हमसफर - 10 Seema Tanwar द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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हमसफर - 10

15 साल आस्था ने रोते हुए कहा एकांश के साथ-साथ
सभी बहुत हैरान थे l

बाबा साहब बताइए ऐसी कौन सी वजह थी कि आपने
हमारी शादी 15 साल की लड़की से करा दी बताइए
एकांश जोर से चीख ,,,,,,, और सब डर गए ,,,,

तो आपने इतने बड़े हो गए हैं कि अपने बाबा सा से सवाल करेंगे ,,,,

नहीं बाबा सा आपका बेटा आपके सवाल करें इतना बड़ा
कभी नहीं होगा यह सवाल आप से यहां के कुंवर साहब पूछ रहे हैं और आपको जवाब देना होगा एकांश ,,,,

हम ने वचन दिया था अजिंक्य जी,,,

बात कुछ और है सिर्फ एक वचन के लिए हमारे बाबा सा इतना बड़ा गुनाह नहीं कर सकते जो शख्स लड़कियों के एजुकेशन के लिए उनकी हक के लिए लड़ता है लड़कियों को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए सफल बनाने के लिए अपनी प्रॉपर्टी का आधा हिस्सा दान कर सकता है वह किसी लड़की का इतना कम उम्र में उसकी शादी नहीं करवा सकता और वह भी एक अनाथ लड़की एकांश ,,,,

सही कहा आपने हमने यह शादी ऐसे नहीं करवा दे इसके पीछे हमारा मकसद था आस्था की मां को वचन दिया था हालांकि हिफाजत का उनके जाने
के बाद अकेली हुई थी ,,,, यह बिल्कुल इसलिए हमने
आस्था की जिम्मेदारी ली और उस आपसे इनकी शादी
करवा दी ,,,

हमें पता है हमारा एकांश उनकी जिम्मेदारी
अच्छे से निभा सकता है ,,,, नहीं बाबा का बात कुछ और
यही सच है अजिंक्य l

अभी पता चल जाएगा क्या करें
और क्या नहीं एकांश ने कहा और जोर-जोर से चिख
कर आकाश और अजय को बुलाया l

हमें सुबह आस्था के बारे में सब कुछ पूछा था और
आपने बड़ी चालाकी से बात डाल दी थी ,,,, आपको
आस्था के बारे में सारी जानकारी मालूम थी तो यह भी
पता होगा कि वह उम्र की छोटी है ,,,, फिर भी यह बात
आपने हमें बताना जरूर क्यों नहीं समझी वजह जान
सकते ????

कुंवर सा वह ,,, आकाश

सिर्फ सच सच बोलिए हमारी और आस्था की शादी का सजा में जाना है अकाउंट अजय आकाश को दोनों खामोश रहे एकांश ने कहने पर उन्होंने सारा मामला पता करवाया उन्हें

एकांश की कुंडली के बारे में पता चल चुका था
और यह भी सिर्फ आस्था के साथ ही वजह से उनका
मृत्यु योग कर सकता है उन्हें सारी बातें आकाश को
बता दी ,,,,,

प्रकाश के साथ सभी सभी घरवाले बहुत हैरान
थे अपने अपने आप के अंधविश्वास के चलते हमारी
शादी करवा दी ,,,, बेटा मिनट में इसी वजह से तो आस्था
की मां की मौत नहीं हो गई ,,,, शायद उन्होंने शादी के लिए
मना कर दिया था ,,,, और आपने एकांश आज आप हम
पर इल्जाम लगा रहे ,,, अजिंक्य

संजय कैसे मौत हो गई थी ,,,, इनकी मां की सर पर चोट
लगने की वजह से कुंवर सा अजय

ऐसे मत देख ही कुंवर सा मानते हैं कि हमने उनकी
हालत का फायदा उठाया और आस्था से आपकी शादी
तय कर दी ,,,, आस्था से आपकी शादी तय कर दी लेकिन
सिर्फ आपके लिए कुंवर सा हम लोग अपनी पत्नी को
खो चुके हैं l

अब अपने बेटे को नहीं खो सकते ,,,, और आप माने या
ना माने यह सच है कि आपके जान को धोखा है और
आपको इसे सिर्फ आस्था की कुंडली के सहारे ही बच्चा
सकते हैं अजिंक्य और आस्था का क्या बाबा सा
एकांश ,,,

हमें उनकी फिक्र नहीं है क्योंकि हम जानते हैं कि
उनकी जिंदगी में आपके जैसा हमसफ़र हैं और आप
उनकी बहुत अच्छे से देखभाल करेंगे अजिंक्य जी ने
कहते हुए एकांश के कंधे पर हाथ रखना चाहा लेकिन
एकांश वहां से हट गया l


सॉरी बाबा सा लेकिन आपकी इस गलती के लिए हम
आपको कभी माफ नहीं करेंगे कभी नहीं ,,,,, एकांश वहां
से चलता गया और धीरे-धीरे कर सभी घरवाले भी ,,,,

अजिंक्य ने आस्था के सर पर हाथ रख और दाई मां से
कहकर उसे कमरे में भेजा ,,,, कमरे में आकर फिर एक
बार फिर आस्था के आंसू बहने लगे ,,,, ना जाने कितनी
देर से रोती रही और वैसे ही जमीन पर सो गई,,,,

अगले दिन से सबकी नॉर्मल लाइफ शुरु हो गई अगर
किसी की जिंदगी में बदलाव आया तो था वह था
एकांश और आस्था l

एकांश ने अपने बाबा और दादा साथ दोनों की बात
करना छोड़ दिया था ,,,, यहां तक कि घर में से वह किसी
से ज्यादा बात नहीं करते थे ,,,, उसे मिसअंडरस्टैंडिंग हुई
थी कि उन दोनों ने आस्था की मां को मरवा डाला l

वह भी अंधविश्वास के चलते उसकी जान बचाने के
लिए तो बहुत गिल्टी फील कर रहा था ,,,, इस प्रोजेक्ट के
लिए वह इतने सालों से मेहनत कर रहा था वह प्रोजेक्ट
उसे मिल गया था ,,,, तो बस वह उसी में बिजी हो गया था l

सिर्फ काम और काम है उसने अपना रूटीन बना लिया
था l

आस्था तो मानो हंसना और बोलना भूल ही गई थी ,,,,
दाई मां के साथ वह कभी-कभी बातें करती ,,,, वह भी
उनके बहुत बोलने पर अकेले कमरे में बैठे बैठे हो
खामोश हो गए हो जाएगी ,,,, यह सोचकर दाई मां उसे
बाहर ले जाती ,,,, आज सभी उनके साथ पैलेस के गार्डन
में जाने लगी ,,,, लेकिन वहां भी वह खामोश ही रहती l

दाई मां के कहने पर वह किचन में गई और सबके लिए
खाना बनाने लगी ,,, अब बस यही इसका रूटीन हो गया
था तीनों वक्त का खाना बनाना और खाली समय में
गार्डन में जाकर बैठना l

रूद्र को आस्था की हालत देखी नहीं जा रही थी ,,, वह
जब भी वक्त मिलता उसके साथ आकर गार्डन में
बैठता ,,,, रूद्र काफी बातूनी होने की वजह से वह हमेशा
उससे बात करता हूं और आस्था सिर्फ सर हिला कर
या ना में जवाब देती ,,,, बाकी घरवालों तो उसकी तरफ
देखते भी नहीं थे जिनके अनेक कहने पर दाई मां रूद्र
आस्था को नार्मल करने के लिए ट्राई कर रहे थे l

बट इसका कुछ भी फायदा नहीं हो रहा था देखते
देखते उनकी शादी को एक महीना हो गया लेकिन इन
दिनों में दोनों ने एक दूसरे को एक बार भी नहीं देखा ,,,,,

तुम्हें चोरी करते हुए बिल्कुल शर्म नहीं आई पता नहीं
क्या सोच कर काका साने तुम्हारी शादी भाई सा से
करवाती ऐश्वर्या ने गुस्से में कहा ,,,,, और आशा डरकर
रोती रही ,,,, वहां ऑफिस में इस दैट यू आई कांट
बिलीव एकांश ,,, हैरत से अपने सामने देख रहा था हम
अभी घर जा रहे हैं कहकर वह घर से निकल गया l

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क्यों घर वालों ने आस्था को चोर कहा और किस बात
पर एकांश को भरोसा नहीं हो रहा था अगर जानना है
तो
Stay connected and give lots of lots of
lots of comment
और एक बात अगले पाठ में एकांश और आस्था एक
दूसरे के हमसफर बनने के लिए अपना पहला कदम
उठाएंगे तो आप भी उन्हें अपना बहुत सारा प्यार
दीजिए और मझे स्टीकर रेटिंग एंड कमेंट एंड लाइक....
Thank u🥰💞