प्यार का ज़हर - 26 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का ज़हर - 26

" इस बार तो तुम्हे छोड रहा हू लेकिन अगली बार ऐसा कुच किया तो फिर तेरा सर नही रहेगा याद रखना "

कुच देर बाद...

" अरे हयाती बेटा अभी राज बेटा ने फोन किया था की वहा पे गुंडे आ चुके थे कुच ज्यादा तो नही कीया ना उन लोगोने "

" नही पप्पा सब ठीक है अब और गुंडो को तो पकड्वा दिया पुलिस को "

" अच्छा ठीक है लेकिन अब हम राज को लेने आ रहे है ठीक है "

" ठीक है आजाओ फिर "

" वैसे हयाती आप फोन मे अपने पप्पा से बात कर रही थी ना "

" हा भैया और वो राज को लेने आ रहे है वो ना घर वालो ने बोला है की राज कुच दिन वहा रहेगा और मे यहा पे रहूंगी "

" क्या यार हयाती जी ये क्या बात हुए की आप लोग एक दुसरे के घर रहोगे ये बडी घिन वाली बात है नही इस बात की रोक लगानी पड़ेगी रुको मे अभी सबको मना करता हू यार आप लोग शादी कर रहे हो कोई भाग कर या परिवार को धोका दे कर थोडी जा रहे है हो और ये मम्मी पप्पा भी क्या कर रहे है यार हद होती है और आपके पप्पा को भू थोडा भरोसा तो रखना चाहिये ना राज पर अगर भरोसा ही ना हो उस पर फिर क्या मतलब है इस रिश्ते का लाओ फोन इधर लाओ मे अंकल से बात करता हू हेल्लो अंकल आप ये क्या कर रहे भला ऐसा कोन करता हा अगर आप ये कर सकते है लेकिन जब लड्की या लड़का भाग जाने की हालत मे हो तब लेकिन यहा तो शादी होने जा रही है कोई छोटी बात थोडी है अगर राज हयाती से शादी करेगा तो उसका पूरी तरह से खयाल रखेगा आप उत्ना तो भरोसा रख सकते है "

" अरे हा राहुल बेटा बात तो आपने समझदारि की है लेकिन ये बात हम भुल कैसे गये हममेसे किसीको भी ये बात नही सूजी खैर शुक्रिया बेटा आपने हमे बता दिया वरना हम तो ये कर देते "

" कोई बात नही अंकल ये शादी है कोई बच्चो का खेल नही जो इतनी आसानी से खेल लेगा और फिर चला जायेगा खैर अब रखते है "

" जी बेटा जी तो हयाती को भेज देना उसके लिये खरीदारी भी करनी है महेश जी ने बताया था की सगाई की तरीक भी निकल ली परसो की है तो "

" ठीक है भेज देंगे आप नी चिंतित रहिये "

" राज... राज कहा हो भाई बात सुन लो "

" हा भाई बोलो क्या हुआ "

" यार ये सब क्या था की हयाती अपने घर रहेगी और तुम उसके घर रहोगे शादी से पहले यार ये क्रिया तो हम लागू नही कर सकते ना अब तुम लोग शादी करने वाले हो तो इतना तो पता होना चाहिये की ठीक है या नही कम्से कम थोडा भरोसा तो रखो एक दुसरे पे क्या तुम लोग इन सबकी बात सुन कर चल पडे थे ये बात अमल करने पर "

आगे जान्ने के लिए पढते रहे प्यार का ज़हर और जुडे रहे मेरे साथ