मेरी दूसरी मोहब्बत - 30 Author Pawan Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मेरी दूसरी मोहब्बत - 30

Part - 30 Waapsi

पवन अपनी सोच में डूबा होता है उसे क्या करना चाहिए, और सबको अपने बारे में सच‌ बता देना चाहिए या चुपचाप रहकर शादी कर लेनी चाहिए??

तभी वह अवनि के पापा आ जाते है और पवन को सोच मे डूबे हुए देख वो पवन से कहते है -

सुरेश जी -अरे पवन बेटा आओ बैठो बैठो दरअसल मैं तुमसे पूछना चाहता था कि हूं कि तुम्हे शादी सच में करनी है या इस बार भी भागने का प्लान है अगर ऐसा हैं तो बेटा अभी बता दो दर हम कुछ उम्मीद नहीं रखेंगे सुरेश जी पवन से थोड़ा निराश हो के पूछते है ।

(अवनी के चाचा बोलते हैं)

हां सोच लो दोनों पता चले कि शादी के मंडप से ही दोनों गायब हो गए??

पवन- नही ! नहीं! अंकल जी इस बार ऐसा कुछ नही होगा आप बिल्कुल भी टेंशन ना ले अब शादी होगी।

तभी अवनी वहां आती है क्या हुआ पापा अपने अचानक आने को कहा सब ठीक तो है ना??

सुरेश जी -हा!! हा !! बेटा सब ठीक है मैं पवन से पूछ रहा था की शादी करने का इस बार प्लान है!! और अब तुमसे भी पूछ लेता हु की तुम्हे अब शादी करनी है या नही बतादो बेटा अब इतनी हिम्मत नही है और ज्यादा सहने की??

अवनी -पापा अब एसा कुछ नही होगा अब शादी हो कर रहेगी वो पवन कि तरफ देख कर मुस्कुराती है पवन भी उससे देख कर smile करता हैं।

घर का माहौल बहुत अच्छा चल रहा होता है ऐसा लग रहा होता है कि सब कुछ परफेक्ट हो रहा है पवन अवनी दोनों खुश थे परिवार खुश था।

पवन अपनी परेशानी भुला कर उनकी खुशियों का हिस्सा बन जाता है पवन और अवनी के चाचा आपस मे खूब मज़ाक करते हैं अवनी भी उनका साथ देती है अवनी बिल्कुल पवन के जैसे बात करने लगती है ये देख कर रूपेश बोलता है!!

क्या बात है अवनी तुम पर तो अभी से पवन जी का असर हो‌ रहा है अभी ये हाल है तो शादी के बाद क्या होगा ??

बोलो!! बोलो !! अवनी अब चुप क्यों हो गई सब अवनी के तरफ देखने लगते हैं ।

अवनी- अच्छा मुझे एक काम याद आया ओह shit!! मैं भूल सकती हु अवनी बहाना बना कर वहा से चली जाती है

अवनी के चाचा- कोई काम नही है बस शर्मा के चली गई और हसने लगते है।

रात को पवन कमरे में अकेला होता है तो अवनी चुप के से उसके पास आती है और पीछे से गले लग जाती है ।

पवन -अरे अरे क्या कर रही हो मैंने तुम्हें सुबह भी कहा था कि हमें कोई देख लेगा पर तुम्हें तो मस्ती सूची है क्या हो गया तुम्हें पहले तो नहीं थी ऐसी,और हां सुबह क्या काम आ गया था तुम्हें जो अचानक चली गई थी ?

अवनी – हां था कुछ काम, तुम्हें क्यों बताऊं!!

और तुम तो ऐसे डर जाते हो जैसे कि पता नहीं कोई चुड़ैल तुमसे लिपट गई हो !!

अरे हमारी शादी होने वाली है कोई देख लेगा तो क्या फर्क पड़ता है

पवन – अभी शादी हुई नहीं है !!

अवनी- अरे तुम बहुत डरपोक हो सच में। मेरा परिवार है,मेरा घर है पर मुझे डर नहीं लग रहा तुम्हें देखो पसीने छूट जाते हैं तुम्हारे !!

अवनी पवन को वापस गले लगा लेती है तभी वहां पर अवनी की मां देख लेती है पर वह उनसे कुछ नहीं कहती वो मन ही मन सोचती है,,

कि शुक्र है इन दोनों के पीछे सारी दूरियां खत्म हो गई‌ मैं तो यही चाहती थी कि दोनों एक दूसरे के करीब आ जाए और यही हो रहा है फिर वो दोनों को देख कर चली जाती है ।

पवन- अवनी बहुत रात हो गई है तुम अपने कमरे में जाओ पवन अवनी को प्यार से समझा है।

फिर अपनी पवन से पूछती है,कि क्या हुआ है जब से‌ आए हूं तब से कुछ परेशान से लग रहे हो कुछ परेशानी है क्या किसी बात को लेकर मुझे बता सकते हो, मैं तुम्हें जानती हूं तुम इतनी सीरियस रहने वाले बंदे नहीं हो!!

पवन -अरे बाबा कोई बात परेशान नहीं कर रही बस मैं तुमसे इसलिए कह रहा हूं,कि तुम्हारी फैमिली वाले थोड़ा अलग सोच के हैं, और वह तुम्हें मेरे साथ रात को कमरे में देखेंगे तो अच्छा नहीं लगेगा। इसलिए कह रहा हूं ??

शादी तो हो रही है ना शादी के बाद कोई हमें रोकने टोकने वाला नहीं होगा।

अवनी -नहीं तुम झूठ बोल रहे हो कुछ तो चल रहा है तुम्हारे दिमाग जो तुम छुपा रहे हो??

पवन उसे भरोसा दिलाने के लिए कहता है अच्छा तो तुम्हें यह लग रहा है कि मैं किसी बात को लेकर परेशान हूं तो तुम्हें इस बात का प्रूफ चाहिए कि मैं परेशान नहीं हूं,

फिर वह अवनी को कसकर पकड़ लेता है तो अब बताओ अभी मैं तुम्हें परेशान लग रहा हूं

अवनी शर्मा के बोलती है- क्या कर रहे हो छोड़ो मैं तो मजाक कर रही थी??

पवन -अच्छा अब मजाक कर रही थी नहीं नहीं मैं तो बहुत सीरियस हूं अवनी बहुत कोशिश करती पवन‌ उसे छोड़ दे पर पवन उसे छोड़ता नहीं है तब अवनी मजाक में बोलती है हैं,

अवनी छेड़ने के लिए कहती है - अरे!! पापा आप........

पवन ये सुन कर थोड़ा घबरा जाता है और अवनी को छोड़ देता है अवनी फिर कमरे से बाहर भागते हुए कहती है की मैने कहा था ना की तुम डरपोक हो फिर हंसते हुए अवनी वहा से चली जाती है।

पवन उसके जाने के बाद मुस्कुराने लगता है वह सोच लगता है कि जब अवनी मेरे पास होती तो, सारी परेशानियों से दूर हो जाता हूं सच में मुझे दूसरी बार प्यार हुआ है और सच्चा प्यार हुए उसके बिना मैं रह नहीं सकता।

और दूसरी तरफ सुरेश जी के पास उनके पार्टी के एक बंदे का फोन आता है वो उन से कहता है कि उनकी जगह किसी और को दे दी गई है और उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया है सुरेश जी ने उनसे वजह पूछी तो उन्होंने कहा कि आप अपनी responsibilities ठीक से नहीं कर रहे हैं,

पिछले 1 साल से आपको जो targets दिए गए थे आपने वह नहीं किए इसको देखकर हम किसी और को आपकी पोस्ट दे रहे हैं यह सुनकर उन्हें बहुत बड़ा धक्का लगता है वह कमरे में बिल्कुल उदास बैठे होते हैं ।

(तभी अवनी की मां उनके पास आती है)

क्या हुआ आप सोए नहीं अभी तक‌ क्या ‌बात हुई है?

सुरेश जी कहते हैं- दरअसल मुझे पार्टी से निकाल दिया गया है उनका कहना है कि मैं जनता के लिए कुछ कर नहीं रहा हूं पिछले 1 साल से, और उन्होंने किसी और को मेरी जगह दे दी है मैंने इतने सालों से ईमानदारी से अपनी सारी जिम्मेदारी निभाई है फिर भी आज मुझे यह दिन देखना पड़ा।

यह सुनकर अवनी मां को भी बुरा लगता है,एक काम कीजिए आप सुबह ऑफिस जाइए और अपनी पार्टी के मेंबरों से बात कीजिए ऐसे ही बैठे-बैठे कुछ होने वाला नहीं है ??

आपको बात करनी होगी बताना होगा कि‌ इतने सालों से सारी अपनी जिम्मेदारियां बखूबी निभाई है और आगे भी निभाएंगे वो आपके साथ ऐसा नहीं कर सकते कल आप जाना और उनसे बात करना अभी आप बिल्कुल भी चिंता मत कीजिए चलिए अब सो जाइए ।

अवनी की मां कोशिश करती है कि सुरेश जी को तसल्ली देने की पर मन ही मन सुरेश जी इस बात को लेकर रात भर परेशान रहते हैं।

क्या अब इस नई मुसीबत के साथ पवन अवनी अपने घर का माहौल ठीक रख पाएंगे क्या वह दोनों सुरेश जी को इस बात के लिए समझा पाएंगे??