फिर मिलेंगे... कहानी - एक महामारी से लॉक डाउन तक - 4 Sarvesh Saxena द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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फिर मिलेंगे... कहानी - एक महामारी से लॉक डाउन तक - 4

मंजेश और अर्पित भी लेट गए |

अर्पित - "अच्छा क्या होगा? अगर कोरोना पूरे शहर में फैल जाए" |

मंजेश - "ऐसा ना बोलो यार मैंने कई डॉक्टर और करोना पीड़ित मरीजों के वीडियो देखे हैं, बहुत भयानक बीमारी है ये और लाइलाज भी, इसे भारत में नहीं आना चाहिए, जहां बस, ट्रेन, रिक्शा तक अन्धाधुंध जनता से भरा रहता है, ऐसे मे अगर किसी एक को भी….. नहीं नहीं" |

मंजेश डॉक्टर था इसलिए करोना से होने वाली महामारी को वह भांप गया, दोनों दोस्त आपस में बात करते करते सो गए |

सुबह जब मंजेश की आंख खुली तो देखा मोबाइल में कई मिस कॉल पढ़ी थी मंजेश घबरा गया और उसने कॉल बैक की तो पता चला करोना संक्रमित मरीज अब भारत में 200 हो गए और केवल उसके शहर दिल्ली में 100 मरीज हैं | मंजेश परेशान हो गया और अर्पित को उठाया दोनों घर से निकल लिए, अस्पताल आकर मंजेश ने जो देखा उसको बता पाना बहुत मुश्किल है |

हर तरफ अफरा-तफरी मची हुई थी लोग चिल्ला रहे थे चीख रहे थे, अस्पताल के कर्मचारी सब कोशिश कर रहे थे | मंजेश का शरीर बर्फ जैसा होने लगा था उसकी नसों में बहने वाला खून जम रहा था तभी एक डॉक्टर ने उसे पकड़कर खींचा और बोला, "क्या कर रहे हो मंजेश? बाहर क्यों खड़े हो? लो पहले खुद को सैनिटाइज कर लो" | उस डॉक्टर ने मंजेश का सेनिटेशन किया और बोला मैंने इटली और चाइना की हालत देखी हैं, कहीं भारत में भी... "|

मंजेश बस इतना ही बोल पाया |
डॉक्टर - "नहीं नहीं ऐसा नहीं होगा"| तभी एक डॉक्टर ने आवाज दी "प्लीज पेशेंट देखें आकर" दोनों डॉक्टर अपना सूट पहनकर चले जाते हैं |

पूरे शहर में भगदड़ मच जाती है जगह-जगह लोगों से घर में रहने की अपील की जाती है पर लोग नहीं मानते और अगले दिन में कोरोना के पीड़ितों की संख्या भारत में एक हजार हो गई | देश के हर कोने से कोरोना के मरीज मिल रहे थे, ऐसा लग रहा था जैसे किसी नदी से बाढ़ आ कर पूरे देश में फैल रही हो |


"सुनो अर्पित.. तुम अभी के अभी अपनी टीम के साथ जाओ और साउथ दिल्ली में देखो भीड़ को कंट्रोल करो और लोगों से अपील करो कि वह घर पर ही रहे, बहुत बड़ी प्रॉब्लम होने वाली है" पुलिस कमिश्नर ने अर्पित को ऑर्डर दिया |

अर्पित - "मैं पूरी कोशिश करूंगा सर, जय हिंद" |

यह कहकर अर्पित अपनी टीम के साथ बाहर चला गया |


" अरे सर आप क्या बात है बड़े परेशान लग रहे हैं "?
मोहित ने अपने बैंक मैनेजर से कहा |

बैंक मैनेजर - "स्टाफ प्लीज अटेंशन... मैं जानता हूं यह बहुत अजीब है लेकिन देश में बढ़ रहे करोना संक्रमण की वजह से हो सकता है कि सरकार कोई बड़ा एक्शन ले इसलिए आप लोग प्लीज सतर्क रहें और साफ-सफाई का ध्यान रखें और सुना है आज प्रधानमंत्री रात आठ बजे कोई संदेश देने वाले हैं तो आप लोग अपने घर जाएं और अपने साथ-साथ लोगों को भी जागरूक करें" |
ये सुनकर मोहित और पूरा बैंक स्टाफ परेशान हो गया और सब अपने घर के लिए निकल पड़े |


आगे की कहानी अगले भाग में