हॉलीवुड की दो तारिकाएं S Sinha द्वारा फिल्म समीक्षा में हिंदी पीडीएफ

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हॉलीवुड की दो तारिकाएं

हॉलीवुड की दो तारिकाएं

Part 1

हॉलीवुड की गोल्डन लेडी मेरिल स्ट्रीप

मेरिल स्ट्रीप हॉलीवुड और अंग्रेजी फिल्मों की सुविख्यात अभिनेत्री हैं . अपने सशक्त अभिनय के चलते इतनी उम्र होने के बावजूद अभी तक फिल्मों में एक्टिव हैं और गोल्डन लेडी ऑफ़ हॉलीवुड के नाम से जानी जाती हैं .


आरंभिक जीवन - मेरिल का जन्म 22 जून 1949 में अमेरिका के न्यू जर्सी में हुआ था . बी ए करने के बाद उन्होंने प्रसिद्ध येल यूनिवर्सिटी से मास्टर इन फाइन आर्ट्स ( MFA ) की डिग्री ली . वे शुरू से स्कूल और कॉलेज में नाटक में भाग लेती थीं . इसके बाद 1975 में उन्होंने थियेटर ज्वाइन किया और अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त न्यू यॉर्क के “ ब्रॉडवे “ में भी काम किया . 1976 में मेरिल ने टी वी फिल्म में काम किया .


हॉलीवुड का सफर


थियेटर और टी वी में उनके दमदार प्रदर्शन को देखते हुए हॉलीवुड फिल्म निर्माताओं की नजर मेरिल पर पड़ी . 1977 में पहली बार फिल्म “ जूलिया “ में उन्होंने अभिनय किया हालांकि इसमें उनकी कोई प्रमुख भूमिका नहीं थी . इसके तुरंत बाद 1978 की फिल्म “ डीयर हंटर “ में अच्छे अभिनय के चलते ऑस्कर अवार्ड के लिए उनका नामांकन हुआ था पर उन्हें यह पुरस्कार मिल न सका .


पुरस्कार


1979 की फिल्म “ क्रेमर वर्सेज क्रेमर “ में उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का पहला ऑस्कर अवार्ड मिला . इसके बाद उन्हें एक के बाद एक फ़िल्में मिलती गयीं और उनका प्रदर्शन भी बेहतर होता गया .


फिर 1982 में फिल्म “ सोफ़ीज चॉइस “ के लिए मेरिल स्ट्रीप को बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला . उन्होंने लगभग 85 फिल्मों में काम किया है और अभी भी इतनी उम्र में लीड रोल करती हैं . 2012 की फिल्म “ द आयरन लेडी “ ( जो ब्रिटिश प्रधान मंत्री मार्गरेट थैचर पर आधारित थी ) के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का ऑस्कर अवार्ड दिया गया


. इसके बाद भी उनका बेहतरीन अभिनय जारी रहा . यहाँ तक की 2018 की फिल्म “ द पोस्ट “ में उनकी भूमिका के लिए बेस्ट एक्ट्रेस अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था .


मेरिल की प्रतिभा का अंदाज आप इस बात से लगा सकते हैं कि उन्हें अभी तक 389 भिन्न अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए नामांकित किया गया है जिनमें 156 अवार्ड मिले हैं और 17 बार रनर अप रहीं हैं . तीन ऑस्कर के अतिरिक्त तीन एमी अवार्ड , आठ गोल्डन ग्लोब और ऑस्ट्रेलियाई अकेडमी अवार्ड , ब्रिटिश अकेडमी अवार्ड , कांन्स फिल्म फेस्टिवल , बर्लिन फिल्म फेस्टिवल आदि अवार्ड से उन्हें सम्मानित किया गया हैं .


मेरिल एक मात्र ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्हें अभी तक 21 बार ऑस्कर अवार्ड ( जिनमें 17 बार बेस्ट एक्ट्रेस ) के लिए और 31 बार गोल्डन ग्लोब अवार्ड के लिए नामांकित किया गया है . इसी कारण वे हॉलीवुड की गोल्डन लेडी के नाम से जानी जाती हैं .


मेरिल स्ट्रीप के जीवन की कुछ रोचक बातें -


हाई स्कूल में उन्होंने चीयरलीडर का काम किया था .
एक्ट्रेस बनने से पहले उन्होंने न्यू जर्सी के एक होटल में वेट्रेस का काम किया था .
वे अपने रोल में पर्फेक्शन लाना चाहती हैं , इसीलिए 1999 की फिल्म “ म्यूजिक ऑफ़ द हार्ट “ की रोल के लिए मेरिल लगातार दो महीने तक प्रतिदिन छः घंटे वायलिन सीखती थीं .
“ द आयरन लेडी “ में ऑस्कर विनिंग रोल की पूरी कमाई उन्होंने “ वीमेंस हिस्ट्री म्यूजियम “ को दान कर दिया था .
अमेरिका के लाइब्रेरी ऑफ़ कांग्रेस द्वारा उनकी दो फिल्मों ( डीयर हंटर और मैनहट्टन ) को सांस्कृतिक , ऐतिहासिक और सौंदर्य की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण होने के कारण नेशनल फिल्म रजिस्ट्री के लिए चुना गया था .
मेरिल एक सीधा सादा साधारण जीवनशैली में विश्वास रखती हैं .
उन्हें हेलीकॉप्टर से बहुत डर लगता है .

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Part 2

मैरिलिन मोनोरो का दुखद अंत


नोर्मा जीन मोर्टेंसन का जन्म 1 जून 1926 को अमेरिका की माया नगरी लॉस एंजेलस में हुआ था .यही लड़की आगे चल कर सिर्फ हॉलीवुड ही नहीं बल्कि विश्व की बहुचर्चित अदाकारा और आइकन मैरिलिन मोनोरो बनीं. उनका बचपन और किशोरावस्था संघर्षपूर्ण रहा था .उनको अपने पिता की जानकारी नहीं थी .कुछ दिनों तक उन्हें यह भ्र्म था कि क्लार्क गेबल उनके पिता थे. यह भी कहा जाता है कि चार्ल्स स्टैनली गिफर्ड उनके पिता थे ,पर निश्चित तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता है .उनकी माँ ग्लैडीज मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं , इसलिए माँ ने मैरिलिन को पालन पोषण के लिए बोलेन्डर परिवार को दे दिया था .


जब मैरिलिन 7 साल की थीं तब उनकी माँ की हालत में कुछ सुधर हुआ तब वे माँ के पास आ गयीं .पर कुछ ही दिनों के बाद ग्लैडीज का मानसिक रोग काफी बढ़ गया था और उन्हें मानसिक अस्पताल जाना पड़ा था .इसके बाद मैरिलिन अपनी माँ से नहीं मिल सकी थीं हालांकि माँ का देहांत 1984 में ( मैरिलिन की मृत्यु के करीब 22 वर्ष बाद ) हुआ था . मैरिलिन का बचपन कठिनाईयों से भरा रहा था . वे कभी इस घर तो कभी उस घर में ठोकर खाती रहीं . बचपन के कुछ वर्ष उन्हें अनाथालय में भी बिताने पड़े थे . कुछ वर्ष बाद जब उनके पोषक गोडार्ड परिवार को सुदूर पूर्वी छोर पर जाना पड़ा था तब मैरिलिन के सामने दो विकल्प थे शादी या अनाथालय .उन्होंने पहला विकल्प चुना .मैरिलिन ने बाद में बताया था कि बचपन में अनेकों बार उनका यौन शोषण हुआ था और 11 वर्ष की आयु में उनका रेप भी हुआ था .

शादी और तलाक

16 साल की आयु में मैरिलिन ने 19 जून 1942 को पड़ोसी मित्र जेम्स दौटरी से शादी कर ली .जेम्स को जल्द ही सेना में जाना पड़ा था . मैरिलिन तो बेहद खूबसूरत थी ही , उन्होंने मॉडलिंग शुरू किया .पहली मॉडल जॉब के लिए उन्हें सिर्फ पांच डॉलर्स मिले थे .1946 में जब तक दौटरी लौट कर आया , मैरिलिन मॉडल बन चुकी थीं और उन्होंने एक्ट्रेस बनने की सोच रखी थी .1946 में उनका तलाक भी हो गया .अपनी फ़िल्मी सफर के बीच 1955 में एक मशहूर बास्केट बाल खिलाड़ी डिमागिओ से शादी हुई जो उसी वर्ष टूट भी गयी .इसके बाद 1956 में उनकी शादी पट कथा लेखक आर्थर मिलर से हुई हालांकि बाद में उनसे भी तलाक हो गया था .


फ़िल्मी सफर


मैरिलिन ने लॉस एंजेलस की कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी में कुछ समय तक भाषा की पढ़ाई की .उसी समय विख्यात फिल्म कंपनी कोलंबिया की नजर उन पर पड़ी और पहली बार उन्हें एक बी ग्रेड फिल्म " लेडीज ऑफ़ दी कोरस " में 1948 में ब्रेक मिला था .इस फिल्म में उनके तीन गाने थे जो बहुत पसंद किये गए . हालांकि इसके पहले भी कुछ मामूली रोल उन्हें मिले थे .1950 तक दो और फ़िल्में करने के बाद दूसरी विख्यात फिल्म कंपनी ट्वेंटिएथ सेंचुरी फॉक्स ने उन्हें सात साल के लिए अनुबंधित किया था .


1953 में दो फ़िल्में " निआग्रा "और " जेंटलमेन प्रेफर ब्लोन्ड्स " में उन्हें खूबसूरत सेक्स सिम्बल की अदाकारा में पेश किया . 1955 में उनकी बहुचर्चित सदाबहार फिल्म " दी सेवन ईयर इच " ने हॉलीवुड में हंगामा मचा दिया था .इस फिल्म में उनकी एक पोशाक, फ्रॉक जिसका बड़ा सा घेरा उनकी टांगों की चारो ओर हवा में कुछ ऊपर उठा लहराता दिखता है , उनकी अमर पहचान बन गयी .


एक फिल्म के लिए सम्मानित किये जाने समय रेड कारपेट पर जाने के लिए मैरिलिन को एक लाल गाउन किसी स्टूडियो से उधार लेना पड़ा था . अभी तक उन्हें सेक्स सिम्बल के लिए ज्यादा जाना जाता था .मैरिलिन कुछ सीरियस एक्टिंग सीखने के लिए न्यू यॉर्क स्टूडियो गयीं .1956 की उनकी फिल्म " बस स्टॉप " ने तो अमेरिका के अलावा अन्य देशों में भी धूम मचा दी थी .


मैरिलिन एक फैशन आइकॉन


उनके फैशन का अंदाज भी कुछ अलग था .उन्होंने नौ रंग के बाल ट्राई किये और अंत में प्लैटिनम कलर उन्हें पसंद आया जो उनकी पहचान बन गयी थी .मैरिलिन के निजी कपड़ों का अलग स्टाइल था .19 मई 1962 को राष्ट्रपति केनेडी के जन्म दिन उन्होंने जो ड्रेस " हैप्पी बर्थडे मिस्टर प्रेसिडेंट " पहने थे बाद में एक रिकॉर्ड मूल्य 12,67,650 डॉलर्स में बिका था .उन्होंने राष्ट्रपति के लिए “ हैप्पी बर्थडे सॉन्ग “ भी गाया था .इस गाने को वे अपने जीवन का यादगार गाना मानती थीं.


फिल्मों के अलावा उन्हें गिटार , गाने और पढ़ने का भी शौक था .उनकी निजी लाइब्रेली में विभिन्न विषयों पर

400 से भी ज्यादा पुस्तकें थीं .कहा जाता है कि राष्ट्रपति लिंकन की आत्मकथा मैरिलिन हमेशा अपने साथ रखती थीं . उन्हें कवितायें लिखने और पढ़ने का भी शौक था .उनके पास प्रसिद्ध वैज्ञानिक आईन्स्टीन का ऑटोग्राफ वाला फोटो भी था .


1957 की फिल्म " दी प्रिंस एंड दी शोगर्ल " के लिए ब्रिटेन गयीं .इस बीच उन्हें शराब और पिल्स की बुरी लत लग गयी थी .उनका दो बार मिसकैरेज हुआ एंड गायनिक सर्जरी भी हुई .1961 में मिलर के साथ " दी मिसफिट " उनकी अंतिम फिल्म थी . इसके बाद उनका तलाक हो गया था .हालांकि बाद में गॉड फादर फेम और दो ऑस्कर विजेता मार्लोन ब्रांडो , तीन ऑस्कर विजेता फ्रैंक सिनात्रा , वेस मोर्टलैंड जैसे सितारे और तीन ऑस्कर विजेता निर्देशक इलिआ कजान के साथ उनके रोमांटिक रिश्ते की चर्चा भी हुई थी .


मैरिलिन ने करीब 33 फिल्मों में अभिनय किया था और करीब 50 गाने भी गाये थे . “ हाउ टू मैरी ए

मिलिनेयर , “ रिवर ऑफ़ नो रिटर्न “ ,


मैरिलिन के फिल्मी कैरियर का अंत


हॉलीवुड में सफलता और ख्याति मिलने के बावजूद मैरिलिन अपनी निजी ज़िन्दगी में खुश नहीं थीं . इसके चलते उन्हें शराब और पिल्स की आदत पड़ गयी यही . शूटिंग पर देर से आने और नशे के चलते 1962 में उन्हें फिल्म " समथिंग गॉट टू गिव " से बीच में ही निकाल दिया गया था .यह फिल्म बाद में पूरी हो कर 2003 में रिलीज हुई थी .

पुरस्कार


मैरिलिन को 1958 में फिल्म " दी प्रिंस एंड दी शोगर्ल " के लिए गोल्डन प्लेट ,1960 में फिल्म " सम लाइक इट हॉट " के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का गोल्डन ग्लोब , 1954 और 1962 में हेनरीयता अवार्ड वर्ल्ड फेमस एक्ट्रेस के लिए मिले थे .इसके अतिरिक्त आठ अन्य अवार्ड्स और सात टॉप अवार्ड्स के लिए नामांकन उनके नाम रहा है .मरणोपरांत भी उन्हें कुछ अवार्ड्स मिले हैं - 1995 में ब्रिटेन में सेक्सिएस्ट फीमेल स्टार , 1999 में सेक्सिएस्ट वुमन ऑफ़ सेंचुरी , 2013 में ऑन लाइन फिल्म एंड टेलीविजन असोसिएशन ( OFTA ) ने हॉल ऑफ़ फेम इन एक्टिंग के लिए उन्हें चुना था .


मैरिलिन की लोकप्रियता


वह कितनी लोकप्रिय थीं इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते हैं कि मैरिलिन की मोम की मूर्तियाँ लंदन के विश्व विख्यात मैडम तुसाद म्यूजियम के अतिरिक्त लॉस एंजेल्स , वाशिंगटन , सिडनी , बर्लिन , सन फ्रांसिस्को , हांगकांग , एम्स्टरडम , सिंगापुर ,लॉस वेगास , विएना ,ऑर्लैंडो , इस्तांबुल , ऑन्टेरिओ , पेरिस , कोपेनहगम और न्यू यॉर्क के तुसाद म्यूजियम में भी हैं .


उनके बारे में करीब 600 पुस्तकें लिखी गयी हैं . उनका निजी मेकअप किट 2,66,500 डॉलर्स में बिका था .

उनकी नक़ल आज भी अनेकों सेलिब्रिटीज मडोना , लेडी गागा , स्टेफनी जैसी हस्तियाँ करती हैं .

मैरिलिन के सूक्तियाँ


मैरिलिन की सैकड़ों सूक्तियाँ अभी भी उद्धृत की जाती हैं जिनमें कुछ के करीबी अनुवाद इस प्रकार हैं -


मुस्कुराते रहो क्योंकि जीवन खूबसूरत चीज है और मुस्कान से भरपूर है ...


मैं अच्छी हूँ पर कोई देवदूत नहीं .मुझसे भी पाप हुए हैं पर मैं शैतान नहीं हूँ ....


मैं स्वार्थी, अधीर और बुरी हो सकती हूँ , पर अगर तुम मेरे बुरे दिनों में साथ न दोगे , तब तुम मेरे अच्छे दिनों

में साथ देने योग्य नहीं हो ...


सबके बीच दुखी होने से बेहतर है आप अकेले में दुखी रहें .


मुझे कुत्ते कभी नहीं काटते हैं , सिर्फ आदमी काटते हैं.


हॉलीवुड वह जगह है जहाँ एक चुंबन के लिए 50,000 डॉलर्स मिल सकते हैं , पर एक आत्मा के लिए सिर्फ 50 सेंट मिलेंगे .


उनके ये शब्द उनके अंदर के छुपे दर्द को दर्शाता है .


मैरिलिन मोनोरो का दुखद अंत


मैरिलिन को अपना घर मृत्यु के कुछ महीने पहले ही नसीब हुआ था.मैरिलिन को मन की शांति नहीं थी , इसलिए जरुरत से ज्यादा शराब और पिल्स का सेवन करने लगी थीं .


कहा जाता है कि 4 जून 1962 को मैरिलिन ने अपने निजी डॉक्टर ग्रीन्सन को फोन किया था जिसके आधार पर उन्होंने कहा था कि शायद मैरिलिन को उनके करीबी लोगों ने नकार दिया था , जिसके चलते वह दुःखी थी और बहुत डिप्रेसन में थीं .अगली सुबह 5 जून को वह लॉस एंजेल्स शहर के अपने घर में मृत पायी गयी थीं . मात्र 36 वर्ष की आयु में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया . उन्होंने ड्रग्स की ओवरडोज ले रखी थी . उनकी मौत की वजह संदेहास्पद आत्महत्या बताई गयी . कहा जाता है कि मरने के समय बिस्तर पर वह नग्न थीं और एक हाथ में फोन था . मैरिलिन को उनकी पसंदीदा लिबास “ कैडिलक ड्रेस “ में दफनाया गया था .