डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 78 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 78

अब आगे,

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन के चेहरे पर तिरछी मुस्कान आ गई और फिर अपने चेहरे को आराध्या की गर्दन से निकालकर और आराध्या के चेहरे के पास अपने चेहरे को ले जाकर उससे कहा, "तो जल्दी करो मैं इंतेज़ार कर रहा हु..!" 

अर्जुन के चेहरे को इतने करीब से देखकर अब आराध्या ने एक पल के लिए अपनी सांस को रोक लिया और उसके चेहरे को देखने लगी और आराध्या ने कुछ देर तक अर्जुन के चेहरे को देखा और फिर उससे धीरे से कहा, "पहले आप अपनी आंखे बंद करिए, फिर ही मैं आपको किस करूंगी..!" 

आराध्या की बात सुनकर पहले तो अर्जुन ने सोचा कि उससे इस बात पर भी सवाल करे मगर फिर उसने सोचा जब अराध्या ही उसको खुद से किस करने को कह रही है तो फिर सवाल क्यों करना और इसी वजह से उसने जल्दी से अपनी आंखों को बंद कर लिया..!

और जब अर्जुन ने अपनी आंखे बंदकर ली तो अब आराध्या ने एक गहरी सांस ली और फिर थोड़ा डरते हुए अब उसके गाल पर किस कर दिया गया और फिर उससे थोड़ा दूर होते हुए उससे कहा, "अब छोड़ दीजिए मुझे..!" 

आराध्या के किस करने पर अब अर्जुन उसको एक टक देख रहा था और अर्जुन ने कुछ देर तक अराध्या को देखा और फिर अपनी आंखों को छोटा करते हुए उससे बोला, "क्या मैं तुम्हे छोटा बच्चा दिखाई दे रहा हूं जो तुम, मुझे मेरे गाल पर किस कर रही हो..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या उससे कुछ बोल पाती उससे पहले ही अर्जुन ने अपने होठों की तरफ इशारा करते हुए उससे कहा, "मुझे यहां किस चाहिए, समझ में आया तुम्हे..!" 

अर्जुन के इशारे को देखकर अब आराध्या ने अपनी नजरों को झुका लिया और धीमी आवाज में उससे कहा, "नहीं..नहीं मैं आपको यहां किस नहीं कर सकती हु..!" 

अराध्या की बात सुनकर कि वो उसको उसके होठों पर किस नहीं करेगी तो अब अर्जुन थोड़ा मुस्करा गया और उसने शरारती अंदाज में ने उससे कहा, "तो फिर ठीक है मैं खुद ही तुमसे अपना मॉर्निंग किस ले लेता हु..!" 

अपनी बात कहकर अब अर्जुन, आराध्या के होठों की ओर बढ़ने लगा था तो वही जब आराध्या ने देखा कि अर्जुन उसकी ओर ही बढ़ रहा है तो उसने अपने दोनो हाथों को अपने होठों पर रख लिया..!

वही जब अर्जुन ने देखा कि अराध्या ने अपने दोनों हाथों से अपने होठों को छुपा लिया है तो अब अर्जुन ने अराध्या की कमर पर से अपने हाथों को हटाकर अब उसके दोनों हाथों को पकड़ लिया और साथ में अब अर्जुन ने अराध्या को घुमाकर अपने नीचे की ओर कर लिया और खुद उसके ऊपर की तरफ आ गया..! 

और ये सब इतनी जल्दी हुआ कि आराध्या को समझ में ही नहीं आया है अभी उसके साथ क्या हुआ और अब आराध्या अपने दोनो हाथों को अर्जुन ने छुड़वाने की कोशिश करने लगी और वही जब अर्जुन से आराध्या नहीं संभल रही थीं तो अब उसने आराध्या के दोनों हाथों को उसके सिर के ऊपर कर दिए..! 

और उसके दोनों हाथों को अच्छे से अपने एक हाथ से ही पकड़ लिया क्यूंकि आराध्या के हाथों छोटे से ही तो थे और वही हमारे अर्जुन के एक ही हाथ में उसके दोनों हाथ आ चुके थे..!

और वही अब अर्जुन ने अपने दूसरे हाथ से आराध्या के बालों में अपनी पकड़ बना ली क्यूंकि आराध्या बार बार अपना सिर इधर उधर कर रही थी जिससे अर्जुन उसको किस न कर सके..! 

और अब अर्जुन, आराध्या को देखते हुए मुस्करा रहा था और अब उसके होठों की तरफ बढ़ने लगा और वही आराध्या अपने मन में प्रार्थना कर रही थी, "हे महादेव, प्लीज मुझे इस डेविल से बचा लो..!" 

और वही आराध्या के दोनों हाथों और उसके बालो में अपने पकड़ बनाते हुए अब अर्जुन उसके होठों की तरफ बढ़ने लगा और जब वो, उसको उसके होठों पर किस करने ही वाला था कि तभी किसी ने अर्जुन के कमरे का दरवाजा नोक कर दिया..! 

अपने कमरे के दरवाजे पर दस्तक सुनकर अर्जुन थोड़ा सा चीड़ सा गया क्योंकि उसका अच्छा खासा मूड खराब हो चुका था और वही आराध्या ने एक चैन की सांस ली..!

अपने कमरे के दरवाजे पर दस्तक सुनकर अब अर्जुन ने चिड़ते हुए एक नजर दरवाजे की ओर देखा और दूसरी नजर अराध्या को देखते हुए और मुस्कराते हुए उससे कहा, "तुम यही रुको, मैं अभी आया और वापस आकर तुमसे अपना मॉर्निंग किस लेता हु, ठीक है..!" 

अपनी बात कहकर अब अर्जुन ने अराध्या को छोड़ दिया और बेड पर से उठकर अब अपने दरवाजे की तरफ जाने लगा और वही अर्जुन के उसको छोड़ने के बाद आराध्या भी बेड पर उठकर बैठ गई..!

जब अर्जुन अपने कमरे के दरवाजे के पास पहुंच गया तो उसने अपने फिंगरप्रिंट से दरवाजा खोल दिया तो उसके सामने अभिनाश खड़ा हुआ था और जिसने अपनी आंखे डर के कारण नीचे कर रखी थी क्यूंकि अर्जुन उसको गुस्से से घूर रहा था..! 

अब अर्जुन ने थोड़े गुस्से से उससे कहा, "ये बैग मुझे देने ही आए हो या ऐसे ही खड़े रहने का इरादा है तुम्हारा..!" 

अर्जुन का गुस्सा देखकर अब अभिनाश के हाथ में जो बैग्स थे वो उनसे झट से अर्जुन की तरफ बढ़ा दिए और अर्जुन ने भी वो बैग्स लेकर उसके मुंह के सामने अपने कमरे का दरवाजा बंदकर दिया..!

और उस बैग्स को लेने के बाद अब अर्जुन, आराध्या की तरफ मुड़ा तो उसने देखा कि अराध्या बेड पर नहीं थी और आराध्या को अपने बेड पर न पाकर अब उसकी नजर अपने बाथरूम के दरवाजे पर गई जो अभी उसके सामने ही बंद हो गया था..!

वही बंद होते हुए दरवाजे को देखकर अब अर्जुन समझ गया था कि आराध्या उससे बचकर बाथरूम में भाग गई थी और आराध्या के ऐसे बाथरूम में भाग जाने से अब अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान आ चुकी थी..!

और अब वो अपने हाथ में पकड़े हुए बैग्स को लेकर अपने बाथरूम के दरवाजे की तरफ बढ़ गया और वहा पहुंचकर अब उसने दरवाजे को थोड़ा सा नोक करके हुए..!

और उसको छेड़ते हुए उससे कहा, "बेबी दरवाजा खोलो ना और तुमने तो मुझे मेरा मॉर्निंग किस भी नहीं दिया तो क्या हम दोनों साथ में बाथ ले ले इससे क्या होगा कि हमारे टाइम की भी बचत हो जाएगी और फिर हम दोनों जल्दी तैयार होकर तुम्हारे लिए शॉपिंग पर भी चले जाएंगे..!" 

वही आराध्या ने जब अर्जुन की पूरी बात सुनी तो घबराहट से उसके हाथ में जो बॉडीवॉश की बोतल पकड़ी हुई थी वो छुटकर फर्श पर ही गिर गई और जिसकी आवाज सुनकर अब अर्जुन ने फिकर जताते हुए उससे पूछा, "क्या हुआ बेबी तुम ठीक तो हो न..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने धीरे से उससे कहा, "हां, मैं ठीक हु वो मेरे हाथ से ये बॉडीवॉश कि बोतल छुटकर गिर गई और कुछ नहीं हुआ है..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन मुस्कराने लगा और उससे बोला, "अच्छा ठीक है दरवाजा तो खोल दो..!" 

अर्जुन की बात सुनकर आराध्या कुछ ज्यादा ही घबरा गई और उसने जल्दबाजी में बोल दिया, "बिलकुल भी नहीं और मेरा बस चला तो मैं कभी बाहर ही नहीं आऊंगी पर दरवाजा नहीं खोलूंगी..!" 

आराध्या की बात सुनकर अर्जुन हंसने लगा और फिर अपने आपको शांत करके उससे प्यार से बोला, "अरे घबराओ मत मैं शादी से पहले तुम्हारे साथ कुछ नहीं कर रहा और हां मैं, तुम्हारे लिए दरवाजे के बाहर कपड़े रख रहा हु उठा लेना और उसके बाद हम दोनों तुम्हारे लिए शॉपिंग पर चलेंगे ठीक है..!" 

अर्जुन की बात सुनकर, वही आराध्या को बहुत गुस्सा आ रहा था क्यूंकि वो उसको परेशान कर रहा था और वही अब अर्जुन अपनी बात कहकर वहा से सीधा अपने स्टडी रूम की तरफ बढ़ गया क्यूंकि वहा पर भी एक एक्स्ट्रा बाथरूम था..! 

वही दूसरी तरफ,

अभिनाश अभी भी अर्जुन के कमरे के बाहर ही खड़ा हुआ था और अब वहां से जाते हुए खुद को कोसते हुए कहने लगा, "क्या जरूरत थी मुझे अपना फोन साइलेंट रखने कि क्यूंकि न मैने अपना फोन साइलेंट करा होता न ही मैने बॉस का कॉल इगनोर करा होता और न ही मुझे अब उस खूखांर किंग को खाना खिलाने जाना पड़ता..!" 

अभिनाश अपने आपको कोसता हुआ जा ही रहा था कि वो अब किसी ने टकरा गया और उसके सामने खड़े शख्स ने अपने आपको गिरने से संभाल लिया और उससे थोड़े गुस्से से कहा, "अब तू किसके ख्यालों में खो गया है जो अब तुझसे ठीक से चला भी नहीं जा रहा है..!" 

अभिनाश के सामने खड़ा शक्श और कोई नहीं बल्कि समीर था और अब उसने दुबारा से उसने अभिनाश को हिलाते हुए उससे पूछा, "अबे, बोल न क्या हुआ है तुझे और कौन है वो जिसके ख्याल में तू खो सा चुका है..!" 

हिलाने की वजह उसको होश तो आ गया मगर उसका सारा ध्यान अभी भी वही था और जिसकी वजह से उसके मुंह से बस एक ही शब्द निकला और उसने समीर से कहा, "बॉस..!" 

अभिनाश की बात सुनकर समीर ने हैरानी से चिल्लाते हुए कहा, "क्या तू पागल हो चुका है..!" 

समीर की बात सुनकर अब अभिनाश उसको कन्फ्यूजन से देख रहा था कि आखिर अब उसने क्या कर दिया जो समीर उसको ऐसा बोल रहा था और वही अब समीर ने कुछ सोचते हुए उससे कहा, "क्या तू उस टाइप का है जिसको लड़कों में इंटरेस्ट होता है..!" 

समीर की बात सुनकर अब अभिनाश ने थोड़ा चिल्लाते हुए उससे कहा, "छी, सर आप मेरे बारे मे ऐसा सोच भी केसे सकते हैं और हां मैं मानता हु कि मैं थोड़ा शर्मीला हु पर वैसा नहीं हु जैसा आप सोच रहे है..!" 

और अब वो कुछ बोलता उससे पहले ही वहां किसी के हंसने की आवाजें आने लगी और जैसे ही कन्फ्यूजन से दोनों ने अपना सिर घुमाकर देखा तो पाया कि हॉल के एंट्रेंस से तन्मय हंसते हुए आ रहा था..!

और अब तन्मय उन दोनों के पास पहुंच गया और उसने अपनी हंसी को कंट्रोल करते हुए समीर से कहा, "सर, मैं बताता हु आपको इसको हुआ क्या है और आप जैसा सोच रहे है वैसा कुछ भी नहीं है बल्कि..!" 

तन्मय आगे बोलता उससे पहले ही समीर ने उससे पूछ लिया, "बल्कि क्या और मुझे पूरी बात जाननी है कि अभिनाश को हुआ क्या है..!" 

वही तन्मय को देखकर अब अभिनाश ने अपना सिर नीचे कर लिया और तन्मय ने उसको देखते हुए समीर से कहा, "वो कल रात आराध्या मेम को प्यास लगी थी और जग में पानी न होने की वजह से वो नीचे सीढ़ियों से हॉल में आ गई और वही हमारा किंग मजे से हॉल में घूम रहा था और जब आराध्या मैम ने डिम लाइट में किंग की परछाई को देखा तो वो डरकर सीढ़ियों से गिर गई और उनके चोट लग गई..!" 

तन्मय ने इतना ही कहा था कि अब समीर ने अराध्या की फिकर जताते हुए उससे पूछा, "क्या और वो अब कैसी है और वो ठीक तो है न, ज्यादा चोट तो नहीं लगी न..!" 

समीर की बात सुनकर अब अभिनाश ने उससे कहा, "नहीं अब वो ठीक है..!" 

अभिनाश की बात सुनकर अब तन्मय ने झट से उससे पूछा, "तुझे कैसे पता और क्या तूने आराध्या मैम को देखा..?" 

तन्मय का सवाल सुनकर अब अभिनाश ने उससे कहा, "नहीं और मेरे में कहा इतनी हिम्मत है जो मैं बॉस की पसंद को देख सकू और वैसे भी बॉस के कमरे वो और बॉस ही तो रह रहे हैं और जब बॉस मेरे सामने खड़े हुए थे तो बेड पर से उठकर तो आराध्या मेम ही बाथरूम में गई होंगी ना..!" 

अभिनाश की पूरी बात सुनकर अब समीर को चैन पड़ा कि अराध्या ठीक है और अब समीर ने तन्मय से पूछा, "और ये पागल अभिनाश क्या बोले जा रहा था वो तो बता..!" 

समीर की बात सुनकर अब तन्मय ने थोड़ा हंसते हुए समीर से कहा, "किंग की वजह से आराध्या मैम को चोट लगी है इसी वजह से बॉस ने उसको सजा दी है कि अब एक हफ्ते तक उसको दिन में एक बार ही खाना दिया जाएगा और वो खाना भी ये अभिनाश ही उसको दिया करेगा..!" 

तन्मय की बात सुनकर अब समीर ने थोड़ा कन्फ्यूज्ड होते हुए उससे कहा, "एक मिनट किंग की वजह से आराध्या को चोट लगी इसलिए उसको सजा के तौर पर एक हफ्ते तक दिन में एक बार खाना मिला करेगा वो तो समझ में आ गया मगर वो खाना ये अभिनाश ही क्यों दिया करेगा क्यूंकि ये तो उस किंग से बहुत ज्यादा डरता है..!" 

समीर की पूरी बात सुनकर अब तन्मय ने पहले अभिनाश को देखा और फिर मुस्कराते हुए समीर से कहा, "इस पागल ने अपना फोन साइलेंट कर दिया था और जब बॉस ने अराध्या मैम के लिए उसको Ice पैक लाने के लिए फोन किया तो फोन साइलेंट होने की वजह से इसने उनका फोन रिसीव ही नहीं किया और ये सोता ही रह गया जिससे बॉस इस पर बहुत ज्यादा गुस्सा हो गए और अब इसलिए इसको किंग को एक समय का खाना खिलाने की सजा मिली है..!" 

तन्मय की बात सुनकर अब तो समीर को अभिनाश पर दया आ रही थी पर अब कर भी क्या सकते थे क्योंकि एक बार जो अर्जुन ने फैसला कर दिया तो उसको बदलना नामुमकिन ही था..!

वही दूसरी तरफ, अर्जुन के बाथरूम में,

अब आराध्या गहरी गहरी सांस ले रही थी क्योंकि वो भागकर ही बाथरूम में घुस गई थी और फिर उसके हाथ से वो कांच की बॉडीवॉश कि बोतल हाथ से छुटकर गिर गई थी..!

और ये शुक्र की बात थी कि वो एक मोटे से मुलायम कारपेट पर गिरी थी जिससे वो टूटी नहीं और साथ में वो अर्जुन की बात सुनकर और ज्यादा ही घबरा गई थी..!

और अपने सीने पर हाथ रखकर अपने आपको शांत करते हुए अपने आपसे कहने लगी, "मुझे कैसे भी करके इस डेविल से दूर जाना पड़ेगा क्योंकि इनकी हरकते दिन वा दिन बढ़ती ही जा रही है और इससे पहले ये मेरे साथ कुछ करे उससे पहले मुझे यहां से निकलना पड़ेगा और शायद आज का दिन इसी शुभ काम के लिए ही आया है..!" 

अपनी बात कहकर अब आराध्या मुस्कराने लगी और फिर शॉवर लेने के लिए अब वो बाथरूम में ओर अंदर की तरफ चली गई..!

करीब 20 मिनट बाद, 

अब अर्जुन बाथरूम से नहाकर बाहर निकल आ गया था और उसने एक व्हाइट टॉवल अपनी बॉडी पर लपेटा हुआ था और एक टावल से वो अपने सिर को पोशते हुए अपने कमरे में आ गया था और फिर उसने अपने वॉल क्लॉक में समय देखा तो उसमें सुबह के नौ बज रहे थे..! 

To be Continued......❤️✍️

अब क्या होगा अभिनाश का और क्या वो अब अर्जुन के खूंखार जानवर किंग को खाना खिला पाएगा या फिर कुछ और ही होने वाला है और अर्जुन ने अभिनाश के मुंह पर दरवाजा क्यू बंद करा होगा और क्या अर्जुन, आराध्या से अपना मॉर्निंग किस ले पाएगा..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।