सारे पति कवि Rakesh Rakesh द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

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सारे पति कवि

शादी के छ वर्ष बाद भी जब कविता मां नहीं बनती है तो उसकी सास उसे घर से भागकर अपने बेटे यानी की कविता के पति की दूसरी शादी की तैयारी शुरू कर देती है।

लेकिन कविता की सास के लिए यह कार्य इतना आसान नहीं था, क्योंकि छ वर्ष में अनपढ़ कविता ने प्रेम और अपने सत्कर्मों से पूरे गांव का दिल जीत लिया था, पूरा गांव मिलकर उस पर कभी भी यह अन्याय नहीं होने देता और कविता की सास के लिए अपने बेटे की दूसरी शादी करना तब और कठिन हो जाता है, जब पूरा गांव चाहता है कि अनपढ़ लेकिन समझदार बुद्धिमान कविता को पंचायत चुनाव में उम्मीदवार चुना जाए।

इस वजह से कविता कि सास गांव की ऐसी महिलाओं का पता लगती है जो कविता की ख्याति से जलती हो।

उसे बड़ी आसानी से गांव की बहूं कविता से आयु में बड़ी मिल जाती है और अपनी बहू से नफरत करने वाली एक सास।

तीनों मिलकर कविता को गांव से भागने कि साजिश रचती हैं। कविता की सबसे बड़ी कमजोरी थी बच्चों और अपने पति घर परिवार से प्यार करने की इसलिए कविता की तीनों दुश्मन इस बात को ध्यान में रखकर कविता के खिलाफ षड्यंत्र रचती है।

उन्हें पक्का यकीन था कि जब कविता पर गांव के बच्चों को बिगाड़ने और पति को नीचा दिखाने का आरोप लगेगा तो उसके पति के दिल में उसके लिए थोड़ी बहुत नफरत गुस्सा जरूर पैदा हो जाएगा उस नफ़रत क्रोध को हम तीनों मिलकर बड़ा देंगी, फिर हमारे कहने से बांज कविता को उसके पति से तलाक दिलवा देगी।

इसलिए वह गांव के विद्यालय की प्रधानाचार्य को राजी करके गांव के बच्चों की खेलकूद कविता कहानी सुनाने की प्रतियोगिता और महिलाओं की अपनी पसंद ना पसंद की दुनिया कि जानकारी की प्रतियोगिता करवाती है और गांव वालों से कहती है विजेता बच्चे को गांव के सबसे काबिल बच्चे का पुरस्कार मिलना चाहिए पूरा गांव मिलकर उस बच्चे की आगे की शिक्षा का खर्चा उठाएं और विजेता महिला को पंचायत चुनाव में खड़ा होने का अधिकार मिलना चाहिए।

गांव की 12 बरस की लड़की कविता के बहुत करीबी बच्चों में विजेता बन जाती है।

बच्चों की प्रतियोगिता के बाद महिलाओं की प्रतियोगिता शुरू होती है कविता सारे सवालों का जवाब सही सबको संतुष्ट करने वाला देती है, लेकिन एक सवाल पर वह फंस जाती है कि आपका पसंदीदा शायर या कवि कौन है तो कविता बहुत देर बाद सोच समझ कर जवाब देती है "मेरे पति मेरे पसंदीदा कवि है।"

कविता का यह जवाब सुनकर पूरा गांव जोर-जोर से हंसने लगता है कविता का पति अपनी अनपढ़ पत्नी का जवाब सुनकर शर्मिंदा हो जाता है।

फिर कविता कहती है "पहले मेरी पूरी बात सुनो फिर चाहो तो दिल खोलकर हंसना।" और कहती है "जब मेरे पति मुझसे प्रेम के शब्द कहते हैं तो मुझे श्रृंगार रस यानी की प्रेम रस का आनंद आता है, जब मुझसे किसी बात पर नाराज होकर बहुत क्रोधित होते हैं तो मुझे रौद्र रस का अनुभव होता है जब मैं किसी कार्य को करने से पहले अपनी हिम्मत तोड़ देती हूं, तो मेरा उत्साह हिम्मत शक्ति बढ़ाने के लिए जो शब्द कहते हैं, उनसे मुझे वीर रस का अनुभव होता है और जब वह मेरे मायके की बात मुझसे करते हैं या सुनते हैं तो मुझे करुण रस का अनुभव होता है, उनके शब्दों में मुझे संसार के सारे रसों का आनंद और अनुभव होता है मुझे क्या दुनिया की सारी पत्नियों को अपने पतियों के कहे शब्दों में संसार के सारे रसों का आनंद आता है, अगर नहीं आता तो दुनिया की कोई भी स्त्री अपने माता-पिता भाई-बहन सहेलियों अपनी जन्मभूमि को छोड़कर एक गैर मर्द के घर नहीं रह सकती थी।"

कविता के साधारण भाषा में दिए असाधारण जवाब को सुनकर वहां बैठे सब लोग और कविता की तीनों पक्की दुश्मन ताली बजाकर कविता को सम्मान देती है।