जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 17 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 17

अध्याय - 17 (कब्रिस्तान का जिन्न, भाग ४ )

By Mr. Sonu Samadhiya Rasik


शायरा के खूबसूरत जिस्म का भूखा जिन्न शायरा के साथ पिछली बार की तरह जबर्दस्ती और बदसलूकी करता है।

अशलम फिर से पीर बाबा को अपने घर बुलाता है। पीर बाबा मंत्रों के द्वारा सारे घर में बंदिश कर देते हैं, जिससे जिन्न शायरा के पास न आ सके।
पीर बाबा घर के आगे एक लकीर खींच देते हैं और शायरा या फिर किसी महिला को उसे पार न करने की बात कहते हैं।

पीर बाबा शायरा का जिन्न से छुटकारा दिलाने का स्थायी बंदोबस्त नोचंडी जुमेरात की रात को करने को कहते हैं।

उसी रात....

नौकरानी हरजन को घर के बाहर पौधों के पीछे किसी की आहट सुनाई देती है।
नौकरानी उस आहट की दिशा में आगे बढ़ जाती है और वो गलती से घर में पीर बाबा द्वारा लगाई गई बंदिश को तोड़ देती है।
नौकरानी डरते हुए जब झाड़ी के पास पहुंचती है, तो एक जिन्न उस पर हमला कर देता है और उसे मार देता है।

उसकी चीख सुनकर शायरा भी उसके पास जाने लगती है, लेकिन तभी अशलम वहाँ पहुँच जाता है और उसे रोक लेता है।

अगली सुबह...
अशलम नौकरानी के शव को दफनाने के लिए घर से बाहर चला जाता है।
जब अशलम हरजन की कब्र पर कलमा पड़ने के बाद घर बापस जाने लगता है कि तभी पीछे से उसे हरजन की आवाज सुनाई देती है, जो उससे अपने साथ ले जाने को कह रही थी।

जैसे ही अशलम पीछे मुड़कर देखता है तो शैतानी जिन्न अशलम के जिस्म पर कब्जा कर लेता है और इस तरह से वह बापस शायरा के पास पहुंच जाता है।

उसी रात शायरा के कमरे की लाइट अजीब तरीके से ब्लिंक करने लगती है और सारे कमरे में डरवानी आवाजें सुनाई देने लगती हैं।
पर्दे, खिड़कियाँ, बेड, टेबल और गेट जोर जोर से हिलने लगते हैं।
डरी और सहमी शायरा हिलते हुए गेट की ओर बढ़ती है, जब वो गेट के पीछे खड़े शैतानी जिन्न को देखती है तो खौफ से चीख पड़ी।

जैसे ही वो पीछे मुड़ी तो अशलम उसके पीछे खड़ा था, जो अब उस जिन्न के चपेट में आ चुका था।
वो शायरा को न डरने को कहता है।


पुजेस्ड अशलम शायरा को गजरे और एक अजीब सी गंध वाले इत्र तैयार करने लगता है, और कहता है कि वो शायरा को बहुत पसंद करता है।
अशलम, शायरा के मना करने के बाद भी उसको उठाकर बेड पर ले जाता है।


एक दिन सुबह शायरा थकान और कमजोरी महसूस करती है और वो अशलम से पूछती है कि वो रात को उसको क्यूँ नहीं सोने देता, क्योंकि अशलम कई रातों से शायरा को सोने नहीं दे रहा था।
इस बात पर अशलम कहता है कि वो उसे जल्दी ही सुलाने वाला है।

तभी अशलम की अम्मी दुआ पढ़ा हुआ जल शायरा और अशलम को पीने के लिए बोलती है जिससे वो दोनों जिन्न के काले साये से महफूज़ रहें।
शायरा तो दुआ पढ़ा हुआ जल पी लेती है, लेकिन अशलम घबराने लगता है, क्योंकि जब दुआ पढ़े जल की एक बूंद पुजेस्ड अशलम के हाथ पर गिरती है तो उसका हाथ जलने लगता है।


क्रमशः.........


(©SSR'S Original हॉरर)
💕 राधे राधे 🙏🏻 ♥️