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धोखा

रवि जल्दी जल्दी अपनी पैकिंग कर रहा था, शाम को उसे शिमला के लिए जो निकलना था। मान्या मन ही मन सोच रही थी आफिस वालों ने भी क्या जगह चुनी है मीटिंग के लिए, काश ! सपरिवार जा पाते पर रवि को तो एक दिन के लिए जाकर फिर आफिस वालों को सारी रिपोर्ट भी तैयार करके देनी थी। रवि ने जल्दी ही काम निपटा लिया और शाम को जाने का वक्त भी आ गया।

रवि अब निकल चुका था, मान्या और दो साल की सन्वी रह गए थे घर पर। रवि सफर का आनन्द ले रहा था और शिमला के हसीन नज़ारों को कैमरे में कैद कर रहा था अचानक उसकी नज़र पिछली सीट पर प़ड़ी एक ल़़ड़की छुप छुप कर उसे देख रही थी। रवि ने भी आँखे मिलाकर उसे देखा तो पुराने कालेज के दिन ताज़ा हो गए थे तब भी कालेज टूर पर शिमला जाना हुआ था। रवि के साथ एक ल़ड़की पड़ती थी रीना न चाहते हुए भी दोनो एक दूसरे को पसंद कर बैठे और शादी के सपने देखने लगे थे पर रवि अभी पढ़ रहा था उसे समय चाहिए था अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए, और रीना की शादी कहीं और हो गई थी, फिर रवि की शादी मान्या से हो गई थी। रवि के मन के किसी कौने में अब भी रीना थी वो उसे भुला नहीं पाया था। वो लड़की रीना ही थी, पर रीना ने न तो कोई मेयकप किया था न ही उसका पति कहीं नज़र आ रहा था, वो अकेली ही थी। रवि से रहा नहीं गया वो रीना के पास गया और हैलो कहा रीना ने भी हाल पूछ लिया, वो रीना के साथ वाली सीट पर ही बैठ गया बस फिर धीरे धीरे पुरानी यादो का सिलसिला शुरु हो गया वो शिमला के दिन याद करके वो मुस्कुरा रहे थे। रीना थोड़ी सहमी सहमी लग रही थी, शायद मन में कोई बोझ था जिसे उतारना चाहती थी वो नहीं जानती थी कि रवि की शादी हुई है या नहीं । रवि ने रीना के पति के बारे में पूछा तो रीना चुप हो गई और फिर से पूछने पर रीना ने बताया कि उसका तालाक हो गया है उसके साथ धोखा हुआ था उसके पति को कोई और लड़की पसंद थी वो रीना से शादी नहीं करना चाहता था घरवालों ने जबरदस्ती शादी कराई थी, वो वापिस उसी ल़ड़की के पास जाना चाहता था।

वहीं रीना ने भी तो रवि को भुलाकर संजय से शादी की थी इपने घरवालों की मर्ज़ी से पर वो रवि को भूलकर नई ज़िन्दगी में कदम रखना चाहती थी पर वहां भी लगभग हालात एक जैसे थे, कभी कभी किस्मत का खेल भी अजीब हो जाता है हम चाहते कुछ और हैं होता कुछ और है। पर फिर किस्मत हमें ऐसे मोड़ पर ले आती है कि हम असहज और लाचार नज़र आते हैं रीना की कहानी भी कुछ ऐसी ही नज़र आ रही थी। वो भी शिमला नौकरी के सिलसिले मे जा रही थी, रवि को कुछ समझ नहीं आ रहा था वो रीना से हमदर्दी करे या अपनी सीमा मे रहे। मान्या और सान्वी से रवि बहुत प्यार करता था, अपने परिवार के साथ धोखा नहीं करना चाहता था पर रीना की कहानी सुन कर वो खुद को रोक न सका,और रीना के करीब आ गया था। शिमला का काम खत्म कर वो वापिस अपने शहर आ चुका था पर संग रीना की यादें ले आया था जो फिर ताज़ा हो चुकी थी रीना ने रवि का फोन न०. ले आई थी और वो भी खुद को रोक नहीं पाई थी रवि से दौबारा मिलने में, पर इस बात से अंजान थी कि रवि की शादी हो चुकी है और एक छोटी बेटी भी है। फोन पर बातों का सिलसिला शुरु हो गया था, रवि परिवार को भी नहीं खोमा चाहता था और रीना को दौबारा पाकर भी नहीं खोना चाहता था वो समझता था कि यह गल्त है उसे रीना को अपने परिवार के बारे में बता देना चाहिए। रवि को रीना से बात करना अच्छा लग रहा था वो सपनो की दुनिया में खोया था और आने वाले तूफान से अंजान था क्योंकि सच्चाई को ज्यादा देर छुपाया नहीं जा सकता, एक बार रीना रवि को फोन कर रही थी रवि सोय था अचानक फोन मान्या ने उठा लिया यह सोच कर कि कोई जरुरी फोन न हो फोन अमित के नाम से सेव थापर मान्या लड़की की आवाज़ सुन कर परेशान हो गई कि इतनी सुबह किसी को क्या काम पड़ गया। वहीं रीना भी सोच रही थी कि रवि का फोन कौन सी लड़की ने उछाया होगा, रीना ने पूछा आप कौन तो मान्या ने भी यही सवाल किया रीना को कुछ गल्त लगा उसने कह दिया कि वो उनके आफिस मेम काम करती बै। मान्या को यह बात हज्म नहीं हुई कि अगर यह रवि के आफिस में काम करती है तो रवि ने अमित के नाम से क्यों सेव किया है। रीना के मन में तरह तरह के सवाल उठ रहे थे जैसे ही रवि आफिस पहुंचे रना ने फोन पर बात करने वाली लड़की के बारे में पूछा तो रवि डर गया पर उसने सच बोल दिया कि मेरी शादी हो चुकी है पर मैं तुम्हे कभी भूला नहीं पाया तुम जो चाहे सजा दे सकती हो रीना चुपचाप रवि के गले लग कर रोने लगी कहा रवि मैने ज़िन्दगी में बहुत कुछ खोया है, अब बस शादी मे धोखा शायद मैने दिया इसलिए पाया, तुम्हे खोकर पाया फिर खो रही हूँ। रवि भी रो पड़ा कहा न मैं अपने परिवार को छोड़ सकता हूँ न तुम्हे छोड़ना चाहता हूँ पर एक फैसला करना होगा। रवि नहीं चाहता था जिस तरह संजय ने रीना को धोखा दिया वो भी मान्या के साथ ऐसा करे इसलिए उसने रीना को हमेशा के लिअ गुड बाए कह दिया। दोनो रोते रोते अपनी अपनी राह को चल दिए, घर आकर मान्या को देखा तो कईं सवाल थे जिनका उसे जबाब चाहिए था क्योंकि मान्या का शक सही था वो रवि को धोखेबाज़ समझ छोड़ कर जाना चाहती थी वो बहुत रो रही थी। रवि परेशान था उसकी ज़िन्दगी में अचानक से तूफान आया था, पर रवि ने सच का सहारा लेकर मान्या को सब सुना दिया अपमे मन की व्यथा भी और भविष्य में मान्या को कभी कोई दुख न पहुंचाने का वादा भी दिया, पर मान्या का मन विचलित था वो कैसे भरोसा कर ले कि फिर कभी रवि और रीना मिलेंगे नहीं और न ही दोस्ती को बडयाएंगे । मान्या को कुछ समझ नहीं आ रहा था वो कुछ दिन मायके जाकर सोच कर जबाब देना चाहती थी, रवि की आँखों में सच्चाई की चमक थी पर भावनाएं तो सबकी होती हैं इन पर काबू पाना सबके बस की बात नहीं होती। बहुत दिन रवि से दूर रहकर उसने रवि के सच बोल देने पर रवि को एक मौका देने की सोची पर रवि अपना दुख कम करने और दिल की बात करने के लिए फिर रीना से बात करने लगा था क्योंकि वो अकेला महसूस करने लगा था कोई ऐसा चाहिए था जो उसकी हालत समझ सके और मान्या ने बात करने से मना किया था। मान्या का विशवास फिर से डगमगा गया था जब उसे पता चला क्योंकि वो इस सच को नहीं झुठला पाई थी कि रीना रवि के आस पास ही रहेगी सामने न सही पर यादों में दिमाग में और कभी न कभी वो एक दूसरे से मिलेंगे। रवि और रीना खुद भी मान्या से मिली यकीन भी दिलाया कि तुम जब रवि को इतने दिन तक थोड़ कर चली गई थी वो परेशान था अपना दुख बांटना चाहता था तो दोस्त की हैसियत से उसने बात की पर शक विशवास पर बहुत हावी हो चुका था मान्या डर के साए मों अपनी बाकि ज़िन्दगी गी नहीं गुज़ारना चाहती थी। मान्या का डर किसी हद तक जाएज़ भी था, पर रवि के यकीन दिलाने पर भी रीना के समझाने पर भी मान्या रवि को दिल से अपना नहीं पा रही थी, उसको लगता था कि रवि और रीना उसे धोखा दे रहे हैं । वो रवि को हमेशा के लिए छोड़ कर सन्वी को लेकर चली गई। रवि बहुत रोया वो अपने परिवार से प्यार करता था पर दो नाव पर सवार इन्सान डूबता ही है। रवि बहुत परेशान था रीना भी क्योंकि रीना ने जानबूझकर कुछ नहीं किया था वो तो पहले जानती भी नहीं थी कि रवि की शादी हो चुकी है, पहले घरवालों के कहने पर रवि को भुलाकर संजय से शादी की थी जो किसी और को पसंद करता था, पर जब रीना को रवि मिला वो नहीं जानती थी कि रवि की शादी हो चिकी है पर जब पता चला उसने अपने कदम पीछे कर दिए थे। हालात ने उसको ऐसी स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया था कि जिसकी उसे तालाश थी वो सामने था पर कोई खुशी नहीं थी। रवि जो रीना को भी खोना नहीं चाहता था पर प्यार करने वाले परिवार से दूर हो गया था। तालाक का नोटिस भी रवि को कुछ दिन बाद मिल गया था। आखिर मान्या को भी रवि से वही धोखा मिला था जो रीना को संजय से कहानी खुद को दौहरा रही थी भले ही तरीका और हालात अलग थे। रीना और रवि अपने अपने रास्ते चल दिए रवि सदमे से बाहर आ रहा था, वहीं रीना भी इस सच्चाई को सनीकारने लगी थी कि पता नहीं किस्मत में यही लिखा है। पर मान्या को तो ऐसे ही सजा मिली थी। किसी और की खुशियों को बर्बाद कर वह कैसे खुश रह सकती थी पर समय बड़ा बलवान होता है। रवि और रीना को सबने समझाया और हालात का वास्ता देकर फिर से एक होने को कहा, शादी के लिए सुझाव दिया। सन्वी कभी कभी जिद्द करती थी बात करने की पर रवि को किसी ने सुनाया कि मान्या की भी दूसरी शादी करा दी है घरवालों ने सन्वी उसके साथ ही थी। रवि को बहुत समय लगा रीना को अपनाने में क्योंरि हालात कुछ ऐसे हो गए थे। मान्या और सन्वी अब बहुत आगे बड़ गए थे वो खुश थे और रवि ऐर रीना भी धीरे धीरे एक दूसरे को अपना सके अब वो खुद को मान्या का गुनहगार. समझना छोड़ बैठा था। पश्चाताप की आग में जलते जलते चार साल हो गए थे। रीना और रवि भी नई ज़िन्दगी की शुरुआत कर चुके थे।

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