बात एक रात की - 7 Aashu Patel द्वारा जासूसी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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बात एक रात की - 7

अनुवाद: डॉ. पारुल आर. खांट

( 7 )

वह कॉल था, आकाश महेरा की पत्‍‌नी रीना का |

'आनंद ने किचन में जाकर बाऐं हाथ की नस काट ली है | मैं उसे लेकर 'लाइफ लाइन' हॉस्पिटल जा रही हूँ, आप भी पहुंचिए |' घबराई आवाज में रीना ने पति आकाश से कहा | घबराया आकाश वापस कार की ओर दौडा | 

खुद आकाश महेरा भी बुरी तरह घबराहट की गिरफ्त में था | हॉस्पिटल से घर थोड़ी ही दूरी पर था | लेकिन चन्द मिनट का ये सफर भी कई घंटों का लग रहा था | आकाश ने खुद को सम्भालते हुए दो-तीन नजदीकी मित्रों को फोन कर जल्दी हॉस्पिटल पहुंचने को कहा | 

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'आई विल मिस यु, डार्लिंग.....' डॉन सैयद मलिक के भाई अहेसान ने उसकी हीरोइन गर्लफ्रेंड रोशनी रौतेला से कहा | 

'अरे! 'एक ही दिन के लिए तो जा रही हूँ दिल्ही | शाम को तो वापस आ जाऊंगी |’ रोशनी ने कहा | 

 'तुम्हारे बिना तो एक मिनट भी मुझे लंबी लगती है!' अहेसान रोमेंटिक मूड में था | 

'पागल हो तुम!' रोशनी मुस्कुराइ | हालांकि अहेसान के शब्दों से वह खुश हो रही थी | 

अहेसान उसके लिए शायरी भी लिखता था | अहेसान को गाना लिखने का भी शोख था | उसके कई गानों का अलग-अलग हिन्दी फिल्मों में उपयोग भी हुआ था | उसमें किसी तरह की क्रिएटिविटी नहीं थी, लेकिन वह डॉन सैयद मलिक का भाई था यह उसका कवोलिफिकेशन था | 

अहेसान रोशनी को फिल्म प्रोड्युसर आकाश महेरा की एक पार्टी में मिला था | दिलनवाझ ने ही उसका परिचय अहेसान से करवाया था | अहेसान रोशनी को देखते ही उसके प्यार में पड़ गया था | रोशनी भी उसकी ओर आकर्षित हुई थी | उस वक्त रोशनी दिलनवाझ के नजदिक थी | हालांकि वह सम्बन्ध हमदर्दी का नहीं था, स्वार्थ का था | रोशनी को दिलनवाझ के साथ सेक्स्युअल रिलेशन थे, लेकिन रोशनी एकदम स्पष्ट थी | वह किसी भी तरीके से बॉलीवुड में अपना स्थान बनाना चाहती थी | दिलनवाझ से पहले भी वह कई व्यक्तियों के साथ बेड पर जा चुकी थी | 

आकाश महेरा की पार्टी में दिलनवाझ किसी को मिलने के लिए थोड़ा दूर गया तो अहेसान ने रोशनी के निकट जाकर उसका मोबाइल नम्बर ले लिया और अपना नम्बर दे दिया | इसके बाद दूसरे ही दिन रोशनी को कॉल करके डिनर के लिए बुलाई थी | दोनों खूब जल्दी से निकट आ गये थे | रोशनी को अहेसान के प्रति आकर्षण हो गया था और साथ में अहेसान फिल्म फाइनांसार भी था | वह डॉन सैयद मलिक का भाई था और सैयद मलिक की बॉलीवुड पर धाक थी | रोशनी ने दिल और दिमाग़ से सोचकर उसके साथ आगे बढ़ने का निश्चय किया था | अहेसान ने उन्हें तीन फिल्म दिलाई थी | 

दिलनवाझ को पता चला की रोशनी अहेसान के निकट जा रही है तब वह सहम गया | एक रात उसने रोशनी को 'प्लेटिनम प्लाझा' में बुलाया तब रोशनी ने उसे इंकार कर दिया | दिलनवाझ को डॉन सैयद मलिक और उसके भाई अहेसान के साथ अच्छे सम्बन्ध थे | वह सीधे तौर पर रोशनी को कुछ कह नहीं सकता था, लेकिन उसने आकाश महेरा की फिल्म रोशनी को दिलाई थी उस फिल्म को लटका दी थी | रोशनी से बदला लेने का दिलनवाझ मौका ढूँढ रहा था इसमें आकाश महेरा और उसके भाई आनंद को बिना वजह दंड मिल गया |         

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'दिलनवाझ, प्रॉजेक्ट की कोस्ट थोड़ी बढ़ गई है | हमें थोडा और ज़्यादा इनवेस्टमेंट करना पड़ेगा।' 

बम्बई पुलिस के हाईप्रोफाइल इंस्पेक्टर प्रशांत पाटणकर ने दिलनवाझ से कहा | पाटणकर एनकाउंटर स्पेशियालिस्ट के तौर पे पहचाना जाता था | उसने कई गुंडों को एनकाउंटर में शूट कर दिया था | उसमें से कई एनकाउंटर फेक थे | एक गेंग से दूसरी गेंग के गुंडों को मारने के लिए वह पेशगी लेता था और जिसकी पेशगी ली हो उस गुंडे को आराम से नकली एनकाउटर में उड़ा देता था | वह कई बार विवाद में आ चुका था, लेकिन बम्बई के जोइन्ट पुलिस कमिशनर अमोलकुमार के उस पर चार हाथ थे | वह निरन्तर मीडिया में चमकता रहता था | हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री में उसके कई फ्रेंड्स थे | वह कई फिल्मों में फाइनांस भी कर चुका था | बॉलीवुड की पार्टीझ में उसे दावत मिलती थी तब वह किसी फिल्म स्टार की तरह ब्रांडेड क्लोथ्स पहनकर पार्टीझ में उपस्थित रहता था | उसके फोटोझ् बम्बई के अँग्रेज़ी वर्तमानपत्रों के पेइझ थ्री पर भी चमकते रहते थे | उस पर आय से कई गुना ज्यादा सम्पति के लिए केस भी हुआ था, लेकिन बाद में इन सारी बातों पर पर्दा डाल दिया गया था | अपने सगे-सम्बन्धियों के नाम पर काफी प्रॉपर्टी बना ली थी | अब वो एक इंडस्ट्रियालिस्ट और दिलनवाझ के साथ पुणे में एक फाइव स्टार हॉटल बना रहा था | इसका बजट अनुमान से ज़्यादा हो गया था | 
 'प्रशांत, मैं 250 करोड़ दे चुका हूँ, तुम कह रहे हो अभी और इनवेस्टमेंट करना पड़ेगा?' दिलनवाझ ने कहा | 
 'प्रॉजेक्ट में टाइम लग रहा है और जीएसटी के चलते अपनी कैल्कुलशन भी गड़बड़ा गई है'  पाटणकर ने बात स्पष्ट करते हुए कहा | 
      'प्रॉजेक्ट मेरी वजह से लंबा खींचा है? तुम्हें पहले ही प्रॉपर प्लानिंग करनी चाहिए थी |' चीडते हुए दिलनवाझ ने कहा | 
      'सब मेरे हाथ में तो नहीं है न! मुझे भी और पैसों का इंतजाम करना पड़ेगा न? 'पाटणकर की आवाज में आक्रोश था। | 

दोनों के बीच बहस हो गई | 

'मुझे अब इससे ज्यादा इनवेस्टमेंट नहीं करना' दिलनवाझ ने कह दिया और फिर जोड़ा, 'ओन सेकंड थॉट, मुझे इस प्रॉजेक्ट से बाहर निकलना है, तुम पैसे वापस कर दो और किस्सा ख़त्म |' 

'तुम बीच में छोड़कर चल दो ये कैसे चलेगा?' पाटणकर गुस्से से बोला | 

'तुम्हारी दादागीरी दूसरी जगह चलाना, मेरे साथ नहीं | मेरे पैसे तीन महीने में लौटा दो | नहीं तो मुझे चीफ मिनिस्टर को बीच में लाना पड़ेगा!' दिलनवाझ ने सधे हुए शब्दों में धमकी दे दी | 

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'अब वह खतरे से बाहर है |' डॉक्टर आकाश महेरा से कह रहे थे | 

डॉक्टर ने आकाश महेरा के छोटे भाई आनंद को बचा लिया था, लेकिन आकाश महेरा की नींद गायब हो गई थी | उसे दिलनवाझ और रोशनी रौतेला की फिल्म के पीछे लगाए पचास करोड़ रुपये से ज्यादा चिंता अपने भाई की हो रही थी | दिलनवाझ नवोदित था तब महेरा ने उसे अपने भाई की तरह रखा था, लेकिन वह उपकार दिलनवाझ भूल गया था | वह बॉलीवुड में मौका पाने के लिए संघर्ष कर रहा था उस वक्त आकाश महेरा ने उसे लोन्च किया था | महेरा की उस फिल्म की वजह से ही दिलनवाझ स्टार के रुप में एस्टाब्लिश हो गया था | इसके बाद भी आकाश महेरा दिलनवाझ के साथ कई फिल्में बना चुका था जिससे दिलनवाझ को सुपरस्टार बनने में मदद मिली थी और आज दिलनवाझ उसका अहेसान भूलकर उसके भाई आनंद की कारकिर्दी के साथ खेल रहा था | इसी वजह से आनंद ने सुसाइड की कोशिश की थी | 

हॉस्पिटल के बेड पर लेटे छोटे भाई आनंद को देखकर आकाश के मन में आक्रोश भर आया | अगर दिलनवाझ सामने होता तो शायद वह उसका खून कर बैठता | तभी आकाश के मोबाइल की रिंग बजी | हीरोइन रोशनी रौतेला का कॉल आ रहा था | आनंद के सुसाइड अटैम्पट की बात किसी हॉस्पिटल कर्मचारी ने मीडिया तक पहुंचा दी थी | इसीलिए आकाश के फोन पर कई कॉल्स आ रहे थे | आकाश को लगा कि कॉल रिसिव कर रोशनी से कह दे कि आनंद की इस स्थिति के लिए वही जिम्मेदार है | दिलनवाझ ने ही मयूरी माथुर को हीरोइन के रुप में साइन करने के लिए अल्टिमेटम दिया है | कॉल रिसिव करने से पहले ही उसके मन में विचार कौंधा...रोशनी रौतेला को ही हथियार बनाकर दिलनवाझ को सबक सीखा सकता है |

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