डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 76 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 76

अब आगे,

पर अपनी बात कहकर अब उसने आगे कुछ नहीं कहा क्यूंकि वो अर्जुन के व्यवहार को अच्छे से जानता था कि वो हमेशा गुस्से में ही रहता था इसलिए उस बात पर ज्यादा ध्यान ना देते हुए वहां से अब वो अपने कमरे की तरफ चला गया क्यूंकि उसका कमरा भी ग्राउंड फ्लोर पर ही था..!

वही अचानक से अर्जुन की आवाज और फिर हॉल की सारी लाइट्स के खुल जाने से आराध्या और भी ज्यादा डर गई कि कही अर्जुन को कुछ पता तो नहीं चल गया न कि वो उसके विला से भागने की कोशिश कर रही थीं..!

वही जब अर्जुन ने अराध्या को जमीन पर बैठा हुआ देखा तो अब वो भी अपने घुटनों के बल पर जमीन पर बैठ गया और उसने आराध्या से पूछा, "तुम यहां क्यों बैठी हुई हो..!" 

अर्जुन को देखकर अब आराध्या और भी ज्यादा डर गई और वो जैसे ही वहां से हटने को हुई तो अब अर्जुन ने झट से उसके हाथ को पकड़ लिया और उससे दुबारा कहा, "मैने तुमसे कुछ पूछा है कि तुम यहां क्या कर रही हो और यहां क्यों बैठी हुई हो बताओ मुझे..!" 

इस बार अर्जुन ने कुछ ज्यादा ही गुस्से से पूछ लिया था तो आराध्या बहुत ज्यादा डरकर रोने लगी और उससे अपने हाथ को छुड़वाने की कोशिश करने लगी और साथ में कह रही थी, "मुझे छोड़ दो मैने कुछ नहीं किया है और मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी प्लीज मुझे छोड़ दो, प्लीज मुझे जाने दो..!" 

आराध्या बार बार अपनी बात दोहराए जा रही थी और वही अर्जुन को उसकी बाते समझ में नहीं आ रही थी कि आखरी आराध्या ऐसी बाते क्यों कर रही है और वो उससे कहना क्या चाहती हैं और जब उसने आराध्या के मुंह से उसको छोड़ने की बात सुनी तो उसकी भौं तन चुकी थी और अब उसने थोड़ी तेज आवाज में उससे पूछा, "क्या बोला तुम्हे छोड़ दूं..!" 

आराध्या तो वैसे ही बहुत ही बहुत डरी हुई थी और जब उससे अर्जुन की तेज आवाज सुनी तो अब वो उठने की कोशिश करने लगी और वो कोशिश कर ही रही थी मगर उससे उठा नहीं जा रहा था और अर्जुन को ये समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर आराध्या उठ क्यों नहीं पा रहा थी..!

आराध्या उठने की कोशिश कर ही रही थी कि तभी अर्जुन की नजर उसके पैर पर गई जहां थोड़ा सा नीला पड़ गया था और वही आराध्या बार बार उठने की कोशिश कर रही और आराध्या जैसे ही गिरने को हुई तो उसको देखकर अब अर्जुन झट से खड़ा हो गया और उसने अराध्या को संभाल लिया..! 

अर्जुन जितना आराध्या को पकड़ने की कोशिश करता आराध्या उतनी ही उससे छुटने की कोशिश में लगी हुई थी और अब वो रोते हुए उससे कहने लगी, "प्लीज मुझे अंधेरे कमरे में बंद मत करना मुझे अंधेरे से बहुत ज्यादा डर लगता है प्लीज प्लीज ऐसा मत करना..!" 

अपनी बात कहकर अब आराध्या डर के कारण अर्जुन की बाहों में ही बेहोश हो चुकी थी और अब अर्जुन ने अराध्या को अपनी गोद में उठा लिया और अब उसको सीढ़ियों से ऊपर अपने कमरे की तरफ लेकर जाने लगा..!

अब अपने कमरे के सामने पहुंचकर अब अर्जुन दरवाजा खोलकर उसके अंदर जाने लगा और वही अब अर्जुन ने अराध्या को बहुत ही आराम से अपने किंग साइज बेड पर लिटा दिया..!

और जैसे ही अर्जुन उसको लिटाकर जाने को हुआ तो अराध्या ने उसके कॉलर को पकड़ लिया और आध खुली आंखों से देखते हुए थोड़ा डर और रुक रुककर उससे कहा, "पी..प्लीज मुझे अंधेरे कमरे में बंद मत करना..प्लीज..!"

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने उसके माथे पर किस कर दिया और उसके गोरे गालों को सहलाते हुए उससे प्यार से कहा, "कोई तुम्हे उस अंधेरे कमरे में बंद नहीं कर रहा है और अब तुम बस शांत हो जाओ..!" 

और अब अपनी बात कहकर अर्जुन ने अराध्या से पूछा, "और ये तुम्हारे चोट कैसे लगी..!" 

तो अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या फिर से बेहोश हो गई और उसने अर्जुन का कॉलर भी छोड़ दिया तो अब अर्जुन ने उसको एक रेशमी मुलायम सा ब्लैंकेट उड़ा दिया और फिर अपने बॉथरूम की तरफ बढ़ गया..!

वही जब अर्जुन बाथरूम में घुसा ही था कि अब आराध्या ने अपनी एक आंख को खोलकर देखा और जब उसको लगा अर्जुन बाथरूम में जा चुका है तो..!

अब वो अर्जुन के किंग साइज बेड पर उठकर बैठ गई और उसने अपने मन में बोलते हुए कहा, "शुक्र है महादेव आपने मुझे उस शक्श के हाथ नहीं लगने दिया नहीं तो पता नहीं ये डेविल मेरे साथ क्या कर जाता और मुझे माफ करना देना अपनी जान बचाने के लिए मुझे ये थोड़ा सा ड्रामा करना पड़ा जिससे उस डेविल को मुझ पर ज्यादा शक न हो..!" 

अपनी बात कहकर अब उसकी नजर अपनी साइड में रखी शॉर्ट टेबल पर गई तो अब उसके चेहरे पर मुस्कान आ गई पर फिर उसको कुछ याद आया और उसने अपने आपमें बड़बड़ाते हुए कहा, "ओ नो मैने तो उस दृश्य को देखने के बाद उस डेविल के सामने डर की वजह से ये बोल दिया कि मैं किसी को कुछ नहीं बताऊंगी और अगर उसने मुझसे पूछा तो मैं क्या बोलूंगी..!" 

अब आराध्या ने खुद को ही चपत लगाते हुए कहा, "धत्त तेरी की तू ना कुछ न कुछ गड़बड़ कर ही देती हैं पर महादेव अब आप ही मुझे बचा सकते हो उस डेविल से तो प्लीज अब आप ही कुछ चमत्कार दिखा दो..!" 

और अब अर्जुन बाथरूम से बाहर आ गया उसने आराध्या को अपने किंग साइज बेड पर बैठा हुआ देखा तो उससे पूछने लगा, "क्या अब तुम ठीक हो..?" 

आराध्या ने अर्जुन की आवाज को सुन लिया था मगर उसको कोई जबाव नहीं दिया था और इसी वजह से वो अब तेज कदमों से उसके पास पहुंच गया और उसने उससे दुबारा कहा, "क्या हुआ तुमने कोई जबाव क्यों नहीं दिया और अब तुम ठीक तो होना..!" 

उसके चेहरे पर अभी जो घबराहट थी वो जल्दी चली भी गई और उसने अपने आपको सामान्य करते हुए थोड़ी धीमी आवाज में और अपने सिर को झुकाते हुए अर्जुन से कहा, "हां..!" 

आराध्या का जबाव सुनकर अब अर्जुन ने उसके सिर पर अपना हाथ रख दिया और धीरे धीरे सहलाने लगा और उससे पूछा, "और तुम्हारे पैर पर ये चोट कैसे लग गई है बताओ मुझे..?"

दरअसल, अर्जुन ने अराध्या के चेहरे पर उसकी घबराहट को नहीं देखा था जबकि अर्जुन उसके कुछ दूरी पर ही खड़ा था क्यूंकि आराध्या ने उसके सामने पीठ करी हुई थीं और जैसे ही उसने उससे दुबारा पूछा तो उसने अपने आपको सामान्य स्थिति में कर लिया था..!

अर्जुन का सवाल सुनकर अब उसने थोड़ा डरते हुए उससे कहा, "वो..वो मुझे प्यास लगने की वजह से मेरी नींद खुल गई थी और जब मैने देखा कि जग में पानी खत्म हो गया तो मैं पानी पीने के लिए नीचे हॉल की तरफ जाने लगी जहां थोड़ी हल्की लाइट ऑन थी और तभी कुछ ही सीढ़ियों बची थी तो मैने किसी बड़े से जानवर की परछाई को देखा और उसको देखकर ही मैं बहुत ज्यादा डर गई, जो देखने में बिल्कुल किसी शेर या तेंदुआ जैसा लग रहा था और डर की वजह से मैं सीढ़ियों से गिर गई और मेरे चोट लग गई..!" 

दरअसल बात ये है कि जब वो शख्स हॉल में आराध्या को सोफे के पीछे देखने ही जा रहा था तो किसी और आदमी ने उससे ये कहा था कि देखो किंग जा रहा है और हो सकता है वो वास भी इसने ही गिराया हो..!

और इसी वजह से जब आराध्या ने ये सुना तो उसने भी अपनी गर्दन उठाकर दूसरी तरफ से देखा तो उसको रोशनी में किंग की परछाई दिखाई दी और जिसको देखकर वो और भी ज्यादा डर गई थी..! 

आराध्या की बात सुनकर अर्जुन ने थोड़े गुस्से से अपने मन में कहा, "किंग तुमने ये अच्छा नहीं किया आज तुम्हारी वजह से मेरी अरु को चोट लगी है तो उसकी सजा तुम्हे जरूर से मिलेगी..!" 

हां, तो अगर आप मेरी नोवेल शुरू से पढ़ रहे होगे तो आपको पता होगा कि अर्जुन के पास उसके लिए पालतू मगर दूसरों के लिए वो एक खतरनाक और खूंखार जानवर है और जिसका नाम "किंग" है..!

और वो भी अर्जुन के विला में ही रहता है मगर उसकी रहने की जगह विला के पीछे की ओर बनी हुई है और जब रात हो जाती थी तो किंग खुद वा खुद अर्जुन के विला में घूमता रहता था..!

और फिर अर्जुन के कमरे के दरवाजा खुला होने पर जोकि हमेशा खुला ही रहता है मगर किसी की भी हिम्मत नहीं है कि वो खुद उसके कमरे में घुसने की भी कोशिश कर सके शिवाय समीर के..!

तो किंग, अर्जुन के कमरे में अन्दर चला जाता और उसके बेड के पास जाकर सो जाता था और अब अर्जुन ने अपने टाउजर की पॉकेट में से अपना आईफोन निकल लिया और अब अभिनाश को कॉल डायल कर दिया पर पूरी रिंग जाने पर भी अभिनाश ने कॉल रिसीव ही नहीं किया..!

जिसपर अर्जुन ने गुस्से से अभिनाश के नंबर को देखा और फिर अपने कमरे की बालकनी में जाते हुए तन्मय को कॉल लगा दिया और उसने पहली ही रिंग में उसका कॉल रिसीव कर लिया तो अर्जुन ने उससे कुछ कहा जिसको सुनकर तन्मय ने उससे कहा, "ओके बॉस..!" 

अपनी बात कहकर अब तन्मय ने कॉल कट कर दिया..!

अब अर्जुन बालकनी से वापस फिर से अपने कमरे में आ गया और उसने देखा कि अराध्या बार बार अपने पैर को छुने की कोशिश कर रही थी मगर जैसे ही वो हाथ लगती तो एकदम से हटा भी लेती क्योंकि उसको बहुत ज्यादा दर्द हो रहा था..! 

वही अब अर्जुन की तरफ बढ़ ही रहा था कि उसके कमरे के दरवाजे पर किसी की दस्तक हुई तो अब आराध्या ने झट से अपने आपको रेशमी मुलायम ब्लैंकेट से कवर कर लिया..!

और वही जब अर्जुन ने दरवाजा खुला को सामने सिर झुककर और अपनी आंखों को नीचे करे हुए तन्मय वहां खड़ा हुआ था और जब उसने अपने सामने अर्जुन को देखा तो आंखों को नीचे झुके हुए ही उसने Ice पैक उसके सामने बढ़ा दिया और वहा से हॉल की तरफ जाने के लिए मुड़ गया..!

अर्जुन ने Ice पैक को लेकर अब अपने कमरे के दरवाजे को फिर से लॉक कर दिया और वैसे तो वो कभी भी अपने कमरे को लॉक नहीं करता था और न ही किसी में इतनी हिम्मत थी कि कोई उससे पूछे बगैर ही फर्स्ट फ्लोर पर आ सके मगर फिर भी उसको आराध्या के लिए ही अपने कमरे को लॉक करना पड़ रहा था क्यूंकि वो भागने की कोशिश करती रहती है..! 

अब अर्जुन उस Ice पैक को लेकर अराध्या के पास पहुंच गया और अपने किंग साइज बेड पर उसके पैर के पास बैठ गया और जब अराध्या ने देखा कि अर्जुन उसके पैर के पास ही बैठ गया है तो उसने अपने पैर अपनी तरफ खींचने चाहे मगर अर्जुन ने झट से उसके पैर को पकड़ लिए..!

अर्जुन ने अराध्या के पैर पकड़े ही थे कि अराध्या ने उससे कहा, "आप मेरे पैर कैसे पकड़ सकते हो..!" 

आराध्या ने कहा ही था कि अर्जुन ने आंखों से अपने हाथों की तरफ इशारा करने लगा तो आराध्या ने चिड़ते हुए उससे कहा, "हां पता है कि आप अपने इन हाथों से मेरे पैरों को पकड़ रहे हो..!" 

आराध्या की बात से ज्यादा उसको चिढ़ता हुआ देखकर अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान आ चुकी थी और उसको आराध्या को चिड़ते हुए देखकर उसको बहुत ज्यादा मजा आता था..!

अर्जुन को ऐसे हस्ते हुए देखकर अब आराध्या ने उससे अपने पैरों को छुड़वाते हुए उससे कहा, "छोड़िए मेरे पैरों को और मेरी मां कहती हैं बड़ों से अपने पैर नहीं छुआते है और आप मेरे से कितने बड़े हो इसलिए मत छुआ करो..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन ने उससे कहा, "हां तो क्या हुआ कि मैं तुमसे इतना बड़ा हूं और वैसे भी अब कुछ दिनों बाद हमारी शादी हो जाएगी तो फिर इन सब चीजों से कुछ नहीं होता हैं और होता भी हैं तो मैं नहीं मानता हु इन सब चीजों को और तुम्हे भी नहीं मानने चाहिए..!" 

अब आराध्या ने वहां पड़ा हुआ रेशमी मुलायम ब्लैंकेट को अपने पेट से लेकर पैरो तक डाल लिया और फिर उस ब्लैंकेट को थोड़ा ऊपर करते हुए अपने उस चोट पर से हटा लिया तो..!

अब अर्जुन ने अपने हाथ में पकड़ा हुआ Ice पैक को लिया और उसको आराध्या के पैर पर लगाने लगा और वो बहुत ही प्यार और आराम से लगा रहा था..! 

पर वही आराध्या को अपने पैरों पर बहुत ज्यादा ठंडक महसूस हो रही थी और साथ में वो थोड़ा सिसक भी नहीं थी क्यूंकि उसको दर्द भी हो रहा था जिसको देखकर अब अर्जुन ने उससे कहा, "शांत हो जाओ अरु कुछ नहीं होगा बल्कि इससे तुम्हे अच्छा लगेगा..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने उससे कुछ नहीं कहा और फिर कुछ देर तक अर्जुन ऐसे ही Ice पैक से उसके पैर की सिखाई करता रहा..!

और फिर अब अर्जुन खड़ा हुआ और उसने अपनी साइड में रखी हुई शॉर्ट अलमीरा से फर्स्ट एड बॉक्स निकल लिया और फिर उसमें से देखकर एक पेन रिलीफ मेडिसिन निकल ली और फिर अपने स्टडी रूम में जाकर वहा के मिनी फ्रीज से एक पानी की बोतल को ले आया और अपनी शीशे की टेबल पर रखकर उसका पानी एक कांच के गिलास में लौट लिया..!

और फिर एक हाथ में पैन रिलीफ मेडिसिन और दूसरे हाथ में पानी का गिलास पकड़ लिया और आराध्या के पास पहुंच गया और उससे कहा, "ये लो मेडिसिन खा लो जिससे तुम्हे पेन कम हो जाएगा और सुबह तक ठीक भी हो जाओगी..!" 

अर्जुन की बात सुनकर अब आराध्या ने मेडिसिन को देखकर अजीब मुंह बनाते हुए उससे कहा, "नहीं, मुझे नहीं खानी है कोई भी मेडिसिन..!" 

अपनी बात अर्जुन से कहकर अब उसने अपने मन में कहा, "पता नहीं कौन सी मेडिसिन मुझे पेन रिलीफ के नाम पर खिला रहे होंगे और पता चले ये मेरे साथ कुछ और ही कर दे..!" 

आराध्या की बात सुनकर अब अर्जुन उसको कुछ कहता उससे पहले उसने देखा कि अराध्या फिर से कही खो गई है तो वो अब समझ चुका था कि आराध्या अपने छोटे से दिमाग में फिर से कुछ ऊटपटांग ही सोच रही होगी..!

तो अब अर्जुन ने उससे कहा, "ठीक है मत खाओ और मुझे क्या जब तुम्हे ज्यादा पेन होगा कि तुम ही दर्द से करा होगी और ज्यादा दर्द रहा या फिर तुम कल सुबह तक ठीक नहीं हुई तो न हम तुम्हारे लिए शॉपिंग पर जा पाएंगे और न ही तुम्हे मेरी ये व्हाइट शर्ट के अलावा कुछ और पहनने को मिल सकेगा..!" 

To be Continued......❤️✍️

क्या आराध्या की चोट जल्दी ठीक होगी और क्या अर्जुन उसको शॉपिंग पर लेकर जाएगा या नहीं और क्यों नहीं रिसीव किया होगा अभिनाश ने अर्जुन का कॉल और अर्जुन ने तन्मय से क्या कहा होगा और अब अर्जुन, किंग को क्या सजा देने वाला होगा और अब क्या कहेगी आराध्या, अर्जुन से और क्या अर्जुन को पता चल गया होगा कि आराध्या भागने की कोशिश कर रही थी या फिर नहीं..?

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।