प्यार का ज़हर - 70 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का ज़हर - 70

" जंगल की और आ आ जाओ बडे वाले के" ऐसा कहते ही उस गुंडे फ़ोन काट दिया, फिर क्या था घर वाले सब चलने को तैयार हो गये लेकिन राज ने कहा की.

" अरे रुको रुको सब लोग कहा आ रहे हो" हम सिर्फ दो भाई जायेंगे ठीक आप सब यहा पे रहिये, अगर आप लोग आयेंगे तो हम लाचार हो सकते है वहा, इस लिये मत आओ ठीक है. इतना कहते ही राहुल और राज निकल गई पैसे लेके दिव्या को लाने, गुंडे का वापस फ़ोन आता और राहुल को कहता है की.

" देखो जल्दी करो तुम लोगो के पास वक़्त बिल्कुल भी नही है" ठीक है बस कुच 10 मिनट तक रुकेंगे फिर काम तमाम कर देंगे, तब राहुल ने कहा गुस्से मे की.

" अगर उसको कुच भी हुआ कसम से जिन्दा नही छोडूंगा तुम सबको" गुंडे ने कहा बेटा गर्मी मत दिखाओ ठीक है और हा होसियारि तो बिल्कुल भी मत करना, राहुल ने कहा तुम लोगो को जो चाहते हो वो मिल जायेगा लेकिन अगर कुच भी हुआ उसको तो फिर देखो मे क्या करता हू, गुंडे हा बोलते हुए फ़ोन रख दिया, और उन के लोगो को बताने लगा की.

" ए ए भाई लोग रुको बन्दा आ रहा है इस लड्की को कुच मत करो, अरे फिरोज रुक जा यार इस लड्की को कुच मत कर हमे पैसे मिल जायेंगे बाद मे इस लड्की को छोड देंगे अभी कुच मत करो ओ और दूर हटो, ऐसे ही बोलते ही वहा पे आगये और कहा की.

" ये लो तुम्हारे पैसे और लड्की को हमारे हवाले करो जल्दी" बिना देर किये ठीक है वरना सबको यहा पे जिन्दा गाढ़ दूंगा. गुंडे ने उन्के लोगो को कहा की जाओ पैसे ले आओ और लड्की को इसके हवाले करदो, बाद मे उसके आदमी को तो कुच और ही मंजूर था जैसे ही वो बन्दा लड्की को लेकर गया बिच मे आते ही उसने बन्दूक निकाल दी और लड्की के सर पर रख दी और बोला की.

" मुझे ये पैसे नही बल्कि मुझे तो ये लड्की चाहिये" इसके मालिक ने बहुत समझाया की रहने दो हमे पैसे मिल गये है, अब इन को लड्की देदो और बाद मे इन को यहा से रवाना करो, राहुल से रहा नही गया और बाद मे उस आदमी का एक हाथ पकड कर पटक दिया और फिर राज ने भी मारना शुरु कर दिया, और ऐसे चलते चलते सबकी पिटाय जो गए आखरी मे, उस गुंडे कहा की.

" मेने तुम्हे बहुत बोला की लड्की को देदो देदो लेकिन अब हड्डी तुड़वा लीना अब क्या बोलो तुम" यार बात नही मानते हो तुम मेरि, अब क्या अब तो वो लड्की ले गए और पैसे भी ले गये और पिट के गए वो अलग ये सब तेरी वजह से हुआ, राहुल ने जाते जाते कहा की आइंदा से कभी भी ऐसा करते हुए पकडे गए कसम से काट के रख दूंगा, फिर उन गुंडो ने माफी मांगी की.

" नही भाई अब ऐसा नही करेंगे इस बार माफ कार दो" हमसे गलती हो गई, कुच देर बाद राहुल और राज दिव्या को लेकर घर आ गए, फिर सब लोगो ने चेन सी सांस ली की अब सब सही है, प्रणाली ने कहा.

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुडे रहे मेरे साथ