सोशल मीडिया Er.Vishal Dhusiya द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

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सोशल मीडिया

आज के युग में सोशल मीडिया का बहुत चलन है और आगे भी रहेगा इसके फ़ायदे भी हैं और साथ में नुकसान भी। फ़ायदे ये हैं कि आजकल आधा से अधिक काम ऑनलाइन हो रहा है जैसे नौकरियां, शिक्षा, बिजनेस, दूर के लोगों से चंद मिंटो में बातचीत, संदेश व पैसे आयात निर्यात तथा कुछ अपने शौक जैसे नाचना, गाना, वीडियो, फिल्म बनाना,खेलना सब आसानी से सोशल मीडिया से हो जा रहा है लेकिन आज से 35 - 40 साल पहले ये सारी सुविधाएँ नहीं थी अपने दूर के रिश्तेदारों से बात करने के लिये तार भेजने पड़ते थे। उसे पहुंचने में महीनों लग जाते थे। फिर कुछ समय बाद टेलीफोन आया तो सबके घर नहीं होता थाबल्कि दुकानों पर लाइन लगाना पड़ता था। लेकिन मोबाइ सोशल मीडिया आजाने से वो समस्या खत्म हो गया है। ये रहे सोशल मीडिया के फ़ायदे अब नुकसान क्या है आइए आपको एक कहानी के माध्यम से रुबरु कराते हैं। एक लड़की थी लगभग 15-16 साल की उसके माता-पिता बड़ी शौक से उसको मोबाइल दिए ताकि उनकी बेटी आराम से पढ़ सके और तेज तर्रार हो जाये लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उस लड़की ने अपने मोबाइल में सभी सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम ,तथा सभी प्रकार की सोशल मीडिया डाउनलोड कर ली। फिर अपने सारे शौक जैसे नाचना गाना सभी पूरा करने लगी उसके हजारों फॉलोअर हो गए। वह लड़की फेमस होने लगी। एक दिन उस लड़की को एक लड़के का फ्रैंड रिक्वेस्ट आया और उसने स्वीकार कर ली। लड़के ने उसे मैसेज करना शुरू कर दिया, लड़की भी उससे खूब बातें करने लगी। लड़के ने विश्वास के लिए उसे उसके आसपास के गाँव का नाम बताने लगा फिर अपना अच्छा अच्छा फोटो भेजने लगा लड़की उसकी जाल में फंसती चली गई। लड़की भी अपना अच्छी अच्छी फोटो भेजना शुरू कर दी बस उसके फोटो ही उसके काल बन गए। एक दिन लड़के ने लड़की को डेट पर बुलाया। फिर क्या था लड़की तैयार हो गई। अपने माता-पिता से बहाना बनाकर निकल पड़ी। लड़की को क्या मालूम था कि वह उसका प्यार नहीं बल्कि उसका काल है और वह लड़का नही बल्कि एक ल़डकियों का धंधा करने वाला एक अधेड़ था। लड़की उसकी बताये हुए जगह पर पहुंची और इंतजार करने लगी। इंतजार करते करते लगभग एक घंटे हो गए। सुनसान रास्ता था। लड़की डर रही थी। तब उसने एक कार को अपने ओर आती देखी। और वह कार उसके पास आकर रुकी। जब कार का गेट खुला तो वो आश्चर्यचकित हुयी। उसने देखा कि एक काला सा अधेड़ उसके बाप के उम्र का आदमी उतरा। लड़की देखती रह गई। उसने आकर लड़की से हालचाल करने लगा। लड़की उसे पहचानने से इंकार कर दी तब उस अधेड़ व्यक्ती ने सारी कहानी बताई और उस लड़की को किडनैप कर ले गया। इस कहानी का मतलब है कि मोबाइल सोशल मीडिया तो सही है लेकिन आप उसे कितना सही इस्तेमाल कर रहे हैं वो आप पर निर्भर करता है। लेकिन इस कहानी से यही सीख मिलती है कि सोशल मीडिया पर अनजान व्यक्ती से दोस्ती नहीं करनी चाहिए और नाहीं उसकी कोई बातों पर यकीन करना चाहिए। क्योंकि आप एक बहुत बड़े धोखा और हादसे का शिकार हो सकते हैं।

ये कहानी काल्पनिक है इससे किसी भी व्यक्ति से जोड़ा नहीं गया है बल्कि इस कहानी को एक बड़े हादसे को रोकने का एक पहल है। बाकी कोई त्रुटि के क्षमा प्रार्थी हूँ।


- Er. Vishal Kumar Dhusiya