ईश्वर सबके साथ Rakesh Rakesh द्वारा आध्यात्मिक कथा में हिंदी पीडीएफ

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ईश्वर सबके साथ

जिस कॉलेज में राधा ने दाखिला लेने के लिए राधा कृष्ण की दिन रात पूजा अर्चना की थी, अब राधा उस कॉलेज अपने गांव को छोड़कर शहर के कॉलेज में दाखिला लेने की जिद अपने माता-पिता से कर रही थी, यह बात उसके माता-पिता को समझ में नहीं आ रही थी।

इसलिए उसके मां-बाप उसकी सबसे पक्की सहेली से इस बात का पता लगते हैं तो राधा की सहेली बहुत जिद और गुजारिश करने के बाद राधा के मां-बाप को बताती है कि "राधा ने कॉलेज में दाखिले के लिए जिस राधा कृष्ण के मंदिर में रात दिन पूजा अर्चना की थी, वहां पड़ोस के गांव का गडरिया पूरे गांव की भेड़ बकरियों गाय भैंसों को चराने आता था, राधा को मंदिर में रोज पूजा करते देखते देखते वह गडरिया राधा से प्रेम करने लगा, इसलिए जब राधा सुबह कॉलेज जाती है तो वह राधा के पीछे उसके कॉलेज जाता है और कॉलेज की छुट्टी होने के बाद राधा के गांव की सड़क तक छोड़ने आता है, इसलिए राधा उस गडरिए से पीछा छुड़ाने के लिए अपना घर अपनी पसंद का कॉलेज छोड़कर शहर के कॉलेज में दाखिला लेना चाहती है।"

राधा की सहेली से यह बात सुनकर राधा के मां-बाप तुरंत पुलिस को अपने साथ ले जाकर पड़ोस के गांव के गडरिए की कुछ भी सुने बिना उसे जेल में बंद करवा देते हैं।

उस गडरिए को जेल में बंद करवाने के कुछ समय बाद राधा के पिता के पास राधा की सहेली का फोन आता है कि "राधा जिस बस से कॉलेज की छुट्टी होने के बाद घर आ रही थी, वह बस पुराना पुल टूटने की वजह से नदी में गिर गई है।"

घटनास्थल पर पहुंचने के बाद राधा के माता-पिता को पता चलता है कि बस के बाकी यात्रियों की जान बच गई है, लेकिन राधा नदी के तेज पानी में बह कर लापता हो गई है।

राधा को नदी में बहने के बाद जब नदी के किनारे पड़े बड़े पहाड़ी पत्थर से टकराकर होश आता है तो वह घने जंगल में थी और उसके सामने वही गडरिया खड़ा हुआ था, जो कॉलेज आते जाते उसका पीछा करता था।

बस दुर्घटना को दोपहर से रात हो गई थी, सुनसान जंगल अंधेरी काली रात ऊपर से गडरिया जंगली जानवरों की दिल दहलाने वाली आवाज़ें ऐसे डरावने माहौल में राधा को महसूस होता है कि अगर मैं इस गडरिए से किसी तरह बच भी गई तो जंगली जानवर मुझे जान से मार कर खा जाएंगे।

उसी समय भूखी शेरनी राधा को देखकर उस पर हमला कर देती है शेरनी और राधा के बीच में तुरंत गडरिया आ जाता है।

गडरिया घायल राधा को अपनी गोदी में उठाकर जंगल में बने प्राचीन मंदिर में शेरनी की जानलेवा हमले से बचा कर ले जाता है। और राध कृष्ण के मंदिर के दरवाजे को अंदर से बंद कर देता है।

मंदिर के अंदर एक युवती को पहले से बैठा देख राधा को इसलिए उस गडरिए पर गुस्सा आता है कि इसकी पहले से प्रेमिका होने के बाद यह मेरे पीछे क्यों पड़ा हुआ है और यह सोचते सोचते राधा को गहरी नींद आ जाती है।

और जब राधा को होश आता है तो वह माता-पिता अपनी सहेली गांव के कुछ लोगों पुलिस वालों रेस्क्यू टीम मोर मोरनी के बच्चों से चारों तरफ से घिरी हुई थी।

और राधा कृष्ण के मंदिर गडरिया युवती शेरनी की बात सबको बताती है तों सब उसकी इस बात पर हंसने लगते हैं कि गडरिया जेल में बंद है और राधा कृष्ण का मंदिर जंगल में दूर तक कहीं नहीं दिखाई दे रहा है।

लेकिन जेल में बंद गडरिए को देखकर जब राधा कहती है "मैंने पहली बार इसको देखा है और गांव के मंदिर में राधा कृष्ण की मूर्ति को देखकर कहती है कि उस गडरिए और युवती का चेहरा इस राधा कृष्ण की मूर्ति जैसा था।"

तो मंदिर का पुजारी कहता है "राधा कृष्ण तुम्हारी भक्ति से प्रसन्न होकर सदा तुम्हारे साथ रहते हैं और तुम्हारी बस का एक्सीडेंट होने वाला था इसलिए गोपाल तुम्हें कॉलेज आते जाते तुम्हारा ध्यान रखते थे।"

पुजारी की यह बात सुनने के बाद राधा के साथ उसके माता-पिता और वहां खड़े सब लोग राधा कृष्ण की मूर्ति के आगे हाथ जोड़कर प्रार्थना करते हैं कि "सदा हमारे साथ रहना।"

राधा राधा के माता पिता के साथ गांव के बाकी लोग भी धन देकर उस गडरिए की गरीबी दूर कर देते हैं।

वह गडरिया भी राधा कृष्ण की मूर्ति के आगे हाथ जोड़कर कहता है कि "ईश्वर धन्यवाद आपने मुझे इस काम के लिए चुना।"