भौमिक ने गौर से मानव को देखा और मन में सोचा हो सकता है मानव कत्ल के संबंध में कोई सुराग दे। वो चाह भी रहा था कि उसे कैसे भी कत्ल के संबंध में कोई सुराग मिले तो उसका केस आगे बढ़ सकता है। हालांकि अब तक उसके हाथ में कातिल के संबंध में ना तो कोई सुराग हाथ लगा था और ना ही कत्ल के मकसद के संबंध में कोई जानकारी मिली थी। इसलिए भौमिक चाह रहा था कि इन आठों लोगों से पूछताछ के दौरान उसे कोई सुराग मिले।
भौमिक ने एक बार फिर बात की सामान्य शुरूआत ही की। उसने मानव से प्रश्न किया-
मानव अब तो कॉलेज खुलने वाले हैं, आगे का क्या प्लान है तुम्हारा ?
मानव ने भौमिक को देखते हुए कहा- सर फिलहाल कोई खास प्लान तैयार नहीं किया है। कॉलेज शुरू होंगे तो क्लास अटेंड करना है।
कोई छुट्टी, दोस्तों के साथ पिकनिक या पार्टी ? भौमिक ने दूसरा सवाल किया।
मानव इस बार कुछ उदास हुआ और कहा- एक पिकनिक का तो मजा ही किरकिरा हो गया सर। अब फिलहाल कोई प्लान नहीं है।। हां, दोस्तों ने कहा तो यही किसी क्लब में पार्टी के लिए जा सकते हैं।
ओके गुड, क्या मैं तुम्हारी पार्टी में शामिल हो सकता हूं ? भौमिक ने नया सवाल मानव के सामने रख दिया था।
बिल्कुल सर, पर क्या आपके पास इतना समय होगा कि आप हमारे साथ पार्टी कर सके। मानव ने जवाब दिया।
अगर तुम लोग इन्वाइट करो तो मैं समय निकाल सकता हूं। भौमिक ने मानव के प्रश्न का जवाब देते हुए कहा।
अगर आप समय निकाल सकते हैं तो हमें तो कोई प्रॉब्लम नहीं होगी, और अगर आप साथ रहेंगे तो हमेंं तो यूं भी कोई प्रॉब्लम नहीं आने वाली है। मानव ने कहा।
तो चलो एक बार मैं भी तुम्हारे साथ पार्टी करने के लिए चलूंगा, पर उससे पहले तुम्हें मुझसे दोस्ती करना होगी।
अरे सर आपसे दोस्ती कौन नहीं करना चाहेगा ? आप तो शहर के एसीपी है, आपकी दोस्ती का मतलब है कि शहर में कहीं भी कोई परेशानी नहीं होगी। मानव ने भौमिक की बात का जवाब देते हुए कहा।
पर मानव फिलहाल तुम्हारा एक दोस्त प्रॉब्लम में हैं, क्या तुम अपने दोस्त यानि कि मेरी मदद कर सकते हो ? भौमिक ने कहा।
मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूं सर ? फिर बताइए कि क्या प्रॉब्लम है, अगर मैं आपकी कोई हेल्प कर सका तो मुझे खुशी होगी। मानव ने उत्साह के साथ कहा।
मानव तुम्हारे दोस्त को हवेली में हुई हत्या के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। तुम तो उस दिन हवेली में ही थे, क्या तुम मुझे उन कत्ल के बारे में या कातिल के बारे में कुछ बता सकते हो ?
भौमिक ने बस इतना ही कहा था कि मानव एकदम उदास हो गया था। उसके मुंह से एक भी शब्द नहीं निकला था। मानव को अचानक यूं उदास होते देख भौमिक ने एक बार फिर अपना प्रश्न दोहराया।
मानव क्या तुम मुझे हवेली में हुए कत्ल और कातिल के संबंध में कुछ बता सकते हो ?
परमार भी मानव को बड़े गौर से देख रहा था। हालांकि मानव ने जैसे चुप्पी ही साध ली थी। वो कफछ नहीं बोल रहा था, पूरी तरह से खामोश था। भौमिक ने दो से तीन बार अपना प्रश्न दोहराया, पर मानव ने एक भी शब्द नहीं कहा।
भौमिक ने फिर कहा- मानव अगर तुम कुछ भी जानते हो तो मुझे बताओ। आखिर हवेली में कत्ल कैसे हुए थे। क्या तुमने कुछ देखा था ?
मानव ने बहुत ही धीमे स्वर में भौमिक से कहा- सर वो सभी कत्ल मैंने किए हैं, पर सर आप मेरे दोस्तों को इस पूरे मामले से दूर ही रखना। मेरे दोस्तों का इन कत्ल से कोई लेना-देना नहीं है।
मानव के मुंह से भी कत्ल करने की बात को सुनकर भौमिक और परमार ने एक-दूसरे को देखा। फिर भौमिक ने मानव से कहा- तो फिर मुझे ये बताओ मानव की तुमने उन लोगों की हत्या क्यों और कैसे की ?
मानव ने भौमिक को देखा और वो कुछ बोलने ही वाला था कि वो भी कुर्सी से नीचे गिर गया और फिर बेहोश हो गया।
आखिर ऐसा क्या है कि भौमिक जिससे भी पूछताछ करता है वो बेहोश हो जाता है ? क्या सच में स्टूडेंट में से ही किसी ने कत्ल किए हैं, अगर हां तो आखिर क्यों ? इन सवालों के जवाब भौमिक को कैसे मिलेंगे ? इन सवालों के जवाब मिलेंगे अगले भाग में। तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें।