डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 67 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 67

अब आगे,

अराध्या अपनी बात कहकर थोड़ी देर रुकी जरूर थी मगर अब उसने गुस्से में लगभग चिल्लाते हुए अर्जुन से कहा, "अगर आपको ऐसा लगता है न कि मै अभी आपके विला और आपकी जिंदगी से कभी आजाद नही हो पाऊंगी तो आप गलत है क्योंकि मेरी बेस्ट फ्रेंड मुझे आपके विला और आपकी जिंदगी से और आपकी नाक के नीचे से लेकर चली जायेगी क्यूंकि जब उसको पता चलेगा कि मै अभी तक होस्टल नही पहुंची हु तो वो आपके खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाएगी और पुलिस आपको सजा जरूर से देगी और फिर आप मुझे अपने पास ज्यादा दिन तक नही रख पाओगे..!" 

अराध्या की पूरी बात सुनकर अब अर्जुन ने उसको देखा और फिर जोर जोर से हसने लगा और अर्जुन की हसी इतनी डरावनी थी कि अब आराध्या को बहुत ज्यादा डर लग रहा था और अब उसको समझ नही आ रहा था कि आखिर अर्जुन ऐसे पागलों की तरह हंस क्यों रहा है..!

अराध्या अपनी डरी हुई नजरो से अर्जुन को ही देख रही थी और जब अर्जुन ने देखा कि अराध्या उसको ही देख रही है तो अर्जुन ने अपनी हसी पर कंट्रोल कर लिया और अब अर्जुन ने अराध्या से कहा, "तुम सच में बहुत ज्यादा मासूम हो माय डियर अरु बेबी और तुमने ये केसे सोच लिया कि मैं तुम्हे यहां पर लाऊंगा और उसका कोई इंतजाम नहीं करूंगा कि तुम्हे कोई ढूंढने की कोशिश भी न करे बल्कि मैने तो तुम्हारे कॉलेज में पहले ही कहलवा दिया था कि तुम अपने घर जा रही हो क्यूंकि तुम्हारे पापा की तबियत अचानक से बहुत ज्यादा ही बिगड़ गई हैं और इसलिए ही तुम्हारी बेस्ट फ्रेंड या फिर कॉलेज से जुड़ा कोई भी इंसान तुम्हे ढूंढने की कोशिश बिलकुल भी नहीं करेगा..!" 

अर्जुन की पूरी बात सुनकर आराध्या बहुत ज्यादा हैरान ही रह गई और साथ में उसको अब बहुत ही ज्यादा गुस्सा भी आ रहा था और अब इसलिए ही अराध्या ने अपने गुस्से में आकर अर्जुन से कहा, "ये आपकी गलतफैमिली है कि आपकी बात पर मेरे कॉलेज के सब लोग तो आसानी से विश्वास कर लेंगे मगर मेरी बेस्ट फ्रेंड नहीं करेगी और वो जरूर कुछ ना कुछ करेगी और तब आप देखना कि मै आप और आपके इस विला को छोड़कर बहुत दूर चली जाऊंगी और इतना दूर की आप मुझे कभी भी ढूंढ नही पाओगे तो फिर आपको आपके किए की सजा मिलेगी..!" 

अराध्या की पूरी बात सुनकर अब अर्जुन ने अराध्या को अपनी तिरछी नजरों से देखा और फिर अपने घमड़ भरे शब्दों में अराध्या से कहा, "सजा और मुझे कौन देगा वो पुलिस, कानून या फिर तुम क्योंकि वो पुलिस या कानून मेरा कुछ नही बिगाड नही सकती है और रही बात तुम्हारी मुझसे दूर जाने की तो वो इस जन्म में तो मुमकिन नहीं होगा क्योंकि मैं तुम्हे अपने आपसे कभी भी दूर नहीं जाने दूंगा और तुम्हे हमेशा के लिए मेरे साथ यही रहना पड़ेगा, समझ मे आया तुम्हे..!" 

अर्जुन की घमंड भरी बाते सुनकर अबतक अराध्या की आंखो में आंसुओ आ चुके थे और साथ में उसको बहुत गुस्सा भी आ रहा था और इसलिए अब आराध्या ने अपने गुस्से में थोड़ा सा आगे बढ़कर अब वो अर्जुन के पास पहुंच गई..!

और फिर अपने मुलायम हाथों से अर्जुन के सीने पर मारते हुए उससे कहने लगी, "आप बहुत बुरे हो, बहुत बहुत ज्यादा बुरे हो और आप जैसा इंसान इस जिंदगी में किसी का साथ भी डिजर्व नही करता है और इसी वजह से आप अकेले रहते हो और आपका अपना परिवार आपके साथ नही रहता है और आप ऐसे ही जिंदगी भर अकेले रहोगे आपको कभी किसी का साथ नही मिलेगा और देखा एक दिन मैं आपकी इस कैद से आजाद होकर आपसे बहुत दूर चली जाऊंगी..!"

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।