हो सकती है इसीलिए उसे चुनने से पहले उसके बारे में जानकारी निकाल ले ।








तभी आर्यन कहता है , " yes mom you are right , मुझे उस लड़की की पूरी के पूरी जानकारी निकालनी पड़ेगी लेकिन यह बात कोई बड़ी बात नहीं है मेरे लिए बस मिनटों का काम है तभी अखिल आर्यन से पूछता है , , , लेकिन भाई आपको कमरे में कौन सी लड़की मिल गई क्योंकि आप तो बाहर गए ही नहीं तभी आर्यन हंसते हुए कहते हैं , कहते हैं ना भगवान जब भी देता है छप्पर फाड़ के देता है वही हुआ है समझ ले मुझे बाहर जाकर मेहनत करने की जरूरत भी नहीं पड़ी और लड़की खुद चलकर मेरे पास आ गए !





तभी अखिल नासमझी में कहता है , मतलब उस लड़की की किस्मत ही खराब थी तभी मरने के लिए खुद ही पहुंच गई लेकिन वह है कौन ?







तभी आर्यन कहता है वह तो मुझे नहीं पता लेकिन शायद वह तेरी ऑफिस में ही काम करती है कोई बात नहीं कुछ दिनों में मैं भी तो ऑफिस ज्वाइन करने वाला हूं फिर देखते हैं उसे ।




वहीं दूसरी तरफ सना अपने महल मैं पहुंची हुई थी क्योंकि उसके मन में कई सारे सवाल थे लेकिन उसके जवाब नहीं और इस सवाल के जवाब जाने के लिए वह अपने गुरु तर्कस के पास जाती है और उससे कहती है , , तर्कस अभी मेरे मन में बहुत सारे सवाल घूम रहे हैं और तुम्हें उन सब के जवाब देने हैं तभी तरकस उससे कहता है , " महारानी हमें क्षमा कीजिए लेकिन मैं आपके सभी सवालों में से किसी एक का ही जवाब दे सकूंगा क्योंकि समय के हिसाब से मुझे निंद्रा ध्यान में जाना है । ।







तभी सना कहती है , क्या निंद्रा ध्यान का वक्त हो गया है इसका मतलब मेरी महल की सुरक्षा कमजोर पड़ रही होगी क्योंकि सब के सब निंद्रा ध्यान में जाने वाले होंगे लेकिन मुझे इसके बारे में पता क्यों नहीं चला ।







तभी तरकस कहता है , महारानी इसका कारण यह है कि आप अभी हमारी समय सीमा के विपरीत एक धीमी समय सीमा वाले स्थान पर रह रही है जिसकी वजह से आपको यह दिक्कत हो रही है लेकिन क्या आपको स्वाति ने इसके बारे में कुछ नहीं बताया सभी सना कहती है , , , नहीं स्वाति को मैंने कहीं भेजा है वह किसी और चीज की रक्षा में लगी हुई है और उसका वहां रहना ही सही है । ।








और अगर अभी मुझे तुमसे एक ही सवाल करना है तो वह मैं यह पूछना चाहूंगी कि वह अभी वह कहां है ? तभी तरकस कहता है , , महारानी इस बारे में मैं पहले ही पता कर चुका हूं वह शख्स जिसे आप ढूंढ रही है वह वहीं कहीं आपके आसपास है लेकिन एक नए चेहरे और नई पहचान के साथ और इस बार आपको उसे ढूंढने में बहुत ज्यादा दिक्कत होने वाली है ।





लेकिन इसमें एक अच्छी बात भी है उसे अगर पहले कोई निशान होगा , तो वह निशान इस वक्त के शख्स में भी होगा और हो सकता है तो आप उसे उसी तरह ढूंढ सकेंगे और अगर उस वक्त में उसके पास कोई निशान नहीं होगा तो इस वक्त में भी उसके पास कोई निशान नहीं रहेगा तो उसके लिए आपको खुद ही सोचना होगा कि आपका अगला कदम क्या है ।