गलती : द मिस्टेक  भाग 42 prashant sharma ashk द्वारा जासूसी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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गलती : द मिस्टेक  भाग 42

भौमिक के प्रश्न के बाद सभी के हावभाव एक बार फिर बदल रहे थे। पहले की पूछताछ में जिसके चेहरे पर जो भाव आ रहे थे। इस बार भी वहीं भाव उनके चेहरे पर नजर आने लगे थे। हालांकि इस बार भौमिक सिर्फ जवाब लेने के इरादे से उन सभी से पूछताछ कर रहा था। उसने एक बार फिर अपना प्रश्न दोहराया और कहा-

देखों मैं जानता हूं कि तुम लोग इतनी जल्दी जवाब नहीं दोगे। मुझे सिर्फ उन कत्लों का कारण जानना है। तुम में से जिसने भी वो कत्ल किए हैं, वो खुद मुझे कत्ल करने का कारण बता दें। तुम लोग स्टूडेंट हो, इस कारण मैं कोई सख्ती नहीं कर रहा हूं। वरना पुलिस के पास पूछताछ के और भी तरीके होते हैं। मैं उन तरीकों का उपयोग तुम लोगों पर नहीं करना चाहता हूं। भौमिक ने बारी-बारी सभी को देखते हुए यह बात कही थी।

भौमिक की बात सुनने के बाद शेखर एक बार फिर गुस्से से भर उठा था और उसने अपनी कुर्सी से खड़े होते हुए कहा- एसीपी साहब मैं आपको पहले भी कह चुका हूं वो सभी कत्ल मैंने किए हैं तो फिर आप मेरे दोस्तों को परेशान क्यों कर रहे हैं ?

भौमिक ने शेखर से कहा- तो वो चारों कत्ल तुमने किए हैं ?

हां वो चारों कत्ल मैंने ही किए हैं, इसलिए आप मेरे दोस्तों को यहां से जाने दो। शेखर ने लगभग चीखते हुए यह बात कही।

ठीक है मैं मान लेता हूं कि वो चारों कत्ल तुमने किए हैं शेखर। अब तुम मुझे ये बता दो कि तुमने वो कत्ल क्यों किए हैं, मैं तुम्हारे सभी दोस्तों को यहां से जाने दूंगा। अगर तुम मुझे इस बात का जवाब नहीं दोगे तो मैं तुम्हारे किसी भी दोस्त को यहां से जाने नहीं दूंगा। भौमिक ने शेखर के कंधे पर हाथ रखते हुए कहा।

आप बस इतना जान लीजिए कि डॉक्टर अच्छा आदमी नहीं था, इसलिए मैंने उसे मार दिया। शेखर ने अपनी गर्दन नीचे कर यह बात कही।

नहीं मुझे वाजिब कारण चाहिए शेखर। भौमिक ने शेखर की ओर देखते हुए कहा।

इसी बीच विशाल अपनी जगह से उठकर भौमिक के पास आ गया और उसने कहा- यह झूठ बोल रहा है, यह मुझे बचाने के लिए उन कत्ल का इल्जाम अपने सिर ले रहा है। वो सारे कत्ल मैंने किए हैं।

तो फिर ठीक है विशाल तुम ही बता दो कि तुमने वो कत्ल क्यों किए हैं ? भौमिक ने प्रश्न किया।

भौमिक के इस प्रश्न पर विशाल अपनी कुर्सी पर फिर से बैठ गया था। उसने भौमिक के प्रश्न का कोई जवाब नहीं दिया था। विशाल और शेखर के बाद बारी-बारी सभी ने फिर वहीं बात कही जो कि वो पहले भी कह चुके थे। सभी ने भौमिक से कहा कि कत्ल उन्होंने किया है, परंतु कत्ल करने के कारण पर सभी चुप्पी साध चुके थे। भौमिक ने कई बार सभी से कत्ल करने का कारण पूछा परंतु किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया। परेशान होकर भौमिक ने सभी को वहां से रवाना कर दिया।

उनके चले जाने के बाद परमार ने भौमिक से कहा- अब क्या करें सर। इनमें से कोई भी कत्ल करने का कारण बताने के लिए तैयार नहीं है। एक बार कत्ल करने का कारण पता चल जाता तो शायद हम कातिल तक भी पहुंच सकते थे।

हां, परमार मैं भी यही सोच रहा था। कोई बात नहीं हमें तो कातिल तक पहुंचना ही होगा। अब तुम एक काम करो परमार। इन सभी की पिछले तीन महीने की कॉल डिटेल, मोबाइल लोकेशन निकालो। इनका सोशल मीडिया का डाटा भी निकलवाओ। इससे पता चलेगा कि यह अगर किसी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं तो वो कौन है ? और अगर सच में इनमें से ही कोई कातिल है तो उसकी जानकारी भी हमें मिल सकेगी। कत्ल के बाद इन्होंने किसी ना किसी से कोई संपर्क तो किया ही होगा। भौमिक ने कहा।

ठीक है सर, मैं इन सभी की कॉल डिटेल और लोकेशन के बारे में पता करता हूं। परमार ने कहा।

कॉल डिटेल और लोकेशन क्या कातिल तक पहुंचने में भौमिक की मदद करेगी ? कत्ल का कारण पूछने पर विशाल और उसके दोस्तों की चुप्पी का क्या रहस्य है ? क्या वे सच में किसी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं ? अगर ये स्टूडेंट दोषी नहीं है तो फिर असली कातिल कौन है ? इन सभी सवालों के जवाब आगे कहानी में मिलेंगे, तब तक कहानी से जुड़े रहे, सब्सक्राइब करें और अपनी समीक्षा अवश्य दें व फॉलो करना ना भूले।