Rohan की कहानी रोहन एक छोटे से गांव का rj का रहने वाला मिडल क्लास फैमली से पढ़ाई में no 1 सिंपल सा दिखने वाला रोहन सहर में पढ़ाई करता था बहुत ही सीदा सादा लड़का था ना कोई दोस्त ना किसी से ज्यादा बात करने का बिलकुल सादा लड़का अपने सहर की पढ़ाई पूरी कर के वो बाहर दूसरे शहर दिल्ली में पड़ने गया रोहन को दिल्ली उतनी अच्छी नही लगी मगर उसने सोचा पढ़ाई तो पूरी करनी है पड़ना पड़ेगा कुछ दिनों में रोहन को दिल्ली भा गई उसी कॉलेज में अन्नू भी पड़ती थीं रोहन एक दिन यैसे ही बाहर कॉलेज के बस का इंतजार कर रहा था तभी अन्नू वहा आई अन्नू ने वैसे ही उसका हाल पूछा रोहन में ठीक हुं फिर यूंही बात करते करते उन दोनो की बात होने लगी अन्नू अच्छे घर से थी मुलाकात बात होती रही अन्नू भी अपने दोस्तो से रोहन की तारीफ़ करती वो इसलिए रोहन पढ़ाई में no 1 था वक्त बीतता गया मुलाकते होते रोहन को नही लगा कभी की अन्नू उसे पसंद करने लगी थी एक दिन अन्नू ने रोहन से कह ही दिया रोहन में तुम्हें पसंद करती ओर तुम रोहन देखो अन्नू में पैसे वाला नहीं हू मै तुम्हें ये सब खुशी नही दे सकूंगा अन्नू ने कहा तुमसे किसने कहा मुझे भी आरो की तरह गुमाने लेजाओ अच्छा तो मैने अपने दिल की बात कही है में तुम्हारे दिल की बात सुनना चाहती हूं बोलो रोहन अन्नू मुझे वक्त दो रोहन भी अन्नू का दिल नही तोड़ना चाहता था उसने भी हा कर दी अन्नू ने रोहन को समझाया में तुम्हें चाहती हूं तुम जैसा रखो गै में वैसे रह लूंगी तुम्हारे साथ सिलसिला चलता रहा बात अब घर वालो को बताने की आई अनु ने तो अपनी मां बाप से कह दिया मगर रोहन नही कह पाया वो जानता था अपने घर के हालात अन्नू एक दिन रोहन मम्मी तुम से बात करेगी करोगे रोहन ने फिर अन्नू की मां से बात की उसे वैसे लगा जैसे वो अपने ही घर जैसे हे बात चीत होती रही एक दिन अन्नू ने अपने पापा से रोहन का जिक्र किया अन्नू के पापा ने सब सुनने के बाद साफ़ इंकार कर दिया और अन्नू को बहुत दूर पड़ने भेज दिया मगर अनु रोहन से बात करती रहती थीं और रोहन अन्नू की मम्मी से बात करके उसकी मम्मी के साथ अन्नू से मिलने चला गया अन्नू बहुत खुश हुई अन्नू की मां ने ये देख अन्नू से कहा अन्नू तुम शादी कर लो तुम्हारे पापा को में समझा दूंगी मुझे लगता की तुम दोनो एक दूसरे के बिना रह सकोगे इस लिए कह रहि हू कर लो शादी और फिर दोनो ने शादी कर ली रोहन अन्नू को अपने घर ले गया अपनी मां बाप से सब से मिल वाया दोनो बहुत खुश रहने लगे आज रोहन एक अच्छी नौकरी करता है और अन्नू एक स्कूल में बच्चों को पड़ती है और फिर अन्नू के पापा भी मान गए बेटी को खुश देख सब भूल गए .... निभाने की चाह हो तो मोहब्बत गरीब के घर में भी खुशियों की दौलत भर देती हैं