बात एक रात की - 21 Aashu Patel द्वारा जासूसी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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बात एक रात की - 21

बात एक रात की

Aashu Patel

अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट

( 21 )

‘चियर्स’ दिलनवाझ आमंत्रितों के सामने शराब का ग्लास पकड़े हाथ को हवा में उठाते हुए कह रहा था|

‘चियर्स’ एक साथ कई आमंत्रित बोल उठे|

‘चियर्स टु योर सुपर सक्सेस|‘ अमन कपूर ने कहा|

बाद में दिलनवाझ ने नजदिक खड़े आमंत्रितों के ग्लास से अपना ग्लास टकराया |

बम्बई के गेट वे ऑफ इन्डिया से समुद्र में थोड़े नॉटिकल माइल दूर दिलनवाझ खान की लक्झुरियस यॉट ‘मिस्टिरियस लेडी’ पर थर्टी फर्स्ट दिसम्बर की मध्य रात्रि में पार्टी चल रही थी| ये पार्टी दिलनवाझ की अंतिम दो फिल्म की सक्सेस और वह संसद सभ्य बन चुका इसके सेलिब्रेशन के लिए थी|

दिलनवाझ उसकी लेविश लाइफस्टाइल के लिए प्रसिध्ध था| उसने इटली की एक प्रसिध्ध कम्पनी को ऑर्डर देकर 450 करोड़ रुपये से ये कस्टमाइझ्ड यॉट बनाई थी| दिलनवाझ की यॉट की ईर्ष्या कई इंडस्ट्रियालिस्ट और बिझनेस टाइकुन भी करते थे| दिलनवाझ की यॉट एक सो दस फीट लम्बी और पचास फीट चौड़ी थी| इसमें तीन लेवल थे| प्रथम लेवल पर एक स्पेसियस हॉल था, इसके समानान्तर लम्बा-चौड़ा किचन था और इससे थोड़े फीट दूरी पर 30 गुना 20 फीट का स्विमिंग पुल था| इसके बाद ओपन एरिया था| इस ओपन एरिया में इस वक्त पार्टी चल रही थी| कई आमंत्रित खड़े – खड़े गप्पे लडा रहे थे| कई गेस्ट्स कुर्सी पर बैठे थे| हॉल में कई मेज- कुर्सी रखे थे| हॉल में दाखिल होते ही दाहिनी ओर बार था और टेबल के नजदिक कई ऊँचे स्टूल रखे थे| हालांकि इस वक्त पार्टी के लिए स्विमिंग पुल के पास ओपन बार की व्यवस्था की गई थी| हॉल के छौर पर दो रेस्ट रूम अर्थात बाथरूम थे| एक रेस्ट रूम बायी ओर था और दूसरा दाहिनी ओर था बीच में ओपन स्पेस थी| हॉल पूरा होता था वहाँ रेस्ट रूम के बाद एक द्वार था इसके बाहर गैलरी थी| वहाँ एक कॉफी टेबल था और उसकी दोनों तरफ दो-दो कुर्सी पड़ी थी| यॉट के दूसरे लेवल पर चार बेडरूम थे और एक थियेटर था| तीसरे लेवल पर दिलनवाझ का पंद्रह सो फीट का बेडरूम था और इसी से सटा हुआ पांचसो फीट का बाथरूम था|

ऐसी वैभवशाली बोट पर चल रही पार्टी में बॉलीवुड और अन्य क्षेत्र के कितने ही सफल व्यक्ति शराब और म्युझिक का मजा ले रहे थे| कई आमंत्रित ड्रग्स का आनंद भी ले रहे थे| दिलनवाझ की इंफ्लुअंस इतनी थी की उसकी पार्टी में ड्रग्स का सेवन करने वालों को डरने की जरुरत नहीं थी| अब तो दिलनवाझ संसद सभ्य भी बन चुका था| पार्टी में अमन कपूर उसके प्रेमी एक्टर तपन त्रिपाठी के साथ आया था| दिलनवाझ को तपन पसंद नहीं था, लेकिन अमन की वजह से उसे तपन को अपनी पार्टी में आमंत्रण देना पड़ता था| वैसे तो दिलनवाझ ने और कितने ही लोगों को बुलाया था जिसे वह पसंद नहीं करता था, लेकिन इसके पीछे कोई न कोई वजह थी| उसे डॉन सैयद मलिक के भाई अहेसान को भी आमंत्रण देना पड़ा था| उसने अहेसान के साथ पाँच फिल्मों का कोंट्रेक्ट करने की बात को पीछे धकेल दी थी, लेकिन वह सैयद और अहेसान के साथ डिप्लोमेटीक्ली बर्ताव कर रहा था| इसलिए उसने अहेसान को कॉल कर के पार्टी में आने का आमंत्रण दिया था| उसे पता था कि अहेसान रोशनी को साथ लेकर ही घूमता है इसलिए उसने उसे रोशनी के साथ आने को कहा था| सैयद मलिक की धमकी से उसे आकाश महेरा की फिल्म पूरी करनी पड़ी थी| फिल्म के सेट पर वह जब-जब रोशनी को मिलता था तब उसे तकलीफ होती थी| रोशनी उसके साथ हसकर बात करती थी, लेकिन उसे रोशनी की आँखों में अपने लिए उपहास दिखता था| वैसे तो आकाश महेरा के सामने भी उसे झुकना पड़ा था, लेकिन महेरा इतना उस्ताद था कि वह कभी दिलनवाझ से ऐसा बर्ताव नहीं करता कि उसकी फिल्म के लिए दिलनवाझ को उसके सामने झुकना पड़ा है| रोशनी और तपन त्रिपाठी को तो उसे अहेसान मलिक और अमन की वजह से बुलाना पड़ा था, लेकिन आमंत्रितों में और भी कितने ही लोग थे जो दिलनवाझ को पसंद नहीं थे या तो अतीत में उसके साथ दिलनवाझ को अनबन हुई हो, लेकिन उसके सामने अपनी शक्ति दिखाने के लिए आमंत्रण दिया था| ऐसी व्यक्तियों में नम्बर वन हिरोइन शैली सागर, प्रोड्युसर आकाश महेरा और उसका डिरेक्टर भाई आनंद, डिरेक्टर शेखर मल्होत्रा और एनकाउंटर स्पेशियालिस्ट प्रशांत पाटणकर का समावेश होता था| इसके अलावा एम.एल.ए. इश्तियाक अहमद सहित कितने ही पोलिटिशियंस और अलग-अलग क्षेत्र के शक्तिशाली व्यक्ति पार्टी में उपस्थित थे| दिलनवाझ ने चीफ मिनिस्टर किसनराव पाटिल, पुलिस कमिशनर पटनायक और जॉइंट पुलिस कमिशनर अमोल कुमार को भी आमंत्रण दिया था, लेकिन पटनायक और अमोल कुमार दिल्ही में आयोजित एक कोंफरंस में हिस्सा लेने के लिए दो दिन दिल्ही गये थे और चीफ मिनिस्टर ने कोई बहाना बनाकर पार्टी में आने से इंकार कर दिया था|

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‘कंट्रोल योर सेल्फ| तुम ज्यादा फास्ट जा रहे हो| तुम्हें पता है कि तुमने कितने पेग पी लिए हैं?’

दिलनवाझ की पत्‍‌नी हीना कह रही थी| हीना इस पार्टी में नहीं आना चाहती थी, लेकिन दिलनवाझ ने उसे कई बार भार पूर्वक कहा था इसलिए उसे आना पड़ा था| दिलनवाझ ने हीना की करियर तो खत्म कर ही डाली थी इसलिए उसकी अपनी कोई पहचान नहीं रही थी| इस वजह से हीना किसी पार्टी में जाये तब उसे लगता था कि वह सिर्फ एक शो पीस है| सब उसे दिलनवाझ की पत्‍‌नी के रुप में ही पहचानते थे| दूसरी ओर उसे लगातार डर रहता था कि दिलनवाझ शराब पीकर धमाल करेगा या तो किसी के साथ मार झूड करेगा ऐसे कई हादसे की वह गवाह बन चुकी थी| तब उसकी स्थिति अत्यंत शर्मजनक हो जाती थी|

‘डॉन्ट टीच मी|‘ दिलनवाझ की आवाज में शराब के नशे की असर थी|

शराब पीने के बाद दिलनवाझ का अपने आप पर अंकुश नहीं रहता था| नशे में वह किसी से भी लड़ पड़ता था| उसकी पत्‍‌नी हीना ने भूतकाल में भी कई बार चेतावनी दी थी, लेकिन दिलनवाझ में कोई बदलाव नहीं आया था| अभी भी दिलनवाझ जितनी जल्दी से शराब पी रहा था ये देखकर हीना टेन्शन में थी|

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‘आज की रात यादगार बन जायेगी, दिलनवाझ|’

अमन कपूर ने अपने हाथ में रहे शराब के ग्लास को उँचा करते हुए कहा|

‘आज की रात यादगार बनाने के लिए ही ये पार्टी रखी है, अमन|‘ दिलनवाझ ने कहा|

उस वक्त पार्टी में उपस्थित मेहमानों में से किसी को कल्पना भी नहीं थी कि ये पार्टी उसके लिए एक दु:स्वप्न जैसी साबित होगी, जिसे वे जिंदगी भर भूला नहीं पाएँगे|

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