मेरी दूसरी मोहब्बत - 33 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 33

Part - 33 Jail ki sair

अवनी और उसकी मां पवन और सुरेश जी को लेकर परेशान होती है बहुत देर हो जाती है वह दोनों घर नहीं आते तभी एक आदमी बाहर गेट पर आता है अवनी उसके पास जाती है और उससे कहती है कौन हो आप ??क्या चाहिए तुम्हें??

तो वह आदमी कहता है मैंने अभी-अभी सुरेश जी को और उनके साथ एक लड़का भी था उन दोनो को पुलिस पकड़ कर ले जा रही थी मैंने सोचा मैं आपको पहले बता दूं इसलिए मैं आपको यह बताने आ गया।

अवनी जब ये सुनती है तो घबरा जाती है और कहती है, पुलिस पकड़ कर ले गई ??अच्छा आप मुझे यह बताइए पुलिस वहाँ आई क्यों???

देखिए मैडम मैंने बस इतना देखा था कि सुरेश जी की उस पुलिस वाले के साथ थोड़ी बहस चल रही थी तो पुलिस वाला उन्हें अपने साथ ले गए और इससे आगे तो मुझे कुछ नहीं पता कि पुलिस वहा क्यों आई बस जो मुझे पता था वह मैंने आपको बता दिया।

अवनी-थैंक यूं सो मच भैया!!!

अवनी अपनी मां के पास जाती है और उनसे कहती है, एक आदमी आया था वह कह रहा था कि पापा को पुलिस ले गई उनके साथ एक लड़का भी था,जरूर पवन ही होगा !!!

अवनी की मां-पुलिस पकड़ कर ले गई उन्हें???ऐसा क्या हुआ होगा मुझे तो लग रहा है कि वह इतनी परेशीनी में थे, किसी से झगड़ा ना कर लिया हो अवनी और उसकी मां दोनों बहुत परेशान हो जाती है तभी रूपेश को बुलाते हैं फिर रूपेश को सारी बात बताते हैं।

अवनी कहती है एक काम करो आप स्टेशन जाओ मैं वकील का इंतजाम करती हूं और उसी के साथ पुलिस station आती हूं अवनी की मां और रुपेश गाड़ी में बैठकर स्टेशन की ओर निकल जाते हैं अवनी वहां पर कोशिश करती है कोई वकील ढूंढने का वह अपनी फ्रेंड से बात करती है

उसकी दोस्त उसकी इसमें मदद करती है वहा एक नंबर देती है फिर वो वकील से बात करती है वो वकील सुरेश जी को पहले से जानता था और वह उन्हें काफी अच्छा इंसान मानता था तो वे उनकी मदद करने के लिए तैयार हो जाता है।

वकील अवनी से कहता है आप पुलिस station जाइए मैं आपको वही मिलता हूं अवनी पुलिस स्टेशन जाती है वहां उसका वकील उसका इंतजार कर रहा होता है वहां पर वो अपने पापा और पवन को देखती है और अवनी पवन की तरफ़ गुस्से से देखती है।

पुलिसवाला अवनी से कहता है, हां बोलिए मैडम किस लिए आई हैं आप?

अवनी-देखिए सर मैं यहां अपने पापा और अपने दोस्त को छुड़ाने आई हूं आप मुझे बताएंगे कि आपने ने क्यों arrest किया है?

पुलिसवाला-यह आधी रात को आपस में लड़ रहे थे और आप के पापा हमसे बदतमीजी कर रहे थे तो हमने धर लिया और यहां ले आए और कुछ सुनना है आपको?,पुलिसवाला अवनी से धौंस जमा कर बात करता है।

अवनी- आपने पकड़ तो लिया पर यह भी नहीं पूछा कि किसी गलती थी और किसकी नहीं और मेरे पापा ने आप से बदतमीजी कि ऐसा हो ही नहीं सकता वो ऐसे इंसान नहीं है कि वह पुलिस वालों के साथ बदतमीजी करें!!

पुलिसवाला-आप हमें हमारा काम मत बताए आपके लिए अच्छा होगा,हमें क्या करना चाहिए क्या नहीं,हमें अपना काम करना बहुत अच्छे से आता है तभी हम पुलिस वाले हैं!!

अवनी-ठीक है मैं यहां पर उनकी जमानत कराने आई हूं यह मेरा वकील है आप इनसे बात कर लीजिए!

वकील पुलिस वाले से बात करता है पर वह वकील की भी नहीं सुनता और कहता है जो कुछ भी होगा सुबह होगा इसलिए आप यहां से चले जाएंगे मेरा वक्त खराब ना करें ।

पवन सब कुछ देख और सुन रहा होता है यह सब देखकर उसे बहुत गुस्सा आ रहा होता है पवन पुलिस वाले से कहते हैं- देखिए सर जब वह आपसे कह रही है कि उनकी बात सुन लीजिए तो उनकी बात क्यों नहीं सुन लेते और आप थोड़ा तमीज से बात कीजिए।

पुलिसवाला पवन से- ओए लड़के अपना मुंह बंद कर समझा,तू सिखाएगा मुझे कि मुझे किस से कैसे बात करनी चाहिए इतना मारूंगा की तू अपने आप को भी नहीं पहचान पाएगा,इसलिए अपना मुंह बंद कर और चुपचाप वही खड़ा रहा है मुझे जो करना होगा मैं कर लूंगा।

सुरेश जी-देखिए सर आप जानते हैं की मैंने आपसे कोई बदतमीजी नहीं की है मैं तब से आपके साथ अच्छे से पेश आ रहा हूं आप जानबूझकर मुझे पर इल्जाम लगा रहे हैं,

कि मैंने आपसे बदतमीजी कि मैंने आपसे कोई बदतमीजी नहीं की बस मैं आपको इतना बता रहा था कि इसमें पवन की कोई गलती नहीं,दोनों लड़के हम से लड़ने की कोशिश कर रहे थे,

आप मेरी बात नहीं सुन रहे थे इसलिए मैंने आपसे थोड़ी ऊंची आवाज में बात की और जब मेरी बेटी कह रही है तो इसकी बात आप सुन लीजिए पर आप तो किसी की भी नहीं सुन रहे हैं आप अपनी ड्यूटी अच्छे से कीजिए।

पुलिसवाला देखिए सुरेश जी-पुलिस वाले से ऊंची आवाज में बात करने को ही बदतमीजी कहते हैं इसलिए आप यहां बंद है और आप हमें मत बताइए कि मेरी ड्यूटी मुझे कैसे करनी चाहिए सब के सब मुझे ज्ञान दिए जा रहे हैं।

अवनी की मां उसी बीच बोलती है देखिए गलती हो गई से बात को क्यों इतना क्यों बढ़ा रहे है माना की गलती हो गई है पर आपने भी तो बहुत देर से इन दोनो को बंद करके रखा हैं अब जाने दीजिए ना??

पुलिसवाला देखिए मैं आपको कह चुका हु की जो भी होगा सुबह होगा कोर्ट में अब मैं कुछ नहीं कर सकता।

सुरेश जी मजबूर होते हैं की वो कुछ नहीं कर पाते क्योंकि वह अपनी पार्टी का हिस्सा नहीं थे उनकी सारी पावर छीन ली गई थी इसलिए उन्हें बहुत अफसोस हो रहा था कि अगर आज उनके पास उनकी पावर होती तो यह सब होता ही नहीं।

वह पवन की तरफ देख कर बोलते हैं बेटा मुझे माफ कर दो अगर आज मैं अपनी पार्टी का हिस्सा होता तो यह दिन नहीं देखना पड़ता मुझे इस बात का बहुत अफसोस हो रहा है पवन उन्होंने तसल्ली देते हुए कहता हैं ऐसा मत सोचो आप बस थोड़ी देर रुकिए देखना सब ठीक हो जाएगा।

पवन को एक कॉल करनी होती है इसलिए वह थोड़ा शांत होकर पुलिस वाले से कहता है देखिए सर मेरे घर वालों को नहीं पता कि मैं कहां हूं वह मुझे लेकर परेशान हो रहे होंगे,

तो बस मुझे कॉल करने दीजिए ताकि मैं बता सकूं कि मैं ठीक हूं???

पुलिसवाला उसे फोन नहीं करने देता और उससे बोलता है अच्छा तो तू भी अपना वकील बुलाएगा क्या ??

अभी तो थोड़ी देर पहले बहुत अकड़ रहा था अब अचानक क्या हुआ??

पवन-देखिए सर मेरे घर में सब परेशान हो रहे होंगे प्लीज एक कॉल करने दीजिए मैं किसी वकील को नहीं बुला रहा सिर्फ अपने घर में बात करना चाहता हूं।

पुलिसवाला उसकी बात मान जाता है वो उसे एक फोन करने की इजाजत दे देता है

पवन मन ही मन सोचता है अगर वह अपने पापा को फोन करेगा तो यहां सब को पता चल जायेगा उसके बारे में पर उसके पास कोई और रास्ता भी नहीं है मुझे ऐसा करना ही होगा अवनी और अवनी के पापा के लिए अगर, मेरी सच्चाई सामने आ भी जाती है तो मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता वह अपने पापा को फोन मिला देता है और उन्हें बता देता है की को जेल में है।

पवन के पापा फोन पर उसे बहुत तेज़ आवाज़ में चीख कर कहते है -  तुम हमेशा अपनी मर्जी चलाते हो हमें बिना बताए चले जाते हो हमें नहीं पता होता कि तुम कहां क्या कर रहे हो? आखिर कब तुम्हें समझ आएगा की तुम पर कितनी जिम्मेदारियां है? अरे राज्याभिषेक हो चुका है तुम्हारा पर तुमने अभी तक अपना बचपना नहीं छोड़ा, और मुझे वजह बताओ कि तुम वहां पर कैसे पहुंचे?

पवन-पापा मैं अभी आपको कुछ नहीं बता सकता बस अब जल्द से जल्द यहां आ जाइए मुझे आपकी जरूरत है मैं यहां पर आकर आपको सब कुछ बता दूंगा मुझे पता है यहां पर आ कर आप सब ठीक कर देंगे, अच्छा मैं अब फोन रखता हूं मैं आपका इंतजार कर रहा हूं पापा।

पुलिसवाला-तेरे पापा क्या कलेक्टर है जो यहां आ कर सब ठीक कर देंगे जब मैंने बोल दिया अभी कोई कहीं नहीं जा सकता जो कुछ भी होगा सुबह होगा,और मैडम आप अपना टाइम खराब कर रही है देखिए मैं आपको बोल चुका हूं कि अभी कुछ नहीं हो सकता आप यहां से चले जाइए। चलिए। .. निकलते बनिए

फिर वो वापस पवन को जेल में बंद कर देते हैं पवन फिर मन ही मन सोचता है अभी तुझे पता चल जाएगा कि मेरे पापा क्या है और क्या नहीं और मन ही मन मुस्कुराने लगता हैं वह अपनी की तरफ देखता है और शांत होने के लिए कहता है और उसे देख कर हल्का सा मुस्कुराता है

अवनी उसकी तरफ अजीब तरीके से देखती है उसे समझ नहीं अत की जिस पवन ने उसे कहा था की वो अनाथ है वो आज अपने पापा को कहा से बुला रहा है।  वह पवन की हसी देख ये सोचती है की ये अभी भी हंस रहा है- अवनी समझ जाती है कि उसके दिमाग में कुछ तो चल रहा है फिर वो भी थोड़ा शांत हो जाती है और उसके असली या नकली पापा के आने का इंतजार करती है।

क्या उसके पापा पवन की मदद करने आएंगे क्या सबको पता चल जाएगा की पवन कौन है?