इसका मतलब है कि वीडियो अभी बहुत कुछ है ? परमार ने कहा।
तुम बस वीडियो देखते जाओ, तुम्हें सब कुछ समझ आ जाएगा और नहीं आया तो फिर मैं बता दूंगा। भौमिक ने परमार की बात सुनने के बाद कहा।
भौमिक ने फिर से वीडियो प्ले किया। वीडियो आगे दिखता है कि डॉक्टर अविनाश के परिवार ने लॉकेट जैसी चीज देखी और फिर वे सभी हॉल में बैठ गए। डॉक्टर अविनाश फिर कमरे में गया और कुछ ही देर में वापस हॉल में आ गया। उसने पत्नी और दोनों बच्चों को कुछ दिया और फिर कुछ बोला। डॉक्टर अविनाश के कुछ बोलने के बाद ही पत्नी आरती और दोनों बच्चों ने चाकू को अपने हाथ पर चला दिया। उनके हाथों से खून गिरने लगा था। आरती वहीं बैठी रही, पर उसके चेहरे पर कोई दर्द नजर नहीं आ रहा था, हालांकि वो अपने बच्चों को भी देख रही थी कि उनके हाथों से भी खून बह रहा था।
फिर डॉक्टर अविनाश बच्चों की ओर बढ़ा और दोनों फिर से कमरे में लेकर चला गया। करीब दो मिनट बाद वो कमरे से बाहर निकला और फिर पत्नी आरती के पास आ गया। फिर उसने आरती के हाथ से चाकू लिया और सोफे के पीछे चला गया और उसी चाकू से आरती का गला रेत दिया। आरती ने दो-से तीन बार अपनी गर्दन को झटका और फिर वो सोफे पर गिर गई।
फिर डॉक्टर अविनाश कमरे में गया और करीब पांच मिनट बाद फिर हॉल में आकर सोफे पर बैठ गया। उसके चेहरे पर एक विजयी मुस्कान सी तैर रही थी। फिर उसने चाकू अपने हाथ पर चला दिया। उसके चेहरे पर अब भी मुस्कान थी। करीब दो मिनट तक वो अपने हाथ से गिरते खून को देखता रहा, फिर उसने आरती के माथे को चूमा और फिर अपने गले पर ही चाकू चला लिया।
यहां भौमिक वीडियो को रोक देता है। परमार पूरो वीडियो देखकर चौंक जाता है। फिर अचरज के साथ बोलता है-
सर, हम तो कातिल को तलाश कर रहे थे, हम सोच रहे थे कि विशाल या उसके दोस्तों में से किसी ने कत्ल किए होंगे पर यहां डॉक्टर खुद ही कातिल निकला।
मैंने भी जब यह वीडियो देखा था तो मुझे भी उतना ही आश्चर्य हुआ था परमार जितना कि तुम्हें हो रहा है। भौमिक ने कहा।
पर सर मुझे पूरा वीडियो देखने के बाद एक बात अब भी समझ नहीं आई कि आखिर डॉक्टर सक्सेना ने ये सब क्यों किया और खासकर उसने विशाल और उसके दोस्तों से क्या बात की है। परमार ने कहा।
इसको समझने के लिए अब तुम्हें शाह की बात को याद करना होगा। तुम्हें याद है उसने हमें बताया कि डॉक्टर अविनाश तीन साल तक लंदन में मनोचिकित्सा के बारे में स्टडी कर रहा था। उसने लंदन से जाने से पहले शाह से कहा था कि उसका कुछ काम रह गया है, उसके बाद वो हार्ट की सर्जरी भी कर सकेगा और मरीज को पता भी नहीं चलेगा। मुझे लगता है उसका जो आखिरी काम था वो था सम्मोहन करने का। वो शायद यही टेस्ट करना चाहता होगा कि वो किसी को सम्मोहित कर सकता है या नहीं। भौमिक ने कहा।
तो वो किसी को सम्मोहित कर या मरीज को सम्मोहित कर क्या हासिल करना चाहता था ? परमार ने प्रश्न पूछा।
मुझे लगता है कि डॉक्टर किसी को सम्मोहित कर उसके दर्द को महसूस करने की शक्ति को खत्म कर देना चाहता होगा। इसलिए उसने अपने परिवार को ही सबसे पहले दर्द दिया। वीडियो में नजर भी आ रहा है कि उसके सम्मोहन में बंध कर उसकी पत्नी यहां तक की उसके बच्चों ने भी अपने हाथ की नसों को काट लिया था और उनके चेहरे पर कोई शिकन तक नहीं थी। यानि कि डॉक्टर सक्सेना अपने इस काम में तो सफल हो गया था। भौमिक ने कहा।
वीडियो देखने के बाद यह तो साबित हो गया था कि डॉक्टर सक्सेना ने ही अपने परिवार का कत्ल किया है, पर उसने यह तरीका क्यों आजमाया ? उसने विशाल और उसके दोस्तों से क्या बात की थी ? विशाल और उसके दोस्त कत्ल का इल्जाम अपने पर क्यों ले रहे थे ? भौमिक का अगला कदम क्या होगा ? इन सभी सवालों के जवाब आगे कहानी में मिलेंगे, तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें व फॉलो करना ना भूले।