प्यार का ज़हर - 58 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • आखेट महल - 19

    उन्नीस   यह सूचना मिलते ही सारे शहर में हर्ष की लहर दौड़...

  • अपराध ही अपराध - भाग 22

    अध्याय 22   “क्या बोल रहे हैं?” “जिसक...

  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

श्रेणी
शेयर करे

प्यार का ज़हर - 58

देवेन्दर : आप ये क्या बोल रहे है. तो आप आये ही क्यू हो यहा.

रिहान : अरे भाई मजाक कर रहा हू. इत्ना ज्यादा दिल पे मत ले.

रितेश : क्या हुआ तुम लोगो को कोई समश्या है या ऐसे ही.

रिहान : अरे नही नही कोई समश्या नही है. आप बे फिक्र रहो.

रीतेश : हा तो फ़ीर ठीक है.

《《《 जोशी विलास... 》》》

प्रणाली : राहुल... ओ राहुल बेटा वो ना दादा जी आपके बुला रहे थे. कल वो देर रात बहार घूम कर आये ना. तो पैर मे दर्द हो रहा है. तो वो ठीक कर देता जाकर.

राहुल : हा मम्मी अभी जाता हू.

संतोष : बोला था मेने की बहार ऐसे घुमा मत करो लेकिन सुन्ता कोन है मेरी. सरस को भी मना किया था की मत जाओ फ़ीर भी चले गई दोनो के दोनो.

राहुल : अब ठीक है ना दादू अब गुस्सा करने से क्या होगा.

संतोष : रुको मे भी आती हू बेटा. पता तो चले ये तुम्हारे दादा जी क्या क्या कर के आये है.

《 कुच देर मे... 》

राहुल : दादा जी क्या हुआ. आप ठीक तो है ना.

गोविंद : अरे नही बेटा कल बहार चल ने की वजह से पैरो मे दर्द शुरु हो गया है. कल तो मेने तुम्हारी दादी से बोला था तो ठीक कर दिये थे. लेकिन अब ज्यादा अक्कड गए है पैर मेरे.

राज : अरे वाह सब लोग यही पे क्या कर रहे है. कोई बात है क्या.

संतोष : हा बात तो है लेकिन तुम्हारे दादा जी की भरे बुढापे मे ऐसे चलने के शौक रखते है. तो ऐसे दर्द तो रेहना ही है.

राज : अरे कोई बात नही मे दबा कर ठीक कर देता हू. लेकिन हा दादा जी अगर ज्यादा हो रहा हो दर्द तो बताओ हम हॉस्पिटाल चलते है.

गोविंद : अरे नही नही बेटा इसकी कोई जरुरत नही है. मे ठीक हो जाऊंगा. बस मेरे पैर दबा दो बस.

《 मैन टेन शहर 》

कर्नल : अच्छा हंश भाई सुनो तो वो जिनू ना अपने सारे बंदे को लेकर पहुच रहा है. हमे भी अब निकल ना चाहिए.

हंश : हा भाई चलो. वैसे भाई उन्के पास कोई हथियार वगेरा है. की बस ऐसे ही चले गए.

कर्नल : अरे नही नही भाई सब लेके गए है. वरना वहा जाकर क्या करेंगे.

《《《 कर्नल की टीम 》》》

जिनू : तुम सब लोगो को पता है. कहा कहा बोम लगाना है.

रवि : हा भाई हमे याद है सब कुच कहा क्या करना है और क्या नही ठीक है.

जिनू : चलो बहुत अच्छे.

रवि : वैसे मैन टेन अब हमसे काफी नजदीक है. और हा कोई अच्छी सी जगह देख कर वहा से अलग हो जायेंगे ठीक है.

जिनू : हा ठीक है. बस 5 मिनट मे सारा काम कर देना है.

《 5 मिनट बाद... 》

रवि : यार भाई क्या बताये वहा की जो पुलिस थी वो सब जगह देख रही थी. मुझे तो लगा था. की पकडे जायेंगे लेकिन ऐसा नही हुआ.

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुडे रहे मेरे साथ