डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 43 Saloni Agarwal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 43

अब आगे,

 

और वो बॉडीगार्ड टाइप ड्रेस पहने हुए और कोई नही बल्कि अर्जुन का पर्सनल बॉडीगार्ड "तन्मय" ही था और अब वो, एक हाथ से उस ड्रिंक लड़के को पकड़े हुए था और दूसरे हाथ से अपनी पैंट की पॉकेट से अपना फोन निकलने लगा..!

 

और किसी आदमी को कॉल करने लगा और जैसे ही उस आदमी ने अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय का कॉल रिसीव किया तो तन्मय ने अब उस आदमी से कहा, "सुन, अगले 5 मिनट में यहां शेखावत क्लब में आ जा और अभिषेक सर को यहां से सीधा शेखावत विला लेकर जाना है और हां, वो भी बिना बॉस (अर्जुन) को पता चले, समझ में आया तुझे..!"

 

अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय की बात सुन कर अब उस आदमी ने हां बोल कर कब अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय का कॉल कट कर दिया..!

 

और वही अब अर्जुन का पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय अब अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर को कॉल करने लगा तो अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर ने पहली बार तो उस का कॉल रिसीव नही किया तो अब अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय ने उस को दुबारा से कॉल करा तो इस बार अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर ने अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय का कॉल रिसीव कर लिया..!

 

और अब अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय ने अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर से कहा, "सर, कुछ देर बाद अभिषेक सर शेखावत विला में मौजूद होंगे..!"

 

अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय की बात सुन कर, अब अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर ने अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय से कहा, "ठीक है..!"

 

अपनी बात कह कर अब समीर ने अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय का कॉल कट कर दिया..!

 

जब अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर ने अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय का कॉल कट कर दिया तो अब तन्मय ने वापस से अपना फोन अपनी पैंट की पॉकेट में रख लिया..!

 

और अब वो, अपने आदमी के आने का इंतजार करने लगा जो अर्जुन के छोटे भाई अभिषेक को वहा से शेखावत विला लेकर जायेगा..!

 

हां तो ये अर्जुन का सगा छोटा भाई है और उस का पूरा नाम "अभिषेक सिंह शेखावत" था और जिस की उम्र लगभग 25 वर्ष थी और इस का रंग गोरा था और साथ में फीचर वाइस ये भी दिखने में बहुत स्मार्ट और हैंडसम होता है मगर अर्जुन से कम..!

 

इस की हाइट 5"9 इंच होगी और ये स्वभाव से मस्तीखोर, बदमाश और हसमुख टाइप था मगर इस का गुस्सा अपने भाई अर्जुन की तरह ही तेज भी था पर अर्जुन के सामने इस की बिलकुल भी नही चलती थी..!

 

वही दूसरी तरफ, अर्जुन का विला, दिल्ली में,

 

अर्जुन, अराध्या का हाथ कस कर पकड़ते हुए अपने कमरे तक ले आया था और अपने कमरे का दरवाजा खोल कर आराध्या को अपने किंग साइज बेड पर धक्का दे दिया और जिस से आराध्या, अर्जुन के किंग साइज बेड पर मुंह के बल गिर गई..!

 

अर्जुन के ऐसे धक्का देने से अब आराध्या, अर्जुन के किंग साइज बेड पर ही उस के ब्लैंकेट से अपने आप को कवर कर के जोर जोर से रोने लगी..!

 

वही जब अर्जुन ने आराध्या को रोते हुए देखा तो अब अपने गुस्से में उस से कहने लगा, "अब से तुम इसी कमरे में बंद रहोगी और अगर तुम ने मुझ से बिना पूछे इस कमरे से अपना एक कदम भी बाहर निकल लिया ना तो मुझ से बुरा तुम्हारे लिए कोई और नहीं हो सकता है और हां, मै थोड़ी देर में वापस आता हु, जब तक तुम फ्रेश हो जाना नही तो मैं तुम्हारा वो हाल करूंगा जो तुम सोच भी नही सकती हो..!"

 

अपनी बात कह कर, अब अर्जुन अपने कमरे से बाहर निकल गया और साथ में अपना कमरा बाहर से लॉक भी कर दिया..!

 

अर्जुन के अपने कमरे से चले जाने के बाद,

 

अराध्या ने अपने भरे हुए गले से खुद से कहने लगी, "ये महादेव मै कहां पर फस गई हु और ये आदमी (अर्जुन) मेरे साथ क्या करना चाहता है और मुझे तो कुछ भी समझ में नही आ रहा है, प्लीज मुझे बचा लो और मुझे यहां से निकलने का कोई तो रास्ता दिखाओ..!"

 

अपनी बात कह कर आराध्या फिर से अर्जुन के किंग साइज बेड पर अपना सिर टिका कर रोने लगी..!

 

आराध्या से बात करने के बाद,

 

अब अर्जुन अपने कमरे को लॉक कर के सीढ़ियों से नीचे हॉल की तरफ आने लगा तो वही खड़ा उस का इकलौता दोस्त समीर जो अभी अर्जुन के पर्सनल बॉडीगार्ड तन्मय से बात कर अपना फोन अपनी पैंट की पॉकेट में ही रख रहा था अब उस ने अर्जुन को सीढ़ियों से नीचे आता देख लिया..!

 

अर्जुन ने अपने इकलौते दोस्त समीर को देख कर भी अनदेखा कर दिया था और वो अब अपने विला के हॉल से बाहर की तरफ जाने लगा तो तभी अर्जुन के इकलौते दोस्त समीर ने उस को रोकते हुए उस से कहा, "अर्जुन, तुम ये सब आराध्या के साथ बिलकुल भी ठीक नही कर रहे हो..!"

 

समीर की बात सुन कर, अर्जुन के बढ़ते कदम वही रुक गए..!

 

To be Continued......

 

हेलो रीडर्स, यह मेरी दूसरी नोवेल है। कृपया इसे अपनी लाइब्रेरी में जोड़ें, मेरी प्रोफाइल को फॉलो करे और कमेंट्स, रिव्यू और रेटिंग के साथ मुझे अपना सपोर्ट दे। अधिक जानने के लिए पढ़ते रहिए मेरी दूसरी नोवेल "डेविल सीईओ की मोहब्बत" और अगला भाग केवल "मातृभारती" पर।