कहानी प्यार कि - 26 Dr Mehta Mansi द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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कहानी प्यार कि - 26


अनिरूद्ध संजना को लेकर सी एन टावर की और निकल गया.... शाम हो चुकी थी और धीरे धीरे अंधेरा छाने लगा था... उनकी गाड़ी उस बड़े से टावर के पास बने हुए एक खूबसूरत गार्डन के पास रूकी... संजना जैसे ही बाहर आई वहा का नजारा देखकर वो शॉक्ड रह गई... अंधेरे में रोशनी से प्रकाशित वो टावर बहुत ही सुन्दर दिख रहा था..




" अमेजिंग...." संजना के मुंह से सिर्फ यही निकल पाया...

" अभी ये तो कुछ नहीं.. चलो तुम्हे वहा ले चलता हूं..."
अनिरुद्ध संजना का हाथ पकड़ कर उसे टावर की तरफ ले जाने लगा.. वहा पर टूरिस्ट की भीड़ लगी हुई थी...

" अनिरुद्ध वहा टावर के ऊपर है क्या ? "

" वहा.. रेस्टोरेंट है.. और भी बहुत कुछ है... दुनिया का सबसे ऊंचा टावर है यह.. वहा से तुम पूरा शहर देख सकती हो... और आइसलैंड के पानी में पूरे शहर की परछाई.. " अनिरुद्ध ने संजना को बताते हुए कहा..

" क्या नजारा होगा ! " संजू बहुत ज्यादा एक्साइटेड थी वहा जाने के लिए..

टावर में 360 जितनी रेस्टोरेंट थी... और इसमें से एक रेस्टोरेंट अनिरुद्ध के दोस्त की थी.. और उसी रेस्टोरेंट में अनिरुद्ध ने संजना के लिए सरप्राईज प्लान किया था...

वहा बनी लिफ्ट से वो लोग टावर के ऊपर जाने लगे..
लिफ्ट एक फ्लोर पर रूकी .. जैसे ही लिफ्ट का दरवाजा खुला तो वहा पर लाइट ऑफ हो गई...
" अरे ! ये लाइट कैसे चली गई ? और वो भी यहां पर ? " संजू को कुछ समझ नहीं आया...

तभी अनिरुद्ध ने संजना का हाथ पकड़ लिया...
" चलो मेरे साथ..."
अनिरुद्ध संजू को लेकर उस रेस्टोरेंट के दरवाजे से अंदर आया...
उसने अपने हाथ से ताली बजाई और तभी रोशनी हो गई...
रेस्टोरेंट को बहुत ही खूबसूरत तरीके से सजाया गया था... वहा पर अनिरुद्ध और संजना के अलावा और कोई कस्टमर नही था.. काच से बनी उस दिवाल से पूरा शहर दिखाई दे रहा था... उस नजारे को देखकर संजना की आंखे फटी की फटी ही रह गई...
तभी ऊपर से संजना और अनिरुद्ध पर फूलों की बारिश हुई...

संजना की आंखों में यह खुशी देखकर अनिरुद्ध को बहुत ही सुकून महसूस हो रहा था..
" घिस इस सो ब्यूटीफुल... ! थैंक यू सो मच अनिरुद्ध ..." संजना अनिरुद्ध के गले लग गई...

" अभी मैन सरप्राईज बाकी है संजू... इसीलिए यह थैंक यू तुम अभी अपने पास संभलकर रखो..."

" अब और क्या बाकी है ? "

" वैट एंड वॉच...."

यह सुनकर संजना मुस्कुराए बिना नहीं रह पाई...
" ओके " उसने मुस्कुराते हुए कहा..

अनिरुद्ध संजना को डेकोरेट किए हुए उस टेबल पर ले गया... फिर उसने फिर से ताली बजाई..
तभी रोमेंटिक म्यूजिक बैकग्राउंड में बजना शुरू हो गया..
फिर एक वेटर वहा पर केक लेकर आया...

दोनो ने साथ मिलकर केक कट की और एक दूसरे को खिलाई..

दोनो एकदुजे को प्यार से देख रहे थे.. पर वहा कोई था जो एक शैतानी हसी के साथ उन दोनो को देख रहा था...

अनिरुद्ध ने फिर से ताली बजाई...
ताली बजाते ही वेटर संजना का पसंदीदा खाना लेकर आया... छोले भटूरे, कड़ाई पनीर , गुलाबजामुन , रसमलाई , मंचूरियन , चाट यह सब टेबल पर आते ही संजना की खुशी का ठिकाना ना रहा..
" यह सब मैंने स्पेशल तुम्हारे लिए बनवाया है..." अनिरुद्ध संजना की तरफ देखते हुए बोला...

" यू नो आई एम धी लकिएस्ट गर्ल इन धी वर्ल्ड... जिसे तुम्हारे जैसा हसबैंड मिला है... लव यू अनिरूद्ध..."

" लव यू टू संजू..."

तभी एक बड़ा सा सफेद परदा ऊपर से नीचे गिरा... जो ऊपर दिवाल से टंगा हुआ था...
" अरे ! ये क्या है ? " संजना यह देखकर आश्चर्य के साथ बोली...

" देखो अभी पता चल जायेगा...."

अनिरुद्ध ने फिर से ताली बजाई....
ताली बजाते ही प्रोजेक्टर शुरू हुआ और परदे पर एक वीडियो शुरू हुआ....

वीडियो की शुरुआत में बड़े ही सुन्दर तरीके से अनिरूद्ध वेड्स संजना लिखा हुआ आया....
यह उन दोनो की शादी का वीडियो था...

संजना यह देखकर बहुत ज्यादा खुश हो गई...
उन दोनो की सारी रस्में जो अनजाने में हुई थी वो भी इस वीडियो में थी... उनका एक दूसरे को हल्दी लगाना.. और संगीत में दोनो का डांस... फिर उन दोनो की वरमाला और फेरे इन सभी रस्मों को क्रिएटिविटी के साथ इस वीडियो में शामिल किया गया था... जैसे ही फेरे खत्म हुए.. वीडियो अचानक बंध हो गया...

अनिरुद्ध को कुछ समझ नहीं आया की वीडियो अचानक बंध क्यों हो गई...
" वीडियो खत्म हो गई क्या ? " संजना ने आश्चर्य के साथ पूछा...

" नही... पता नही ये बंध कैसे हो गया...! "

तभी वहा पीछे खड़े करन ने रिमोट से एक वीडियो प्ले किया...

वीडियो शुरू होते ही संजना और अनिरुद्ध का ध्यान परदे पर गया...

पर वो वीडियो उनकी शादी की नही बल्कि कुछ और थी..
उस वीडियो में अनिरुद्ध के साथ कोई लड़की थी..
अनिरुद्ध को किसी और लड़की के साथ देखकर संजना खड़ी हो गई... वो यह देखकर शॉक्ड थी...
वीडियो में अनिरुद्ध नशे में लग रहा था ...और वो उस लड़की के साथ जबरदस्ती करने की कोशिश कर रहा था.. यह सब देखकर संजना की आंखों से आसू बहने लगे... अनिरुद्ध की आंखे भी अपने दर्द को बहने से रोक नही पाई थी.. वो बस संजना को देख रहा था और संजना उस वीडियो को...

तभी वीडियो बंध हो गई....
पीछे से करन ताली बजाता हुआ उनके पास आने लगा...

उसे सामने देखकर अनिरुद्ध को बहोत ज्यादा गुस्सा आया.. उसने गुस्से से अपनी मुठ्ठी कसली...

संजना भी करन की तरफ देखने लगी...

"वाह ! क्या सरप्राइज़ दी है अनिरुद्ध तुमने संजना को ! नाइस... वेरी नाइस..." करन मुस्कुराता हुआ बोला...

" ओह सॉरी संजना ... में तुम दोनो की इस स्पेशल मोमेंट के टाइम यहां आ गया... सोरी अनिरुद्ध..." करन फिर से अनिरुद्ध को घूरता हुआ बोला..

" ये ठीक नही किया तुमने करन... मैंने कभी नहीं सोचा था की तुम इतना गिर सकते हो...! " अनिरुद्ध गुस्से में बोला...

" ओह ओह रिलैक्स ... अनिरुद्ध... कौन कितना गिरा हुआ है वो तो इस वीडियो ने दिखा ही दिया है..." करन भी गुस्से से बोला...

" और संजना तुम जानना नही चाहोगी की इस वीडियो में तुम्हारे पति के साथ यह लड़की कौन है ? " करन संजना की तरफ देखते हुए बोला..

यह सुनकर संजना आंसू से भरी आंखों से अनिरुद्ध की तरफ देखने लगी... अनिरुद्ध ने अपना सिर जुका लिया..



" ये क्या बतायेगा ... में बताता हूं ....यह लड़की जो वीडियो में अनिरुद्ध के साथ है वो मोनाली है...मेरी गर्लफ्रेंड ... जिसे में बहुत प्यार करता था... उतना जितना तुम अनिरुद्ध से करती हो..." यह बोलते हुए करन का गला भर आया ...

यह सुनते ही संजना अनिरुद्ध की तरफ देखने लगी... अनिरूद्ध अभी कुछ नही बोला पाया...

" यह में तुम्हे इसलिए दिखा रहा हु की इस अनिरुद्ध का असली चेहरा तुम देख पाओ.. " इतना बोलकर करन वहा से चला गया...

अनिरुद्ध यह सब सुनकर एक बार फिर बिखर गया था.. उसने संजना की और देखा.. जो अभी भी खड़ी खड़ी उसी की और देख रही थी..
अनिरुद्ध आगे कुछ बोले उससे पहले ही संजना वहा से भागती हुई चली गई...
" संजना .... रुको तो ..." अनिरुद्ध जोर से चिल्लाया.. पर संजना रूकी नही...

अनिरुद्ध घुटने पर बैठ गया...
" सब बरबाद हो गया... अब संजना मेरे बारे में क्या सोच रही होगी ...? नहीं नही... मुझे अभी जाना होगा संजू के पास... उसे सब सच बताना होगा.. "



वो तुरंत खड़ा हुआ और बाहर की तरफ जाने लगा... संजना लिफ्ट से पहले ही नीचे जा चुकी थी.. अनिरुद्ध भी लिफ्ट से नीचे पहुंचा और संजना को चारो तरफ ढूंढने लगा...
वो संजना को ढूंढते हुए रास्ते पर चलने लगा... तभी पीछे से एक बड़ा सा ट्रक अनिरुद्ध की और आ रहा था पर अनिरुद्ध का ध्यान तो सिर्फ संजना को ढूंढ़ने में था... ट्रक का हॉर्न भी उसे सुनाई नही दिया...
ट्रक और नजदीक आता जा रहा था...

ट्रक अनिरुद्ध को टक्कर लगाए उससे पहले किसी ने आकर अनिरुद्ध को एक साइड खींच लिया...

अनिरूद्ध एकदम से घबरा गया... वो मरते मरते बचा था..उसने तुरंत उस इंसान की तरफ देखा जिसने उसे बचाया था... और उसे सामने देखकर वो हैरान रह गया...

" सौरभ तुम यहां ? " अनिरुद्ध आश्चर्य के साथ बोला..

" शुक्र है में यहां था... ऐसे कोई चलता है रास्ते पे ? और ये कान में हड़ताल करवाके रखी है क्या ? इतने हॉर्न सुनाई नही दिए तुजे ? " सौरभ अनिरुद्ध पर गुस्सा हो गया था..

अनिरूद्ध बिना कुछ बोले सौरभ के गले लगा गया..
" क्या हुआ भाई सब ठीक तो है ना ? "

" कुछ ठीक नही है सौरभ... सब बरबाद हो गया..." अनिरूद्ध का गला फिर से भर आया था..

" क्या हुआ पहले ये तो बता..."
सौरभ के पूछते ही अनिरुद्ध ने सब बात सौरभ को बताई...

" ओह नो मुझे जो डर था वही हुआ...! " सौरभ का चहरा भी उतर गया था..

यह सुनकर अनिरुद्ध सौरभ की तरफ देखने लगा..
" वो मुझे पता चला की करन यहां कैनेडा में है.. तभी मुझे शक हो गया था की पक्का उसके दिमाग में कुछ बड़ा चल रहा है इसीलिए वो तुम्हारे पीछे यहां आया और वो भी अपनी बड़ी मीटिंग छोड़कर... मुझे जैसे पता चला मै तुरंत यहां आने के लिए निकल गया.." सौरभ ने अनिरुद्ध को सब बताया..

" थैंक यू सौरभ .. तुम मेरे लिए यहां आए ..."

" अब भाई को थैंक यू बोलेगा ? " सौरभ ने आंखे दिखाते हुए कहा..

यह सुनकर अनिरुद्ध के चहेरे पर थोड़ी सी मुस्कुराहट आ गई...

" चलो अब संजना को दूंढते है.. और उसे सब सच बताते है..." सौरभ ने कहा..

" हा .. होटल जाकर देखते है शायद वो वहा पर हो..." अनिरूद्ध ने कहा और दोनो होटल की और चले गए..


इस तरफ अंजली की आंखों से नींद कोसों दूर थी... उसे बार बार सुबह का वो पल याद आ रहा था.. जब उसने मोहित को देखा था.. इतने साल बाद आज फिर से उसका पास्ट उसके सामने आ गया था...

" मोहित तुमसे मिलने का बहुत ही मन कर रहा है पर क्या करू तुम्हारे सामने आने की हिम्मत नही है मेरी... तुम्हे छोड़कर जाने का फैसला मेरा था पर में क्या करती मेरे पास दूसरा कोई ऑप्शन नहीं था... "
अंजली आंखे बंध किए हुए यह सब सोचे जा रही थी..

इसी सब विचारों के बीच उसे कब नींद आ गई उसे पता ही नही चला...

🥰 क्रमश: 🥰