साथ जिंदगी भर का - भाग 33 Khushbu Pal द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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साथ जिंदगी भर का - भाग 33

बिहेव रेवा हम आस्था के खिलाफ एक अल्फाज नहीं सुन सकते प्रकाश पहले ही उसकी बातों से गुस्सा हो चुका था

और आस्था के खिलाफ बोलकर रेवा ने उसका जीसस और बढ़ा दिया था फिर भी उसने अपना गुस्सा काबू करते हुए कहा

क्यों क्यों क्यों नहीं सुन सकते ऐसा करती क्या है वह जो आपके साथ साथ आपके दोनों छोटे भाई भी उसके आगे पीछे घूमते हैं

वैसे मानना पड़ेगा सिर्फ उम्र से ही छोटी है नहीं तो काफी चालाक है तभी आप तीनों उसके दीवाने हैं रेवा

रेवा यू आर क्रॉसिंग योर लिमिट्स एकांश गुस्से से लाल हो चुका था

हमने तो हमारे लिमिट क्रॉस नहीं की है लेकिन शायद उस लड़की ने आप तीनों के साथ लिमिट क्रॉस की है

तभी तो आप उसके खिलाफ कुछ सुन भी नहीं पा रहे हैं बताइए ना अकाउंट एकांश ऐसा क्या करती है

वह जो आप उसके इतने दीवाने हैं यकीन कीजिए हम भी वैसा ही करेंगे या फिर उससे भी ज्यादा रीवा ने बेशर्मी से एकांश के करीब आकर उसे रिझती हुई कहने लगी

रीवा रेवा एकांश ने उस पर उठाया हाथ हवा में ही रोक लिया किसी लड़की पर हाथ उठाना उसके एथिक्स के खिलाफ था

उसे दो टके की लड़की के लिए आप हम पर हाथ उठा रहे हैं

रेवा राजपूत पर रीवा गुस्से से भर उठी आगे आस्था के खिलाफ एक लफ्ज़ नहीं एकांश ने उसे उंगली दिखाते हुए कहा

एक नहीं हजार लफ्ज़ बोलेंगे हम उस करैक्टर लेस लड़की के बारे में सिर्फ शक्ल से ही नहीं बल्कि हर तरह से खाली है

वह ब्लडी डाउन मार्केट लगता है काफी राते रंगीन की है उसने आपकी तभी तो उसके खिलाफ कुछ सुनना नहीं चाहते

रेवा ने कहा और एकांश ने गुस्से में वहां मौजूद टेबल पर सारा सामान नीचे फेंक दिया अपना मुंह बंद रखिए

रेवा हमारी आस्था के खिलाफ एक लफ्ज़ नहीं सुनेंगे हम एकांश ने उसे फोन कर कर कहा लेकिन वह है कि चुप होने का नाम ही नहीं ले रही थी

हमारी आस्था उसने ऐसा क्या है ऐसा जो आपने उसे अपना कहा पहचान क्या है उसकी ना बाप का पता है ना मां का पता है कि इस नथिंग कुछ भी नहीं है वह सिर्फ पढ़ाई में टॉपर होने से कुछ नहीं होता लाइफ में कुछ होना भी जरूरी है

वह सिर्फ आपके घर में रहती है इसलिए सब उससे बात करते हैं वरना कोई उसकी तरफ देखता भी नहीं हमारे जैसे रॉयल फैमिली के नौकर बनने की औकात भी नहीं है उ

सकी रेवा आस्था के अगेंस्ट एक और लफ्ज़ और हम आपकी जान ले लेंगे रेवा एकांश गुस्से से उधर इधर आ रहा था आप उससे आंखों से अंगार बरस रहे थे

रेवा उसे देख कर डर गई वहां से बाहर चली गई एकांश काफी देर तक वैसे ही खड़ा रहा उसके आस्था के खिलाफ अरे वाह इतना कुछ बोल चुकी थी कि वह सुन हो गया था हो गया था

एकांश काफी देर वैसे ही खड़े रहा उसकी आस्था के खिलाफ रेवा इतना कुछ बोल चुकी थी

वह सुन लो हो गया रेवा की बात गलत थी उसने आज तो को बहुत गलत समझा लेकिन उसकी बातों में कुछ सच्चाई दी थी

आस्था की पहचान ही क्या थी अब आगे जाकर जब भी उनके रिश्ते के बारे में सब जानेंगे तब आस्था के अस्तित्व पर पहचान पर सवाल जरूर उठाएंगे एकांश के कानों में सिर्फ रेवा की तीखे अल्फाज गूंज रहे थे

और वह बिखर चुका था उसने अपने आप से कुछ फैसला किया उसने आकाश और अजय को बुलाया

और उन्हें कुछ कहा कुंवर सा यह सब क्यों अजय जरूरी है एकांश लेकिन आकाश

आकाश अजय डू व्हाट आईएस एकांश ने हल्के गुस्से में कहा

वह किसी भी तरह से अपना गुस्सा स्टाफ पर नहीं निकालना चाहता था वह जानता था अगर वह ऑफिस में रहा तो बिना वजह आपको सब को उसके गुस्से का शिकार होना पड़ेगा

वह घर के लिए निकल गया पैलेस में कदम रखते ही आस्था और बाकी सब की हंसी गूंज उसे सुनाई देने लगी

और एकांश का गुस्सा पल में शांत हो गया आस्था और स्वप्न मिलकर रूद्र को चिड रहे थे

तो ऐश्वर्या और उतरा उनका साथ दे रहे थे एकांश को बुरा लगा आस्था रूद्र स्वप्न कितना पाक और साफ रिश्ता है

उनका और रीवा ने उन पर उंगली उठाई ना सिर्फ आस्था के करैकर पर बल्कि उसके अस्तित्व पर भी उंगली उठाई एकांश बस उनकी तरफ देख रहा था

इसकी नजरों से समझना बहुत मुश्किल था फिक्र दर्द गुस्सा सब कुछ था उन नजरों में

हताश होकर वह अपने कमरे में चला गया आस्था की हलचल से वह खुश होश में आया ठंड की वजह से आस्था उससे और लिपट गई

उसने एक नजर आस्था की तरफ देखा जो मासूमी से उसके बाहों में सो रही थी सॉरी आस्था सिर्फ हमारी वजह से रेवा ने आप के खिलाफ बातें की आप को बुरा भला कहा

उसे क्या पता कि आप क्या है कितने मासूम है और उसने आपको सॉरी जान वेरी वेरी सॉरी रेवा की बातों के लिए भी और हम जो अब करने वाले हैं

उसके लिए भी एकांश ने उसके माथे पर अपने लबों की छाप छोड़ी अंदर से ब्लैंकेट लाकर दोनों को कवर किया और मजबूती से उसे अपनी बाहों में लेकर सो गया

Good morning कुंवर जी आस्था ने एकांश को देखकर स्माइल करते हुए कहा वेरी गुड मॉर्निंग एकांश आस्था को अब एहसास हुआ

कि वह एकांश की बाहों में है वह शरमा गई और झट से उससे दूर हो गई सॉरी हम पता नहीं कैसे सो गए

आस्था की नजर शर्म से उठ ही नहीं रही थी एकांश को भी वह महसूस हुआ डोंट भी सॉरी आस्था आपका हक है हम पर पूरा हक इसलिए सॉरी कहने की जरूरत नहीं है

एकांश ने उसे कंफर्टेबल कराया हम फ्रेश होकर आते हैं आस्था स्माइल करते हुए चली गई एकांत सिर्फ उसे जाते हुए देखता रह गया

आस्था ने फ्रेश होकर पूजा की और नाश्ते के लिए तैयारी में लग गई आज उसने एकांश के पसंद का नाश्ता बनाया हुआ था

जिसे देखकर एकांश के चेहरे पर स्माइल आ गई आस्था उसकी तरफ मुस्कुराते हुए देख रही थी छोटी सी भाभी सा रूद्र

रूद्र दा अट्ठारह के हो गए हैं तो आप हमें छोटी नहीं कहेंगे आस्था अगर आप अट्ठारह की हो गई है किस हिसाब से आप छोटी ही हैं समझी छोटी सी हबीसा रूद्र आप बहुत बुरे हैं

हेट यू आस्था वह तो आप वैसे भी करती हैं तभी तो हर बार सिर्फ भाई सा काहे परक्ट खाना बनता है आई आल्सो हेट यू भाभी सा रूद्र ने नाराजगी से कहा

ऐसा थोड़ी है आपका फेवरेट खाना भी तो बनाती हूं आस्था कब बनाते हैं

आप हमें तो याद भी नहीं लास्ट टाइम कब बनाया था रूद्र ने नाराजगी भरा चेहरा किया जिसे देखकर आस्था को बुरा लगा और रुद्र उससे मुंह छुपा कर हंस रहा था सॉरी रुद्र दा

हम अभी आपके लिए आपका फेवरेट हलवा बनाते हैं

लेकिन आप नाराज मत होइए आस्था किचन की ओर जाने लगी रूद्र बस कीजिए और आस्था आप बेटा कहां इनकी बात सीरियसली ले रही हैं पता नहीं रोज कितने नौटंकी हैं

और हलवे के लिए कुछ भी कर सकते हैं सुनीता जी के कहते हैं सब हंसने लगे लेकिन आस्था के आंखों में पानी आ गया क्या हुआ भाभी सा हम तो मजाक कर रहे हैं

आप रो क्यों रहे हैं रूद्र आस्था के पास आ गया आपने हेट यू बोला हमें आस्था और रोने लग गई

इसलिए इसलिए भाभीसा रूद्र कहते हुए चुप हो गए इसलिए क्या आप था इसलिए हम आपको छोटी सी भाभी सा बुलाते हैं जो मजाक भी नहीं समझती और बात बात पर रोती है

रूद्र ने पहले धीरे और फिर जल्दी से कहा और आस्था से दूर हट गया आस्था उसे गुस्से से घूर रही थी

रूद्र दा आई हेट यू तो और आज से आप हमारे दा नहीं है आस्था अच्छा हमें दा नहीं बुलाएंगे तो किसे बुलाएंगे रूद्र स्वप्न भाई सा को वह हमें आपकी तरह परेशान नहीं करते हैं

आस्था के कहने पर रूद्र का चेहरा देखने लायक हो गया सपना उसे खुन्नस दे रहा था भाभी सा आप ऐसा नहीं कर सकती रूद्र सिर्फ भाभीसा नहीं नहीं आप तो हमें छोटी सी भाभी सा कहते हैं ना

वही कहिए रूद्र भाई सा आस्था यार भाभी सा यह गलत है रूद्र नहीं यही सही है आस्था ने सब को पूछा और सब ने हां में सर हिला दिया हमें तो बहुत भूख लग रही है

आप भी नाश्ता करने बैठिए रूद्र भाई सा आस्था के कहने पर रुद्र छोटा सा मुंह करके बैठ गया आस्था जानबूझकर रूद्र को भाई सा कहकर चिढ़ा रही थी जिससे स्वप्ना उसका पूरा पूरा साथ दे रहा था

जहां बाकी सब हमेशा की तरह उनकी यह मस्ती इंजॉय कर रहे थे वहां एकांश के दिमाग में सिर्फ रेवा की बातें ही गूंज रही थी

किसी तरह उसने अपने सामने रखा खाना खाया और अपने कमरे की ओर बढ़ गया दादा सा और बाबसा दोनों भी उसके पीछे चले गए एकांश क्या हुआ है

अजिंक्य बाबा सा एक गाय ने कहा और उनके गले लग गया क्या हुआ है एक आए बोलिए अजिंक्य जी ने परेशान होते हुए कहा

एकांश ने उन्हें रेवा की कई सारी बातें बता दी जिससे दादा सा और अजिंक्य जी दोनों को बहुत गुस्सा आ गया

उनकी हिम्मत कैसे हुई इतना सब बोलने की आस्था के बारे में वह ऐसे बोल ही कैसे सकती है हम अभी उनके पेरेंट्स से बात करते हैं दादा सा ने गुस्से से तिलमिला ते हुए कहा

और क्या कहेंगे आप दादा सांप और किससे कहेंगे क्योंकि दुनिया की नजरों से हमारा आस्था से कोई रिश्ता नहीं है एक आए नहीं तो अब तो क्या हो जाएगा

आस्था अट्ठारह की हो चुकी है अब कोई प्रॉब्लम नहीं है हम उन्हें अपनी पत्नी हमारी कुवरानी सा के रूप में सभी को इंटरव्यूज करवा सकते हैं

अजिंक्य और उसके बाद आस्था पर उनके घर वालों पर उनके सो कॉल्ड खानदान हैसियत पर जो सवाल उठेंगे उनका क्या बाबा सा

बोलिए ना उसका क्या एकांश ने हताश स्वर में कहा एकांश अजिंक्य जवाब नहीं है ना आपके पास यूनो रेवा की बातों में कुछ सच्चाई है

हमारे समाज की सोच इतनी खराब है कि वह ना तो आस्था की मासूमियत देखेंगे और ना ही उनकी अच्छाई अगर उन्हें कुछ दिखेगा तो

उनके रंग और उसके खानदान की पहचान एकांश तो क्या करें कुंवर सा दादा साहब

जब तक आस्था कुछ बन नहीं जाती तब तक हमारा रिश्ता राज ही रहेगा एकांश और इससे क्या होगा रेवा खामोश तो नहीं होगी

आज उसने सिर्फ आपके सामने आस्था की बुराई की है कल वह बाहर भी उनके बारे में उल्टा सीधा कुछ भी बोल सकती है अजिंक्य नहीं बोल पाए

आस्था के खिलाफ बोलने के लिए आस्था यहां होगी ही नहीं एक आई एकांश

क्या मतलब है एकांश दादा सा हम आस्था को लंदन भेज रहे हैं आगे की पढ़ाई वही पूरी करेंगे एकांश यह क्या बेवकूफी वाली बात कर रहे हैं

आप एकांश आस्था यही रहेंगे उन्हें हम कहीं जाने नहीं देंगे जाने दीजिए बाबा सा जाने दीजिए उन्हें सच कहा था वृंदा आस्था की माने इस शादी से हमारे बेटे तो महसूस हो जाएंगे

लेकिन उनकी बेटी उनकी बेटी को ना जाने कितने दर्द और तकलीफ हो से गुजरना होगा इसका अंदाजा भी नहीं लगा सकते

अजिंक्य जी वृंदा जी की आखिरी अल्फाज याद करते हुए कहा लेकिन अजिंक्य जी दादा सा कहते हुए रुक गए ठीक है जैसा आपको ठीक लगे कीजिए दादा सा कब भेज रहे हैं

आप उन्हें उनकी एग्जाम के बाद एकांश का गला भर गया आस्था के दूर होने की बात से वह टूट चुका था

सारी तैयारियां कीजिए उन्हें वहां बिल्कुल भी तकलीफ नहीं होनी चाहिए दादा सा कहकर अपने कमरे में चले गए अजिंक्य जी ने अभी एकांश के कंधे पर थपथपाकर और बाहर चले गए हैं

कुंवर जी कुछ देर के बाद आस्था ने एकांश को पुकारा जो सिर्फ आस्था की प्रेरणा अपने आप में सामने बिजी था

एकांश रूद्र दा कह रहे थे यहां पास में ही बहुत खूबसूरत वाटरफॉल है हमें देखना है

आस्था ने क्यूट वाला एक्सप्रेशन देते हुए कहा ठीक है जाएंगे हम एकांश ने उसे ना चाहते हुए भी दूर हो गया सच्ची थैंक्यू कुंवर जी आप बहुत बहुत बहुत अच्छे हैं

इसलिए आप हमें बहुत पसंद हैं आप थाने खुश होते हुए कहा सबको रेडी होने को बोलिए एकांश ने मुस्कुराते हुए आस्था के गाल पर हाथ रखा और धीरे से उसके नाक खींच दी

कुंवर जी आस्था ने अपना मुंह बना दिया जिससे एकांश खुद को हंसने से रोक नहीं पाया आपकी इस हंसी के लिए हम हर रोज अपनी नाक खिंचवाने के लिए तैयार हैं

कुंवरजी आस्था ने उसे देखते हुए कहा एकांश खामोश हो गया उसके होठों पर मुस्कुराहट तो आंखों में नमी जाने लगी जाइए सबको इनफॉर्म कीजिए

आस्था ने हां में सर हिलाया और बाहर चली गई फिर एक बार एकांश की आंखों में आंसू का सैलाब उमड़ पड़ा

किस तरह दूर करें आपको आस्था आपकी मां सुन्निया तो आपकी स्माइल आपका होना हमारे जिंदगी बन चुका है

सिर्फ आपके जाने के ख्याल से ही इतना दर्द महसूस हो रहा है कि हम खुद को संभाल नहीं पा रहे हैं

जब आप चले जाएंगे तब क्या करेंगे हम कहीं आपके साथ हमारी जान ही ना चली जाए एकांश ने खुद से ही कहा

और सर पकड़ कर बिस्तर पर बैठ गया और अपने आप को नार्मल करने की कोशिश करने लगा

जो उसके लिए बहुत मुश्किल था क्या कर रहे हैं आप आप सब जल्दी-जल्दी चलिए ना आस्था सबको बस में बैठने के लिए बोल रही थी

रूद्र भाई सा थोड़ा जल्दी-जल्दी बैग सामान अंदर रखी है आस्था भाभीसा यार अगेन बाईसा सॉरी बोला तो है

हमने अब तो आप दा कहिए रूद्र ने इतना सा मुंह बना कर कहा ओहो रूद्र भाई सा आस्था ने फोर्स लेकर कहा काम पर ध्यान दीजिए

और जल्दी जल्दी करिए एकांश बाईसा बोलिए ना इन्हें रूद्र ने एकांश से कंप्लेंट की स्वप्न दा

आस्था ने जानबूझकर थोड़ी जोर से आवाज दी जिस पर रूद्र की शकल रोने जैसी हो गई जी भाभी सा स्वप्न भी उसे चिढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा था

देखिए ना कोई तो परी से भी छोटा हो गया और छोटे बच्चों के जैसे हमारी कंप्लेंट कर रहा है

क्यों परी आस्था ने रुद्र की तरफ इशारा किया और सब हंसने लग गए रूद्र आस्था को घूर कर देखने लगा

आस्था जल्दी से परी को लेकर बस में भाग गई बस में भी हर कोई रूद्र को चुराने का एक मौका नहीं छोड़ रहा था

आस्था कि जानबूझकर स्वप्न को दा और रूद्र को भाई सा बोल रही थी हर कोई यह सफर इंजॉय कर रहा था

और एकांश सिर्फ अपने आस्था को अपने नजरों में समा रहा था

वाओ इट्स ब्यूटीफुल आस्था ने खिड़की में से झरने को देखा देखकर कहा

कुंवर जी देखिए ना कितना अच्छा है आस्था बहुत एक्साइटमेंट मैं आ गई जैसे ही बस रुकी बजट से दरवाजे की ओर भागी संभाल के आस्था लग जाएगी आपको

एकांश ने उसे गिरने से पहले ही पकड़ लिया सॉरी और चलिए ना हमें देखना है

गांव में भी हमें नदी बहुत पसंद थी लेकिन मां जाने ही नहीं देती थी आस्था खुशी से उछल रही थी

चलिए एकांश में भी उसका हाथ कस्कर थामा और आगे बढ़ने लगा

आस्था के साथ साथ सभी बड़े भी बच्चे बन गए वहां का नजारा था ही

इतना खूबसूरत की सबकी आंखें खुशी से चमक गई कल-कल बहता पानी पेड़ों की हरियाली जो रंग बिरंगी फूलों से सजी चुकी थी

कुछ खुशनुमा मौसम और ठंडी हवाएं प्रकृति का इतना खूबसूरत नजारा देख सभी को फ्रेश फील हुआ

हर कोई अलनी नजरों से इस खूबसूरत नजारे का स्वाद ले रहा था

आस्था परी के साथ इधर-उधर भागने लगे तो ऐश्वर्या अपने फोटो सेशन में बिजी हो गई बाकी लड़के भी अलग-अलग पोज में फोटो क्लिक कर रहे थे

बाकी बड़े एक जगह बैठ अपने बच्चों के चेहरे की खुशी देख रहे थे

एकांश तो इन सब से दूर खड़ा होकर सिर्फ आस्था को ही निहार रहा था

आस्था की हंसी उसे सुकून पहुंचा रहे थे

उसकी बंदे वालों को देख एकांश को उसके करीब जाकर उन्हें खेलने का ख्याल आया जो उसने शिद्दत से ताल दिया लेकिन शायद डेस्टिनी को उसकी यह पूरी करनी चाहती थी

परी ने आस्था को नीचे की खींचा जिस तरह जिस वजह से उसकी बंद ही जुल्फें आजाद हो गई

और हवा के साथ इधर-उधर बिखरने लग गई एकांश के चेहरे की स्माइल बढ़ गई

और वैसे ही वह पेड़ से टक्कर अपने हाथों को बंद है एकटक आस्था को देख रहा था

अगर इतनी मोहब्बत है तो क्यों दौर कर रहे हैं उन्हें अजय मोहब्बत तो उन्हें दूर करने की वजह से है

एकांश कुंवर सा मोहब्बत एक दूसरे से करीबी बढ़ती है ना की दूरी अजय ठीक है

अजय माना मोहब्बत में दो लोगों को करीब एक साथ रहना चाहिए लेकिन

यही करेगी अगर अपने मोहब्बत के बार-बार इंसल्ट की वजह बन जाए तो

साथ रहने से उस पर उंगलियां उठे तो क्या करना चाहिए एकांश नहीं पता लेकिन दूरी से भी तो दर्द के अलावा कुछ नहीं मिलेगा

अजय लेकिन उस दर्द में भी खुशी होगी इस बात का सेटिस्फेक्शन होगा कि उन्हें उनकी सेल्फ रिस्पेक्ट नहीं गवानी पड़ी एकांश कुंवर जी कुंवर जी आस्था आवाज देते हुए वहां आई

इस वजह से अजय खामोश हो गया और वहां से चला गया क्या हुआ है आस्था एकांश ने आस्था को देखते हुए कहा

जो उसे गुस्से से घूर रही थी हम एंजॉय करने आए हैं

या काम करने आस्था ने हाथ की घड़ी दवा बांधते हुए उससे सवाल किया एकांश बस उसे ही देखता रह गया

पीले रंग की ड्रेस और खुले बाल और उसकी वो टिमटिमाती हरी आंख रंग की आंखें एकांश को वह बेहद खूबसूरत नजर आए एंजॉय करने और अब हम वही करने वाले हैं

चले एकांश ने आस्था के बालों को पीछे किया और उसका हाथ थाम ते हुए एक आस्था एकांश के टच से जिससे वह सिहर उठी

और वैसे ही उसे देखते हुए उसके पीछे चलने लगी उन दोनों को सबको ज्वाइन किया नहीं भाभी सा सिर्फ भाभी सा क्या खेलना है बोलिए

क्रिक्रेट या कुछ और रूद्र क्रिकेट ही खेलते हैं

रूद्र भाई सा आस्था यार हमने कहा आपको अभी छोटी सी भाभी सा बोलो आंखों आस्था ने आंखें बड़ी करते हुए देखा

बोल रहे थे लेकिन बीच में रूके ना

फिर आप भी रुक जाओ क्यों भाभी सा बल रहे हो बार-बार रूद्र अब सच में परेशान हो चुका था

उसने अपने लिए आस्था के मुंह से सिर्फ दा बुलवाना पसंद आता है

जल्दी-जल्दी टीम बताइए और हां जो भी हो हम और रूद्र दा एक टीम में होंगे आस्था ने कहा पहले रूद्र को बुरा लगा कि उसकी छोटी सी भाभीसा ने उसे इग्नोर किया लेकिन

फिर उसके मुंह से रुद्र का सुनकर उसके चेहरे पर ईयर 2 ईयर वाली स्माइल आ गई

थैंक यू भाभी सा अब जाकर हमें अच्छा लग रहा है और हां एक बात आप सिर्फ हमें ना दा बोलेंगे

और किसी को नहीं रूद्र ने स्वप्न को खुन्नस से देखा ठीक है

वैसे भी हमें भाई सा सुनने में ही अच्छा लगता है अपनापन है

उसमें इसलिए यह दा कहने तुम्हें ही मुबारक हो

और हम भी आपकी एक टीम में है स्वप्न के कहने पर सब मुस्कुरा दिए तो फिर एक आस्था भाभीसा की और

दूसरी एकांश भाई सा की ठीक है उतरा नहीं बिल्कुल नहीं कुंवर जी हमारी टीम में होंगे

आस्था नहीं भाई साहब मारे टीम में हैं आपके टीम में और रेडी स्वप्न और रूद्र दनों हैं ऐश्वर्या नहीं

और कुंवर जी हमारे हैं तो हमारी टीम नहीं होंगे

आस्था एकांश के लिए जिद करने लगी भाभी साहब यह स रूद्र आपको छोटी सी भाभी सा बोल बोले या ना बोले लेकिन हम जरूर आपको बोलेंगे छोटे बच्चों की जैसे जिद कर रहे हैं आप छोटी तो छोटी

लेकिन हमें कुंवर जी हमारे साथ चाहिए अब भी आगे भी और हमेशा भी कुंवर जी सिर्फ हमारे हैं

और हमारी टीम के साथ ही खेलेंगे आस्था के कहने पर एकांश ने अपनी आंखें जोर से बंद कर ली सामने चल रही बहस मानो उसे सुनाई ही नहीं दे रही थी

कुंवर जी बोलिए ना आस्था यह जब आवाज से वह होश में आया

आस्था इट इस नॉट नेसेसरी कि हम आप हमेशा आपके साथ हूं और

आपके साथ दो बेहतरीन प्लेयर हैं इसलिए हम उतरा और ऐश्वर्या के साथ खेलेंगे कुंवरजी

आस्था ने रोनी शक्ल बना दी डोंट क्राय और बाकी और मेंबर से लीजिए आपकी टीम में एकांश ने कहा

और आस्था ने नाक में कहकर उदासी से अपनी टीम सिलेक्ट की दादा सा दादी सा और बड़ी दादी सा के अलावा बाकी सब भी खेलने वाले थे

टॉस एकांश की टीम ने जीता और एकांत सबसे पहले बैटिंग के लिए आ गया आस्था उसे चीयर करने लगी

छोटी सी भाभी सा वह हमारे ऑपोजिट टीम में हैं रूद्र है तो लेकिन हमारे कुंवर जी भी तो है इसलिए हम उन्हें चीयर करेंगे आस्था

आप का कुछ नहीं हो सकता स्वामी ने कहा और उसे फील्डिंग के लिए खड़े किया

और बाकी सब को भी उनकी उनकी जगह बता दी

रूद्र ने बॉलिंग करने के लिए अपनी जगह ली

और एकांश बैटिंग के लिए तैयार हो गया उसे रख रहकर आस्था की बातें याद आ रही थी

आस्था मुश्किल बढ़ा रहे हैं आप हमारे हमारे बिना दूसरी टीम में जाने से मना कर दिया दूसरे देश में कैसे जियेंगी एकांश यही सोचते हुए बॉल को हिट किए जा रहा था

अपना सारा गुस्सा सारी बेबसी उस वॉल पर निकल रही थी हर बॉल पर 4 और सिक्स दे रहा था

उसने एक और बोल हिट की जो आस्था के पीछे जा गिरी भाभीसा जल्दी जाइए बॉल लेकर आई

रूद्र ने कहा और आस्था बोल लेने भागी लेकिन कुछ पलों में उसकी चीख वहां गूंज गूंज पड़ी आस्था

एकांश कहते हुए उस और भाग गया आस्था के साथ क्या हुआ

आस्था कहां हैं आप एकांश ने उसे आवाज दी उसे समझाते देर नहीं लेकिन की आस्था वहां से गिर गई है

एकांश ने वहां से पानी में छलांग लगा दी उसके पीछे स्वप्न और रूद्र भी कूद पड़े एकांश के गार्ड भी वहां आ गए

अजय चलो जल्दी हमें नीचे चल कर देखना होगा एकांश ने कहा और बाकी सब उसके पीछे चले गए

एकांश स्वप्न और रूद्र तीनों भी बहुत अच्छे स्विमर थे वह लगातार पानी में आस्था को ढूंढ रहे थे

लेकिन उन्हें वह मिल ही नहीं रही थी पता चला आस्था कहां है अजिंक्य जी ने परेशानी से कहा वह सब नीचे आ चुके थे

नहीं काका सा नहीं पता चला स्वप्न पानी के ऊपर आ गया

आस्था एकांश ने जोर से चीख पड़ा कुंवर सा उधर अजय ने एक तरफ इशारा किया

जहां आस्था का दुपट्टा पेड़ से लटका हुआ था बिना एक पल गवाह एकांश स्वयं करते तो बाकी सब दौड़कर उधर चले गए

एकांश पानी से बाहर आया उसकी नजर आस्था को ढूंढ रही थी

Aj mne itna bda chapter sirf app logo k lie dala v kyuki app logo ko ye story बहुत pasnd ayi h twist next part m pta chlega so tb tk app comments krke batye कि aage ky hoga ky Ekansh ko आस्था milegi ya pani me maar jaygi comment krke jarur btana plzzz nd app logo itni payre comments krte h uske lie thankyuuu so much