My Toxic Love - 3 misbutterfly द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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My Toxic Love - 3

अगस्त्य के बार बार पूछने पर नायरा उसे सब कुछ बता देती ह।

अगस्त्य उसकी बात सुन कर हल्के गुस्से में बोलता है_

क्या तुम एक लड़के को भी हैंडल नही कर सकती में होता तो उसके दात ही तोड़ देता ।

how dare him उसकी हिम्मत कैसे हुई तुम्हे हार्ट करने की ।

में उसकी हड्डी पसली एक कर दुगा समझ क्या रखा ह उसने खुद को ।

i hate this type gys बड़े बाप की ओलाद होती ही हैं।

तुम उसे एक थप्पड़ नही मर सकती थी ऐसे तो हमेशा मेरे पीछे डंडा लेकर घूमती हो।।।

अगस्त्य बस बिना ब्रेक की गाड़ी के बस नायरा को सुनाए जा रहा था।

नायरा अपनी मासूम सी आवाज में बोलती हा _ में दर गई थी मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या बोलूं।

अगस्त्य नायरा को शिद्दत से घूरने के बाद गाड़ी ले कर वहा से निकल जाता ह।

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शेरगिल हाउस,,,,

एक लड़का हॉल में लगी पेंटिंग को बड़े ध्यान से देख रहा था तभी पीछे से आवाज आती ह ।

कैसा हा मेरा बच्चा अब तो तू कितना बड़ा हो गया ह

तुझे क्या मेरी याद नही आती थी जोनितना वक्त लगा दिया वापस आने में ।।

बोलते हुए वो औरत की आंखों में हल्की नमी आ जाति हा

तभी वो लड़का अपनी नॉर्मल आवाज में _

o comon moom मैं आगया न बोलते हुए us औरत के गले लग जाता ह ।।

तभी पीछे से एक आवाज ओर अति हा जो सब का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करती है।।

o fainay bro आप आ गए मेने आप को बहुत मिस क्या बोलते हुए अगस्त्य सीधे रक्षित के गले लग जाता हैं ।।।

रक्षित सब से मिलता है तभी उसकी नज़र गेट पर जाकर रुक जाती है और वो उस तरफ घूर ने लगता ह ।।

अगस्त्य रक्षित की नजर का पीछा करते हुए उस तरफ देखता है जहा पर अभी नायरा अपना सिर नीचे की ये हुए अपना फोन यूज कर रही थी ।

नायरा ने अभी सामने देखा ही नहीं था ।

अगस्त्य उसके पास जा कर उसका हाथ पढ़कर उसे अपने साथ लाते हुए बोलता हा तुम यह क्या कर रही हो चलो में तुम्हे अपने भाई से मिलवाता हूं ।।

उसने इतना बोला ही था की नायरा की हल्की सी दर्द भरी चींख निकलती हा वो अपना हाथ देखती हा जो जला हुआ था

ओर अगस्त्य ने उसका वही हाथ पकड़ लिया था ।

अगस्त पर हल्का चिल्लाते हुए_

तेरा दिमाग खराब हो गया क्या कितनी कसके मेरा हाथ जल गया था और तू दवा लगाने की जगह और उसकी बैंड बजा रहा ह अपने हाथ से अगस्ते का हाथ को हटाकर अपने हाथ को देखने लगती है।।।

नायरा की बात सुनकर अगस्त्य कि मॉम सारिका जी आकर नायरा का हाथ पकड़ते हुए फिकर भरी आवाज में___

बेटा इतना हाथ कैसे जल गया तुम्हारा चलो यहां बैठ मैं तुम्हारे हाथ में fasted कर देती हु नायरा को वहीं सोफे पर बैठा देते हैं ।

और एक सर्वेंट से फर्स्ट बॉक्स मंगवाते हैं और दूसरी तरफ खुद बैठ कर को देखने लगती है तभी पीछे से नरेंद्र जी अगस्त के dad

niyera के सर पर हाथ हाथ फेरते हुए_

सब कैसे हुआ तुम अपना ध्यान क्यों नहीं रखती और यह नालायक ,

अगस्ते की तरफ उंगली करता हूं _

यह निकम्मा क्या कर रहा था उस वक्त जब तुम्हारे हाथ में इतनी चोट लगी ।

मासूम से शक्ल बनाकर डैड इसमें मेरी कोई गलती नहीं है यह सब तो बोलते हुए एयरपोर्ट पर जो कुछ भी नायरा के साथ हुआ था वह सब बता देता है।।।।

नायर अभी बैठकर अपने हाथ को देख रहे थे और वही अगस्त के dad नरेंद्र जी अगस्त की बहुत अच्छी खासी क्लास लगा रहे थे तभी उनकी नजर रक्षित पर जाती हैं जो उन लोगों को काफी देर से आपने आंखो से घूर था ।।।

रक्षित के डेड रक्षित को देखते हुए अरे बेटा तुम कब आए किसी ने मुझे बताया क्यों नहीं कि तुम,,,

वो आगे कुछ बोलते उससे पहले रक्षित अपनी आवाज में एक ईगो लाते हुए बोलता है।

सो फाइनली मिस्टर नरेंद्र शेरगिल को पता चल गया कि रक्षित वापस आ गया हा।

नरेंद्र जी अपनी रौबदार आवाज में,, रक्षिता बिहेव योरसेल्फ

नायरा जब जानी पहचानी आवाज सुनते हैं तो वह अपनी नजर उठा कर सामने देखते जहां रक्षित अभी अपने dad से बात

नहीं नहीं, ऐसा कहना तो गलत होगा बात नहीं बल्कि बहस कर रहा था।

नायरा जैसे ही सामने देखते उसकी तो आवाज ही चली जाती है।

जैसे उसकी जीभ निकलकर पेट में चली गई हो ,,और वह एकटक सामने देखने लगती है।

नायरा इस समय तो अपनी सांस लेना ही भूल गई थी और वह बस सामने रक्षित को देख रही थी

तभी रक्षित अपनी नजर

हल्की टेढ़ी कर कर नायरा को देखता है और एक आई blink कर ते हुए सिर्फ एक वर्ड बोलता ह।

इंटरस्टिंग उसने बोला तो था pr उसकी आवाज में कोई आवाज नहीं थी shirfr लिप्सिंग थी जो नायरा ने देख लिया था ।।

नायरा का दिमाग

360-degree पूरा घूम चुका था उसे तो समझ नहीं आ रहा था वो मानती थी कि उसे लोगों से बात करने में डर लगता है।

लेकिन वह पहले से थोड़ी ठीक हो गई थी वह हिम्मत कर थोड़ी बहुत बात कर लेती थी लेकिन जब से वो रक्षित से मिली है पता नहीं क्यों

उसके दिल में एक अजीब सी बेचैनी है जो उसके दिल में थोड़ा थोड़ा डर बैठा रही है ।

रक्षित की ब्राऊन eyes नायरा को ऊपर से लेकर नीचे तक पूरा एग्जामिन करने में लग हुई थी और साथ में नायरा के फेस के बदलते हुए हर एक्सप्रेशन को नोट कर रहे थे।

नायरा को देखते हुए रक्षित खुद ही

हल्की सी स्माइल करने लगता है और यह बात का उसे खुद को अंदाजा नहीं होता