जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 18 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 18

अध्याय - 18 (कब्रिस्तान का जिन्न, भाग ५)

By Mr. Sonu Samadhiya Rasik


अशलम दुआ पढ़े हुए जल के गिलास को गिरा देता है और कमरे से बाहर चला जाता है।
अशलम के अजीब बर्ताव को देख कर उसकी अम्मी को शक़ होता है।
शायरा से बात करते हुए अशलम की अम्मी की नजर बेड पर पड़ी कपूर और केवड़े से सनी मिट्टी पर जाती है, जो शायरा के अनुसार अक्सर वहां रहती थी।

अशलम की अम्मी को समझते देर नहीं लगी कि अशलम जिन्न की चपेट में आ चुका है। वह कमरे के बाहर देखती है तो कुरान शरीफ गायब था, पीर बाबा के कहे अनुसार जब जिन्नात घर में कुछ बुरा करना चाहता है, तो वो अल्हा के हर पाक कलाम को घर से हटा देता है।

तभी अशलम की अम्मी की नजर बाहर खड़े अशलम पर जाती है, जब वो उसके करीब जाती है तो उन्होने देखा कि धूप में अशलम की परछाई नहीं बन रही है, जो इंसान जिन्न के कब्जे में होता है उसकी परछाई न तो धूप में बनती है और न ही किसी मिरर में....

जब अशलम की अम्मी, अशलम को छूने जाती है तो अशलम का सिर पीछे घूम जाता है, जो बेहद ही डरावना था।

शायरा, अपनी सास की चीख सुनकर कमरे से बाहर निकल रही थी कि तभी अशलम वहाँ पहुँच जाता है और उससे कहता है कि सब ठीक है और अब हम दोनों को कोई अलग नहीं कर सकता।


उसी दिन रात को...

अशलम, शायरा को दुल्हन के लिबास में तैयार करके कैंडल डिनर पर ले जाता है, जब शायरा इसकी वजह पूछती है तो अशलम कहता है कि वो आज रात उससे शादी करेगा और हमेशा के लिए शायरा को अपने साथ अपनी दुनिया में ले जायेगा।


बात करते हुए शायरा की नजर पास वाले दर्पण पर जाती है तो वो डर जाती है, क्योंकि मिरर में अशलम की परछाई नहीं बन रही थी।

जब शायरा अशलम की ओर देखती है तो अशलम वहाँ से गायब था।
शायरा घर है अशलम को ढूंढती हुई उस भूतिया कोठरी में पहुंच जाती है।
जहाँ पर वो अशलम को अपनी अम्मी के कटे हुए हाथ को चबाते हुए देखती है। जब वह अशलम को आवाज लगाती है तो वह अशलम के डरवाने चेहरे को देख कर बेहोश हो गई।

जब शायरा को होश आया तो वो खुद को कब्रिस्तान में एक कब्र के पास पाती है। तभी पीछे से पुजेस्ड अशलम वहाँ आ जाता है और शायरा से कहता है कि वो उससे बहुत प्यार करता है, वो उसे अपने साथ अपनी दुनिया में ले जाएगा, वहाँ वह उसके खूबसूरत जिस्म को संभाल कर रखेगा।


जब जिन्न शायरा को अपने साथ ले जाने लगा कि तभी वहाँ पीर बाबा पहुंच जाता है और उस जिन्न को शायरा से दूर चले जाने को कहता है।

ताकतवर जिन्न पीर बाबा पर हमला करके मारने लगता है। तो शायरा उस जिन्न से खुद को जला कर मारने की धमकी देती है तो जिन्न अशलम के जिस्म से अलग हो जाता है, तभी पीर बाबा उस पर मंत्र पढ़ कर फेंकते हैं, जिससे जिन्न हमेशा के लिए वहां से चला जाता है।

अन्त में शायरा और अशलम मिल जाते हैं और दोनों अपनी भूतिया कोठी को छोड़कर शहर में रहने लगते हैं।


क्रमशः.........


(©SSR'S Original हॉरर)
💕 राधे राधे 🙏🏻 ♥️