रक्त पिशाच सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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रक्त पिशाच

रक्त पिशाच


Story by Mr. Sonu Samadhiya Rasik 🇮🇳

यह कहानी मध्य प्रदेश के एक छोटे से कस्बे में सन् 2005 में घटी एक सच्ची घटना है।


रिया नाम की एक लड़की को बचपन से ही फोबिया था। उसे अंधेरे से डर लगता था। उसे लगता था कि अंधेरे में कोई उसका पीछा कर रहा है।

जब रिया बड़ी हो जाती है तो एक दिन उसकी जिंदगी में तामस नाम का लड़का आता है। उसके आने से रिया की जिंदगी से डर चला गया, इससे सभी बहुत खुश हुए और देखते ही देखते रिया और तमस के बीच नजदीकियां बढ़ने लगीं।
तमस के बारे में जाने बिना ही रिया उससे बेहद प्यार करने लगी।
वो इस बात से अनजान थी कि यह प्यार उसकी जिंदगी के लिए बारदान था या फिर एक अभिशाप।

रिया ने अपने 18 बें बर्थडे के लिए अपनी फ्रेंड मिताली को कॉल किया तो मिताली उस दिन आने से मना करने लगी क्यों कि मिताली के घर पर ऋषिकेश से गुरु जी आए हुए थे।

जब रिया की माँ, मिताली की माँ से बात करती हैं तो वह बोलती हैं कि मैं रिया के बर्थडे पर गुरु जी को अपने साथ लाउंगी।

रिया के बर्थडे की रात जब गुरु जी ने रिया की कुंडली देखी तो उन्होने कुंडली को असाधारण बताया। गुरु जी आगे कुछ बताते तभी वहां तमस आ जाता है।

तमस के आने से गुरु जी को रिया के घर में एक नकारात्मक शक्ति का अहसास होने लगता है।
गुरु जी घबराकर घर से बाहर जाने लगते हैं। तमस गुरु जी को घबराता देख सब समझ जाता और अपनी पहचान छुपाने के लिए उसी रात वह गेस्ट हाउस में जाकर गुरु जी को मार देता है।

मरने से पहले गुरु जी तमस की सारी सच्चाई एक चिट्ठी में लिख कर गीता की किताब में रख देते हैं।

गुरु जी के मरने के बाद मिताली को उनके समान से गीता की किताब मिलती है तो मिताली उसे पूजा में रख देती है।

रिया के बर्थडे के पाँच दिन बाद अमावस्या की रात को जब मिताली पूजा करने जाती है तो उसकी नजर गीता की किताब पर पड़ती है।



मिताली जब उस किताब को पढ़ने के लिए खोलती है तो उसमें से गुरु जी द्वारा लिखा हुआ चिट्ठी गिर पड़ती है।
जिसे पढ़ने के बाद मिताली सभी को तमस की सच्चाई बताती हैं कि तामस कोई आम इंसान नहीं इंसानों का खून पीने वाला एक रक्त पिशाच है।
और वह अमावस्या को रिया को मारने के लिए आएगा।
अमावस्या की रात उसी दिन थी। सभी घबराकर रिया के घर पर इकट्ठे हो गए और तभी वहां तमस रिया को लेने के लिए आ जाता है।


मिताली की माँ तमस को उसकी सारी सच्चाई बताती है।
तमस भी अपने असली रूप में आकर रिया और मिताली के पिता को मार डालता है।


तमस रिया का खून पीने लगता है तभी रिया गुरु जी के द्वारा उस चिट्ठी में बताए गए उपाय,
रुद्राक्ष की माला तमस के गले में डाल देती है जिससे वह जलकर मर जाता है और रिया की जान बच जाती है।

The end