मां का दिन ... Lotus द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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मां का दिन ...

जीवन का हर दिन हर पल माॅ का होता है
हर सांस हर धड़कन सब पर माॅ का हक होता है

हमारे नशो मे दोडते खुन की हर बूँद मे वो है
आत्मा से लेकर परमात्मा तक हर जगह वो है

हर बात मे हर सांस मे हर पड़ाव पर वो है
लडखडा गये जहा कदम उस मोड पर वो है

हमेशा हिम्मत देती साथ देती वो हर लम्हा साथ है
टूटने नही देती मुशकिलो मे सर पर उसका हाथ है

मां के आंचल मे शान्ति है सुख है समृध्दि है भोर की किरण है
उनकी बातो मे आस है उम्मीद है भरोशा है आत्मा की तृप्ति है

मां है तो जन्नत है दु आए है प्यार है दुलार है उनकी नेमते है
अब जब वो पास नही है तो सिर्फ सेकडो मुसिबते मुश्किले और आफते है..

मा की आवाज मे जो सुकून था वो अब कही नही है
उनकी पायल की आवाज कहती थी, वो यही कही है

मायके की हवा मे उस घर की खूशबू मे हर जगह अब भी वो है
घर के पर्दो से लडती दरवाजे तर इंतजार करती अब भी वो है

रसोई के मसालो की महक मे वो है बरतनो की खन खन मे वो है
मंदिर की घंटी की आवाज मे वो है सुबह होती हर भोर मे वो है

कपड़ो की तह मे पानी के शौर मे चिडियो की आवाज मे वो है
हर मा की आवाज मे ऊनकी डाट मे भुख और प्यास मे वो है

मायके की छत मे दिवारो की हर ईट मे सीमेंट और रंग मे वो है
जो कभी उनके हाथो को छुकर गुजरे है उनके कण कण मे वो है

अक्सर उन्हे छुकर उन्हे मेहसूस करने की कोशिश करता हू
जब सामना होता है सच से दिवारो से लिपटकर बेतहाशा रोता हू..

मायके मे बेटी का स्वागत करने को आज तुम वहा नही हो
इंतज़ार मे आखे दरवाजे पर गडाये खडी है तुम कही नही हो

होने को तो हर जगह हो पुरी कायनात मे तुम आज भी बसी हो
मगर सच तो यही है कि तुम मेरे पास तो क्या कही भी नही हो

मेरी नजर से देखे कोई तो कण कण मे वो आज भी रहती है
मन की ऑखो से देखोगे तो पाओगे की वो सचमुच यही रहती है

खुशकिस्मत हू अच्छा और सच्चा व्यक्तिव मा के रुप मे पाया है
कभी कभी लगता है कही न कही मुझमे तुम्हारी सम्पूर्ण छाया है

बेशक अब तुम मेरे साथ नही हो मेरी यादो मे हमेशा मैरे पास रहोगी
तुम कहा भी रहोगी जहा भी जाओगी हमेशा मेरी मा रहोगी...

दोस्तो ये कहानी बिल्कुल सच है आज मेरे मा बाप नही है पर मे उन्हे कभी नही भुल सकता मेरे पापा मुझे पहले ही छोड गये थे जब मे 10 क्लास मे उनके जाने के बाद मा ने मुझे आगे पढाया और इस काबिल बनाया आज अगर वो होते तो बहूत खुश होते ... मगर उनके जाने के बाद मैने खुद को बहुत अकेला मेहसूस किया उम्मीद मेरी भी नही थी पर दोस्तो ने एक उम्मीद जगा दी जिने की.... कहानी कैसी लगी रेड जरुर करे धन्यवाद