शब्दों की ताकत ᴀʙнιsнᴇκ κᴀsнʏᴀᴘ द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

शब्दों की ताकत

समझदार लोग अक्सर ये बात जरूर कहते हैं की जब भी कुछ बोलो तो अपने शब्दों को तोल-मोल के बोलो यानि की कब, कहाँ क्या और कैसे बोलना है उसका एक सही हिसाब रखो। हम जो भी बात दूसरों से कहते हैं या जो भी शब्द दूसरों को बोलते हैं उनका असर किसी ना किसी तरह से उनकी और हमारी जिंदगी में जरूर पड़ता है।

इस मोटिवेशनल कहानी से आप शब्दों की असली ताकत को पहचानेंगे।

एक बार एक छोटा बच्चा स्कूल से दौड़ता हुवा आया और सीधा अपनी माँ के पास गया। माँ के पास पहुंचकर उसने अपने स्कूल बैग में से एक लेटर निकाला और अपनी माँ को वो लेटर देते हुवे बोला, “ये मेरी टीचर ने सिर्फ आपको देने को कहा है, आप इसे पढ़कर मुझे भी बताओ की इसमें क्या लिखा हुवा है।” उसकी माँ ने वो लेटर खोला और पड़ा तो वो थोड़ा उदास सी हो गयी।

अपनी माँ को उदास देख उस बच्चे ने पूछा की, “माँ, उस पर क्या लिखा हुवा है..?”

उसकी माँ मुस्कुरायी और बोली बेटा, आपकी टीचर ने लिखा है की, “आपका बेटा बहुत ही intelligent है, और उसे पढ़ाने के लिए हमारे स्कूल में अच्छे टीचर नहीं हैं तो कल से आप अपने बच्चे को घर पर ही पढायें और इसे स्कूल ना भेजें।”

उस माँ ने अपने बच्चे को घर पर ही पढ़ाना शुरू कर दिया और बड़ा होकर वो बच्चा एक बहुत ही genius और एक सफल inventor बना।

एक दिन अपने घर की सफाई करते हुवे उस लड़के को अपने पुराने सामान में उस टीचर का दिया हुवा लेटर (letter) मिला। उसने वो लेटर पड़ा तो वो हैरान हो गया क्यूंकि उस पर लिखा था, “आपका बच्चा मानसिक रूप से बीमार है और ये पढ़ाई में बहुत कमजोर है, अब हम इसे अपने स्कूल में नहीं पड़ा सकते….बेहतर होगा की आप इसे घर पर ही पढायें।”

उस बच्चे की आँखों में आंसू आ गए और वो ये सोचने लगा की किस तरह उसकी माँ के शब्दों ने उसकी जिंदगी को बदल दिया।

दोस्तों ये सच्ची कहानी है Thomas Alva Edison की। जिन्होंने 1000 बार fail होने के बावजूद भी लाइट बल्ब का अविष्कार किया। एडिसन ने लाइट बल्ब के अलावा और भी बहुत से अविष्कार किये। जिनकी वजह से वह अपने टाइम के सबसे सफल inventor बने।

एडिसन का मन पढ़ाई में बहुत काम लगता था जिसकी वजह से उन स्कूल से निकाल दिया गया था, लेकिन उनकी माँ की दी गयी शिक्षा के कारण वो जिज्ञासु बने और लाइफ में सफल हो सके।

ये छोटी सी प्रेरणादायक कहानी हमे ये बात सिखाती है की लोगों द्वारा कही गयी बातों में बहुत power होती है। जिस तरह हमारी बातें किसी का हौंसला बना सकती हैं, उसी तरह किसी का हौंसला तोड़ भी सकते हैं। अक्सर लोग वही काम करते हैं जो वो सुनते हैं, बोलते हैं और समझते हैं।

अच्छी बातें सुनने वाला व्यक्ति हमेशा अच्छे काम करता है और दूसरों को भी वही सलाह देता है। उसी तरह गलत बातें सुनने वाला व्यक्ति गलत काम करता है और दूसरों को भी वैसी ही सलाह देता है। हम जिस तरह के लोगों की बातें सुनते हैं हमारा मन भी उसी तरह जाने लगता है।

अपनी माँ की बातों की वजह से ही एडिसन को खुद पर विश्वास आया, उन्हें बचपन से ही ये लगने लगा की वो कोई loser नहीं बल्कि एक winner है। अगर एडिसन की माँ उस दिन उसे सच बता देती तो शायद बचपन में ही एडिसन का विश्वास खुद पर से उठ जाता और वो शायद कभी सफल नहीं बन पाते। अपनी teacher की बातें अगर वो पढ़ लेते तो वो खुद को हमेशा loser ही समझते।

हमें खुद को और दूसरों को हमेसा अच्छी बातें ही बोलनी चाहिए और हमेशा उन्हें अपनी बातों के जरिये प्रेरणा देनी चाहिए, जिससे वो आगे बढ़ सकें, कुछ achieve कर सकें और खुद पर विश्वास कर सकें। अच्छी सोच और अच्छी बातें इंसान को हमेेेशा लाइफ में आगे रखती हैं।

अच्छा बोलें, अच्छा सुने, अच्छा पढ़ें और हमेेश एक पॉजिटिव सोच रखें। खुद के बारे में भी कभी नेगेटिव बातें ना करें।