The Author Wow Mission successful फॉलो Current Read असली दर्द का एहसास By Wow Mission successful हिंदी कुछ भी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग) प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की... दादीमा की कहानियाँ - 3 *!! संगत का असर !!*~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~*आइंस्टीन के... द्वारावती - 73 73नदी के प्रवाह में बहता हुआ उत्सव किसी अज्ञात स्थल पर पहुँच... जंगल - भाग 10 बात खत्म नहीं हुई थी। कौन कहता है, ज़िन्दगी कितने नुकिले सिरे... 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वैध जी के पास आप ही क्यों नहीं चले जाते हैं? सोनी की बीमारियों के बारे में जितना आप उन्हें बता सकते हैं, शायद मैं भी न बता पाऊं। क्यों ? क्या बीमारी के बारे में तुम उन्हें सारी बातें नहीं बता सकते 😠हां 😡😠? यदि नहीं तो जाने से पहले अपनी मां से पूछ लेना। मुझे ऑफिस के लिए देर हो रही है। कहते हुए उसके पिता जी चले गये । 🚶🚶🌇उनके जाने के बाद, मोलू झुंझलाते 😕😣हुए अपनी मां के पास गया और सोनी के बीमारियों के बारे में जानकारी हासिल किया और दवा के लिए वैध जी के पास 🚶चल दिया।रास्ते में , उसका एक खास दोस्त बंटी मिल गया। वो उसके साथ चोर सिपाही खेलने लगा वो बहुत देर तक खेलता है शाम हो चुकी थी। तब उसे अचानक याद आया कि उसे तो वैध जी के पास सोनी के लिए दवा लेने जाना था। वो बंटी को bye 🖐️🖐️👋 बोलता है और दौरता हुआ चल देता है पहाड़ी की ओर जल्दी जल्दी जाता है। और वैध जी से दवा लेकर वापस घर आता है। घर आता है तो देखता है उसके माता पिता सोनी के पास बैठे हैं। और जब दावा देता है , मोलू तो उसके पिता गुस्से से बोलते हैं 😠😡🤬 नलायक तुम्हारे वजह से आज हमे ऑफिस से छुट्टी लेकर आना पड़ा। और सही समय पर पास वाले एक वैध जी का सहायता ले लिया। जरा सी देर हो जाती तो तुम्हारी बहन मर जाती पेट दर्द से , सुधर जाओ कभी तो समय पर काम किया करो, दूसरों के दर्द का एहसास नहीं है तुम्हें। 🤬😡😠मोलू वहां से मुंह लटकाए चला गया 😔☹️☹️ और फिर उसके आदत में कोई सुधार नहीं आया। उसकी आदत दिन ब दिन बिगड़ता ही जा रहा था। एक दिन उसके घर के पास वाले घर में एक बुढिया का हाल बहुत खराब हो गाया था। उसे जल्द से जल्द इलाज की जरूरत थी। आस पास कोई भी नहीं था मदद करने को, उसका बेटा काम करने गाया होता है। मोलू बुढिया के चीखने की आवाज़ सुनकर उसके पास जाता है। बुढिया दर्द से सिख रही होती है। मोलू को देख बोलती है, बेटा पहाड़ी के उस पार जो वैध जी हैं। उनसे दावा लाडो थोड़ा जल्दी लाना आह 😲🥺😫 बहुत दर्द हो रहा है। जाओ बेटा जल्दी जाओ मदद करो। 🙏🙏🥺🥺बुढिया दर्द से चीखती चिल्लाती रहती है। मोलू वहां से फिर उस पहाड़ की ओर चल देता है। रास्ते में उसे दोस्तों का समूह भेटा जाता है। वो सभी के साथ फिर खेलने लगता है।🏌️⛹️🤾🕺💃👫👬 खूब मस्ती करता हैफिर उसे उस बुढया की याद आती है। वो जल्दी जल्दी वैध जी के पास जाता है। दवा लेकर वापस आता है। तो देखता है वहां बुढ़िया के घर कुछ लोगों का भीर इक्कठा हुआ होता है। जब वो भीड़ को चीरते हुए अंदर जाता है। तो देखता है, की बुढ़िया का बेटा अपने गोद में बुढ़िया को लिए फूट फूट कर रो रहा होता है🥺😭। मां मां 🥺😭 तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकती मां .. मां.. उठो मां .. मां .. उठो देखो तुमने जिसे भेजी थी वो दवा लेकर आ गया मां उठो दवा खा लो 🥺😭 लेकिन वो बूढी मां तो कब के मर चुकी होती है। उसका बेटा तो अपने मां की मरने की गम में पागल सा हो गया था । असल मेंजब वो लड़का काम पर से वापस आता है। तो उसकी मां आखिरी सांसे गिन रही होती है। वो अपनी मां को जमीन पर गिरा पेट दर्द से तड़पती देखता है। तो वो दौड़ कर अपनी मां को गोद में ले लिया और तभी उसकी मां यानी की वो बुढ़िया अपने बेटा को बोलती है ,बेटा मैने मोलू को दवा के लिए वैध जी के पास भेजा था अभी तक नहीं आया काफी देर हो गई अब तक तो आ जाना चाहिए। उसका बेटा समझ गया की वो खेल रहा होगा क्यों की वो एक नंबर का लापरवाह लड़का है। सारा गांव उसे जानता है।उसके बाद उसकी मां यानी वो बुढिया दर्द को सह नहीं पाती है और दम तोड़ देती है। 😞😞🥺वो लड़का बहुत रोता है।😭🥺मोलू ये सब देख रहा होता है।वो लड़का रोते हुए बोला आज तुम समय पे आ जाते तो शायद मेरी मां आज जिन्दा होती 🥺😭🙏🙏जाने दो तुम क्या समझो दूसरों के दर्द जब अपने पे आयेगा तो पता चलेगा।😭😭🥺🥺🙏🙏मोलू वहां से चला जता है।उसे कुछ ख़ास असर नहीं पड़ता है। कई साल बीत गए। लेकिन मोलू के रहन सहन में अब भी बदलाव नहीं आया । वो अपने लापरवाही से बाज नहीं आया।एक दिन उसके साथ भी ऐसा ही हुआ, उसकी मां की तबियत काफी खराब थी। उसे बहुत तेज बुखार थी। उसकी बहन ठंडे पानी से पट्टी पर पट्टी लगाए जा रही थी। उसकी मां दर्द से चीख रही थी। पूरा बदन गर्मी से जल रहा था।पिता जी घर पे नहीं थे। सोनी बोलती है। भईया जल्दी जाइए वैध जी के पास और अबकी बार जल्दी से दवा लेकर आइएगा नहीं तो, याद है न, आपके चलते बुढ़िया की मौत हो गई 😭😭🥺🙏 plzzजल्दी आना भईया ।मोलू दौड़ता हुआ जाता है, इस बार वो जल्दी जाता है क्यों कि उसके मां की तबियत बिगड़ी हुई थी । 🚶🚶🚶🏃🏃 लेकिन वो अपने आदतों से मजगुर था। वो फिर से देर कर देता है तब तक उसकी मां मर चुकी थी। 🥺😭वो आता है। बहुत रोता है बहुत उसे दर्द का थोड़ा सा एहसास होता है। लेकिन असली दर्द तो अभी बाकी ही था। उसे असली दर्द तो अब मिलने वाला था। 😭😭😭🤬😡 एक दिन मोलू का भी तबियत खराब हो जाती है। उसे भी पेट में जोरो के दर्द होने लगती है। उसकी बहन उसके किए का एहसास दिलाना चाहती थी । वो भी अपने भाई के लिए दवा लाने जाती है। आराम से जाती है। और दवा ले आती है , उसका भाई बोलता है, क्या हुआ बहन इतना देर क्यों लगाई जल्दी लाओ दावा बहुत दर्द हो रहा है। 😣😧😦 मम्मी, आह,, ओ 😣😣🥺😭🥺मोलू दर्द से चीख रहा था।तभी उसकी बहन बोली वैध जी नहीं थे वहां, उनका बहुत इंतज़ार किए लेकिन वो वहां नहीं आए इसलिए लेट हो गई और दवा भी नहीं मिला 😞😞जब मोलू दर्द से तड़प रहा था। तब बहन पूछी भईया दर्द हो रहा है। 😧😧 मोलू बोलता है हां बहुत ज्यादा। अब समझ आया भईया दर्द क्या होता है, आपकी वजह से,,, वो अपनी मां को याद कर रोने लगती है 😞🥺😭😭मोलू रोता और चीखता हुआ अपना किया हुआ दिन याद कर रहा था। हां बहन मेरी वजह से तुम्हे दर्द का पीड़ा झेलनी पड़ी, वो बुढ़िया मर गई और मेरी मां भी 😭😭🥺मुझे दर्द का असली एहसास अब हो रहा है। 😭🥺 मुझे माफ कर दो। यह सब देखने और सुनने के बाद सोनी को अपने भाई पे दया आ गया। वो तुरंत दवा द देती है। मोलू दावा खा कर ठीक हो जाता है। और अपनी बहन से वादा करता। है किआज से वो दूसरों की दर्द को अपना दर्द समझेगा और वो अब पूरी तरह बदल गया 🙏🙏🙏तो दोस्तो कभी कभी दूसरों की मदद अपने जैसा समझकर करनी चाहिए। Kahani kaise lagi hame jarur bataye🙏😊😊Or follow jarur karen 👍😋Thank you ☺️😊😊💗💗 Download Our App