कलयुग में भगवान Kishanlal Sharma द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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कलयुग में भगवान

"नारायण नारायण---घोर कलयुग है
"क्या हुआ नारद,"भगवान विष्णु, नारद को देेेखते ही बोले," चितित नज़र आ रहेे हो।कहाँ से आ रहे हो?
"प्रभु भूलोक में गया था।पूरी पृथ्वी का भृमण करके आ रहा हूँ।"
"अच्छा,"नारद की बात सुनकर भगवान विष्णु बोले,"क्या चल रहा है धरती पर।क्या देख आये?"
"प्रभु अनाचार,अत्याचार,पाप की पराकाष्ठा हो गई है।भाई भाई का,बेटा बाप का,बाप बेटे का,माँ भी कुमाता हो गई है।अपने ही अपनो के खून के प्यासे हो गए है।आदमी मर्यादा पुरुष भगवान राम को भूल गए है।उनके दिखाए रास्ते से भटक गए है।औरते भी सावित्री नही रही।पति पत्नी एक दूसरे के वफादार नही रहे।जुआ,शराब,चरस,गांजा,अफीम,हेरोइन,ड्रग्स,वेश्यावर्ति, अपहरण,लूट न जाने क्या क्या चीजे आदमी ने ईजाद कर ली है।बलात्कार हो रहे है।पैसे के लिए आदमी कुछ भी करने के लिए तैयार है",नारद पृथ्वी लोक का समाचार भगवान विष्णु को सुनाते हुए बोले,"में जो बता रहा हूँ।हालात उससे भी ज्यादा खराब है।"
"नारद पृथ्वी लोक पर कलयुग चल रहा है।कलयुग में तो यह सब होगा ही।इसमें इतना परेशान होने की क्या जरूरत है?
" प्रभु त्रेता में रावण और द्वापर में कंस को मारने के लिए आपने पृथ्वी पर जन्म लिया था।"
"नारद त्रेता में एक ही महाराक्षस रावण और द्वापर में एक ही महापापी कंस था।उनके अत्याचारों से लोग त्रस्त थे।उन्हें मारने के लिए जन्म लेना पड़ा।"
"प्रभु में भी यही कह रहा हूं।त्रेता में एक ही रावण और द्वापर मे एक ही कंस था।कलयुग में तो रावणो और कंस की भरमार है।मैं अकेला उन्हें कैसे मार पाऊंगा।"
"भगवान,आप ऐसा कह कर मुझे शर्मिंदा कर रहे है।आप सर्वशक्तिमान है।आप कुछ भी कर सकते है।"
"नही नारद।पृथ्वी पर हमें मनुष्य योनि में जन्म लेना पड़ेगा।मनुष्य की अपनी सीमाएं होती है।मनुष्य बनकर हम अतिमानव के काम नही कर सकते,"नारद की बात सुनकर भगवान विष्णु बोले,"जन्म लेने से पहले हमें सोचना होगा कि हम इतने सारे पापियों का संहार कैसे कर पाएंगे।"
"प्रभु एक उपाय है।"
"क्या?"
"त्रेता और द्वापर में आपने राज परिवार में जन्म लिया था।लेकिन कलयुग में किसी फिल्मी हीरो के पुत्र बनना।"
"उससे क्या होगा?"
"किसी हीरो के पुत्र बनगे तो आसानी से आपको फिल्मों में प्रवेश मिल जाएगा।आप हीरो बन जाएंगे।"
"नारद हम हीरो बनकर करेंगे क्या?"
"प्रभु हीरो मानव से भी अति बलशाली होता है।वह अकेला दस,बीस, सैकड़ो कितने ही लोगो को मार सकता है।चाहे जंहा आ जा सकता है।चाहे जो कर सकता है।कोई सा भी हथियार चला सकता है।"
"नारद तुम क्या उल्टा सीधा जो मन मे आये बक़े जा रहे हो।"नारद की बात सुनकर भगवान विष्णु बोले।
"प्रभु मुझे मालूम था।आप मेरी बात पर हरगिज विश्वास नही करेंगे।इसलिए मैं एक्शन फिल्मों की सी डी अपने साथ लेकर आया हूँ।आप स्वंय अपनी आंखों से देख लीजिए।"
नारद अपने साथ जो सी डी लाये थे।एक एक करके भगवान विष्णु को दिखाने लगे।उन्हें देख कर भगवान विष्णु बोले,"लगता है फिल्मी हीरो ने तो अति मानव को भी पछाड़ दिया है।"
"प्रभु अब तो आप पृथ्वी पर अवतार लेंगे?"
"हां नारद।अब मैं पापियों का संहार करने के लिए पृथ्वी पर जन्म लूंगा।अब किसी राज परिवार मे नही।किसी फिल्मी हैरी के यंहा ही जन्म लूंगा।"
त्रेता में भगवान दशरथ के और द्वापर में वासु देव के पुत्र बने थे।कलयुग में वह किसी फिल्मी परिवार में जन्म लेंगे।किस हीरो को भगवान के पिता बनने का सौभाग्य मिलता है।