"जिस दिन में राखी के त्यौहार पर तुम्हारे पास राखी बंधवाने ना पहुंच सकूं तो उस दिन तुम समझ लेना कि तुम्हारा राजा भैया इस दुनिया में नहीं है। "इस राखी पर अपने राजा भैया के यह शब्द उसकी बहन राजकुमारी के कानों में गूंज रहे थे, क्योंकि रात के 8:00 गए थे और राजा राखी के त्यौहार पर अपनी बहन से राखी बंधवाने उसके ससुराल नहीं पहुंचा था।
राजकुमारी सुबह से राजा को कई बार फोन कर चुकी थी, लेकिन राजा का फोन स्विच ऑफ आ रहा था, जब राजकुमारी ने थकहार कर राजा के पड़ोस में फोन किया तो पड़ोसियों ने बताया कि राजा तो चार-पांच दिनों से किसी को कुछ बताएं बिना घर से गायब है, यह बात सुनकर राजकुमारी का डर घबराहट और बढ़ जाती है। माता-पिता की मृत्यु के बाद राजकुमारी राजा दोनों भाई-बहन ही एक दूसरे का सहारा थे।
यह राखी राजकुमारी को पहले से ही इसलिए मनहूस लग रही थी क्योंकि उसका पति किडनी की समस्या की वजह से अस्पताल में दाखिल था।
सास ससुर देवर सब पति के पास अस्पताल में थे, घर में अकेले राजकुमारी पति और राजा भैया के बारे में सोच-सोच कर और ज्यादा दुखी बेचैन हो रही थी, तभी राजकुमारी के घर का दरवाजा कोई तेज तेज खटखटाता है, राजकुमारी सोचती है शायद राजा भैया राखी बंधवाने मेरे पास आ गया है, लेकिन दरवाजे पर पड़ोस की दस बरस की लड़की खड़ी थी और वह लड़की राजकुमारी से कहती है कि "आप घर में अकेली हैं, इसलिए मम्मी ने आपको हमारे घर बुलाया है।"
उस लड़की के घर पहुंच कर राजकुमारी अपनी पड़ोसन से कहती है "आपकी बेटी मुझे बुलाने आई थी।
"अस्पताल से आपकी सास का फोन आया था, उन्होंने कहा है, उनको घर आने में देर हो जाएगी और आप घर में अकेली हैं इसलिए मुझे कहा कि जब तक मैं आपको अपने घर बुला लूं।" पड़ोस की महिला कहती है
अपने घर में भी राजकुमारी को बहुत ज्यादा अकेलापन लग रहा था, इसलिए वह पड़ोस की उस महिला के घर में रुक जाती है और कुछ देर बाद राजकुमार की सास का फोन राजकुमारी के लिए आता है कि "तुम्हारे देवर को घर भेज रही हूं, उसके हाथों अपने राजा भैया की रखी भिजवा देना।"
"सासू मां राजा भैया खुद ही मेरे पास राखी बंधवाने आ जायेंगे और जब वह अस्पताल में आपके पास है, तो उन्होंने मुझे फोन करके क्यों नहीं बताया।" राजकुमारी कहती है
पहली बार राजकुमारी की सास राजकुमारी को बहु रानी की जगह बेटी कह कर पुकारती है और कहती है "तुम्हारे राजा भैया की हालत तुम्हारे पास आने लायक नहीं है।"
राजकुमारी घबराकर कहती है "सासू मां जो भी है मुझे पूरी बात सच-सच बता दो क्या हुआ है राजा भैया को।"
"बेटी कुछ नहीं हुआ है तेरे राजा भैया इस राखी पर तुझे कोई अनमोल उपहार देना चाहता है।" राजकुमार की सास कहती है
"मुझे कोई उपहार नहीं चाहिए मैं अभी किसी को साथ लेकर अस्पताल पहुंच रही हूं।" यह कहकर राजकुमारी फोन काट कर घबरा कर रोने लगती है।
वह पड़ोस की महिला राजकुमारी को रोने से छुप करवा कर रात के 10:00 बजे राजकुमारी के साथ ऑटो में अस्पताल जाती है।
और अस्पताल पहुंचकर राजा को अस्पताल में भर्ती देखकर राजकुमारी और ज्यादा घबरा जाती है तब राजकुमारी के सास ससुर देवर राजकुमारी को रोने से चुप करवा कर कहते हैं "तुम्हारे राजा भैया ने इस राखी पर तुम्हें अनोखा उपहार दिया है, तुम्हारे राजा भैया ने अपनी एक किडनी तुम्हारे पति को दान में देकर तुम्हारे सुहाग की रक्षा की है।"
राजकुमारी अपने राजा भैया के पूरी तरह होश में आने के बाद अपने राजा भैया को प्यार से मिलकर कहती है "सच में तुम राजा भैया हो।"
और राजा भैया के हाथ में राखी बांधकर राखी बांधे हाथ को पकड़ चूमकर रोने लगती है।