प्रीत की फ्रेंड जोत कमल के और करीब हो गई। कमल के ऊपर बैठ कर आगे पीछे होने लगी। जोत पूरी तरह से इश्क में डूब चुकी थी। अब तक जोत के अंदर की आग ठंडी न हो गई तब तक जोत कमल के साथ करती थी। कमल ले हालत बेहोश जैसी हो चुकी थी। मानो उसकी जुबान में वी इतनी ताकत नही थी के वो जोत को रुकने के लिए बोल सके।
जोत बहुत देर तक अपना काम ठंडा करती रही। तीन उसे अपने अंदर सावन को बूंदों जैसा ठंडा ठंडा एहसास हुए और मुंह से आह आह के आवाज निकलती तेज तेज झटके लगाने लगी। जोत के स्तन उसके ऊपर नीचे होने पर खूब हिलते थे। मानो गुबरे हवा में उड़ रहे हो। जोत कमल के ऊपर बैठी हुई थी जिसे कमल और जोत का पानी मिलकर जोत के अंदर से बाहर निकलने लगा।
और जोत कमल के ऊपर गिर पड़ी। कमल के बालों में हाथ फेरती जोत कमल को किस करने लग गई।जोत का पुरा बदन खुसी से खिलने लगा था। इतने आनंद जोत को कबी भी नही आया था। जोत ने नग्न हालत में अपनी ओर कमल दोनो की पिक्स निकल ली। खूब सारी पिक्स कलिक की । कबी कमल को किस करते हुए कबी उसकी बॉडी को चूमते होए। और कबी कमल के मुंह में बड़े स्तन डाल कर। और क्लिक वी ऐसे की मानो जे सब कूज कमल ही कर रहा हो। जोत बहुत खुस थी। मानो स्वर्गों में घूम रही हो। मगर धीरे धीरे से जोत ने कमल को जो गोली दी थी उसका असर कम होने लगा था।
मगर जोत को जे बात भूल चुकी थी।जोत के रेड रेड लिप्स और मुलायम जिस्म कमल को वी सकून देने लगे थे। जोत के लिप्स का स्वाद कमल को भी बहुत अच्छा लग रहा था। जैसे उसके अंदर किसी ने कोई ठंडी चीज रख दी हो कमल को ऐसा लग रहा था। और पूरा बदन जोत के स्पर्श से ठंडा पड़ गया था। उदर जोत धीरे धीरे से कमल के लिप्स को अपने लिप्स से शलाने लगी।
कमल को ऐसे लग रहा था जैसे जोत के लिप्स से कोई अद्भुत मिठास निकल कर मेरे अंदर जा रही हो और मुझे सकून दे रही हो। जैसे जैसे गोली का असर कम होने लगा कमल वो जोत का साथ देने लगा। और जल्दी ही कमल दुबारा गर्म हो गया। जोत कमल के लिप्स को चूम रही थी।
ओर साथ साथ अपने बड़े ओर गोल गोल ब्रेस्ट भी सहला रही थी। इस वक्त दोनो बिना कपड़े के थे। और प्रीत कि फ्रंड के मोटे मोटे जांघ कमल को बहुत आनद दे रहे थे। और जोत ने अपने। गोल गोल जांघों में कमल को पकड़ रखा था । और जोत धीरे धीरे नीचे सरकने लगी कमल की बॉडी को चूमती हुई नीचे आ। गई । और पहले हाथ में पकड़ा और फेर पूरा अपने मुंह में ले लिया। जोत की आखें बंद हो चुकी थी। और वो लॉलीपॉप जैसे चूम रही थी। लेने के काफी टाइम बाद उसे बाहर निकाल कर अपने ब्रेस्ट पर फेर से हिलाने लगी। कमल का लोहे की रॉड जैसे हार्ड हो चुका था।
प्रीत की फ्रंड ने कमल के लिप्स और जिस्म को खूब चूमा ।अब उसका सब्र जवाव देने लगा। और उसके अंदर की गर्मी बढ़ने लगी। उसने अपने पार्ट को हाथ लगा कर देखा तो वो पूरी तरह से पानी पानी हो चुके थे।
प्रीत की फ्रेंड ने नजदीक पड़े कपड़े से पानी को साफ किया और कमल का बड़ा हुआ कमल के ऊपर बैठ कर सहिलाने लगी।हार्ड और मोटा होने की वजह से वो अंदर नही जा रहा था। तभी उसने अपने मुह से धुक निकाला और कमल के अंग पे लगा लिया और ऊपर बैठ कर जोर से झटका मारा ।
जोर के झटके से इक वार में ही कमल का रॉड प्रीत की फ्रेंड के अंदर घुस गया। और प्रीत की फ्रेंड की चीख निकलने लगी और दर्द भी होने। लगा। मगर वो पहले भी कर चुकी थी। उसे exeperece था। और कूज देर बाद भी कमल का आनंद लेने लगी।कमल के ऊपर बैठ कर वाह कमल के लोहे की रॉड जैसे समान को अंदर लेती और बाहर निकलती।
साथ साथ अपने निप्पल भी कमल के मुंह में दे रही थी।कुछ देर उसने खूब मजे किए और अपने अंदर की गर्मी को ठंडा किया। और कमल ने उसके नर्म मास को अपने सख्त हुए रोड से लहू लुहान कर दिया था।प्रीत की फ्रेंड को इतना सकून अपनी लाइफ में पहली वार मिला था। और वो सोचने लगी के अगर कमल पूरे होश में होता तो और वी अच्छा होता। उसने कमल को इक ऐसा नशा दे दिया था जिसे वो होश में तो था मगर अपनी मर्ज़ी से हिल भी नहीं सकता था। और प्रीत की फ्रेंड कमल के साथ शरीरके सम्भद बनाने लग गई थी।
कांटी,,,,,