डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 60 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • आडंबर

    ’मां कैसी लगीं? रेवती मेरे परिवार से आज पहली बार मिली...

  • नक़ल या अक्ल - 80

    80 दिल की बात   गोली की आवाज़ से नंदन और नन्हें ने सिर नीचे क...

  • तमस ज्योति - 57

    प्रकरण - ५७दिवाली का त्यौहार आया, ढेर सारी खुशियाँ लेकर आया।...

  • साथिया - 124

    तु मेरे पास है मेरे साथ है और इससे खूबसूरत कोई एहसास नही। आज...

  • पुनर मिलन

    एक छोटे से गाँव में, एक सुखी और समृद्ध परिवार निवास कर रहा थ...

श्रेणी
शेयर करे

डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 60

अब आगे,

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने मासूम सा चेहरा बनाते हुए  अर्जुन से कहा, "ऐसा तो कुछ भी नही है और आप अपनी छोटी सी शर्त बता दीजिए न मेरे पेट में चूहे दौड़ रहे हैं..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अर्जुन के चेहरे पर मुस्कान आ गई थी क्योंकि वो अच्छे से समझ रहा था कि आराध्या बात को टालने की कोशिश कर रही थी..!

और इसलिए ही अब अर्जुन ने आराध्या से कहा, "अच्छा ठीक है तो अब तुम मुझे अपने हाथो से ये वेजिटेबल सूप पिला दो तो मै तुम्हे ये तुम्हारा ये व्हाइट सॉस पास्ता खाने दूंगा..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने अपना मुंह बना लिया और अपने मन में कहने लगी, "बस इतनी सी बात के लिए कोई किसी को परेशान करता है भला और ये तो वही बात हो गई खोदा पहाड़ और निकली चुईया...!" 

अराध्या के चेहरे पर बदलते भाव देख कर ही अर्जुन के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ चुकी थी क्योंकि वो इतना तो समझ ही गया था कि अराध्या इस समय क्या सोच रही थी, अब अर्जुन ने आराध्या से पूछा, "क्या हुआ तुम फिर किसी सोच में पड़ गई..?" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने बस ना मे अपना सिर दो से तीन बार हिला दिया और कुछ देर बाद आराध्या ने अर्जुन से कहा, "आप मुझे अपनी पकड़ से आजाद कर दो..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अर्जुन के चेहरे से वो मुस्कान अचानक से गायब ही हो गई और अब अर्जुन, अराध्या को खा जाने वाली नजरो से घूर रहा था..!

और उस ने शांत मगर डरा देने वाली आवाज में अराध्या से पूछा, "और वो क्यू, और क्या तुम्हे, मेरी बात एक बार मे...?" 

अर्जुन अपनी बात पूरी कर पता उस से पहले ही आराध्या बीच में बोल पड़ी मगर वो भी थोड़ा डरते हुए और उस ने अर्जुन से कहा, "मे..मेरा मतलब है कि आप मुझे अपनी गोद से उतार दोगे तभी तो मै आप को आप का ये वेजिटेबल सूप पिला पाऊंगी न..!" 

अराध्या की बात सुन कर, अब अर्जुन का गुस्सा कुछ हद तक शांत हो चुका था और उस ने आराध्या से कहा, "वो तो तुम मेरी गोद मे बैठ कर भी तो पिला सकती हो ना..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब आराध्या ने उस से कहा, "अरे मै तो खुद आप की गोद मे बैठी हुई हु ऐसे में मै कही गिर न जाऊ उस के लिए अपना सीधा हाथ आप के गले में डाल रखा है और मै कोई लेफ्ट आर्म पर्सन तो हु नही तो आप को अपने बाएं हाथ से आप का वेजिटेबल सूप पिला सकू..!" 

अराध्या की पूरी बात सुन कर, अब अर्जुन ने एक नजर आराध्या को देखा और उस का सीधा हाथ अपने गले में से निकल दिया और अब आराध्या को खड़ा करके उस को अपने लेफ्ट साइड से राइट साइड में ठीक तरह से बैठा लिया..!

ऐसा करने से अब अर्जुन ने आराध्या का लेफ्ट आर्म अपने गले में डाल लिया और अब अर्जुन ने अराध्या की आंखो में देखने के साथ मुस्कराते हुए कर उस से कहा, "अब तो कोई परेशानी नहीं होगी ना..!" 

अर्जुन की बात सुन कर, अब अराध्या ने सिर ना मे हिला दिया और अजीब सा मुंह बनाने के साथ में अपने मन में कहा, "ये कितने बेशरम इंसान हैं, मेरी पोजिशन चेंज कर दी मगर मुझे अपनी गोद के उतार कर साइड में नही बैठने दिया और अब केसे मुस्कराते हुए पूछ रहे हैं, बड़े आए नबाब साहब..!" 

अर्जुन, अराध्या के चेहरे पर बदल रहे भाव को देख रहा था और अब उस से अराध्या से अपने वेजिटेबल सूप की तरफ इशारा करा जैसे वो उस से कह रहा हो अब तो मुझे मेरा वेजिटेबल सूप पिला दो..! 

अर्जुन के इशारे को समझते हुए अब आराध्या ने अर्जुन का बाया हाथ सीधा करते हुए उस के हाथ पर उस के वेजिटेबल सूप का बाउल और ट्रे रख दिया क्योंकि उस ने अपने सीधे हाथ से तो आराध्या को उस की कमर से पकड़ा हुआ था..! 

To be Continued......❤️✍️

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।