Sath Zindgi Bhar ka - 4 books and stories free download online pdf in Hindi

साथ जिंदगी भर का - भाग 4



आगे देखिए अब क्या हुआ

हर रोज की तरह आस्था की दिन की शुरुवात सुबह 5 बजे ही हुयी .....

फ्रेश होकर वो पैलेस के गार्डन मे बने शिव मंदिर मे गयी ..... महामृत्युन्जय मंत्र का जाप कर उसने शिव जी के चरण स्पर्श किये .....

और किचन मे आकर चाय बनाई . नौकरो ने वो चाय लेजाकर दादासा और दादीसा को दे दी .. आस्था ने अब नाश्ता बनाने के लिये ले किया वैसे तो उसे ये सब करने की कोई जरूरत नही थी ....

लेकिन सिर्फ उसका दिल और दिमाग किसी ना किसी काम में बिजी रहे इसिलिए दाईमाँ उसे ये सब करने देती .... सबका नाश्ता हो गया .. आस्था भी अपने कमरे मे आ गयी ... क्या हुआ आस्था बेटा .... आप परेशान लग रही हे ..... दाईमाँ .

नही तो .... कोई बात नही है .... आस्था ने नजरे चुराते हुये कहा कुछ देर यू ही गुजर गया ....

उसने दोपहर का खाना बनाया ....

लेकिन उसकी बेचैनी अब भी कम नही हो रही थी .....

वो रुद्र के कमरे मे गयी ...

अंदर आऊ .... आस्था ने थोडा हिचकिचाते हुये पुछा

आईये ना छोटिसी भाभीसा .... रु ... रुद्रदा .... आस्था

रुद्र - आस्था अंदर आ गयी ....

उसकी नजरे अब भी निचे थी .... हिम्मत कर के उसने कहा .... आस्था भाभीसा ....

हमारा नाम रुद्र हे .... रुद्रदा नही .. रुद्र

सच मे ....

लेकिन आप हमे रुद्र ही कहिये .

रिश्ते मे आप हमसे बडी हे ना छोटिसी भाभीसा ..

रुद्र आप मुझे .... नही हमे छोटिसी भाभीसा क्यु बोलते

आस्था वो इसलिये आप हमारी भाभीसा हे

और छोटी भी हे .... तो हो गयी ना छोटिसी भाभीसा ..... रुद्र

हम्म . आस्था खामोश हो गयी

भाभीसा आपने हमे अभी भाई बोला ....

तो फिर बेझिझक होकर बात भी किजीये ना ..

रुद्र हमे .... कुछ चाहिये था ....

आस्था बोलिए ना क्या चाहिये ....

रुद्र आस्था ने एक और इशारा किया ....

ठीक उसी समय रुद्र को कॉल आया ....

आपको जो चाहिये वो ले लिजिये .... हम अभी आते है .... रुद्र ने कहा और वहा से चला गया

आस्था आगे बढ़ गयी ...... उसने एक बार पुरे कमरे की और नजर उठाकर देखा ... कमरा थोडा बिखरा हुआ था लेकिन फिर भी बहोत खूबसूरत दिख रहा था .... आस्था ने वही टेबल पर रखा हुआ लैपटॉप ले लिया ठीक उसी समय ऐश्वर्या ने उसे देखा .....

आपको शर्म नही आती .... किसी के कमरे मे उसके गैरमौजूदगी मे आते हुये और ये क्या .... आप चोरी

कर रही थी ..... ऐश्वर्या ने उसके हाथ मे का लैपटॉप लेते हुये कहा

नही .... ह ... म ..... आस्था डर के वजह से कुछ बोल ही नहीं पायी

ऐश्वर्या ने उसका हाथ पकड़ लिया और उसे हॉल मे ले आयी

🤗🤗

ऑफ़िस मे

कुँवरसा .... अब कब तक आप नाराज रहेंगे । हमसे . अजय

एकांश खामोश रहा .... उसके शादी के बाद से उसने आकाश और अजय से भी ठीक से बात नहीं की थी

कुँवरसा कुछ तो बोलिए . अजय

जब आप को बोलना चाहिये था तब आपने बोला .नही ना ..... तो अब हमसे भी उम्मीद मत अजय .. लगाईये .... एकांश

सच कहा कुँवरसा .... बाबासा ( अजिंक्य ) ने आपसे उम्मीद लगाकर गलत ही तो किया ना .. अग्री की हम सब गलत थे ... शायद हमने गलत किया आस्था के साथ .. लेकिन सही आपने भी नही किया है । गलत आप भी कर रहे हे ..... जैसी भी हो .... लेकिन ये सच हे की आपका और आस्था का विवाह हो चुका है .... आकाश

शादी नही धोका था वो .... जो आप सब ने मिलकर हमे दिया .... एकांश

ठीक है .... धोका ही सही .... लेकिन हमने दिया ना .... इसमे आस्था की तो कोई गलती नही थी ..... फिर भी सजा उसको क्यु ... आप को सिर्फ इतना दिखाई दिया की वो उम्र मे छोटी हे ..... लेकिन ये दिखाई नही दिया की उसने अभी अभी अपनी माँ को खोया है ..... अंजान जगह अंजान शहर में आकर रह रही हे ..... वो भी ऐसी जगह जहा उसे कोई भी पसंद नहीं करता .... यहा तक को जिससे उसकी जिंदगी की डोर बंध गयी हे ..... उसका पति उसका हमसफर भी उसे पसंद नहीं करता . या फिर ये तो नही की कुँवरसा को भी उसके रंग से दिक्कत होने लगी .. आकाश

आकाश . बस किजीये .. क्या इतना ही जानते हे आप हमे .... आपको सच मे लगता है की उनके रंग की वजह से हम उनसे दूर रह रहे हे ..... एकांश

नही कुँवरसा .. जानता होंगा . हमसे बेहतर आपको और कोन .... हमे पता है की आप बहोत अच्छे लेकिन फिर ये बेरुखी क्यु आस्था के आकाश

..... गिल्ट फिल कर रहे हे हम .. पिछले एक महिने मे एक दिन भी हम सुकून से सोये नहीं है ..... पता हे क्यु .... क्यु की गुन्हेगार मानते हे हम अपने आप को आस्था का .. कुँवरसा . हमारी वजह से . ****** सिर्फ हमारी वजह से .. उनकी शादी हो गयी ..... उनकी माँ की मौत हो गयी .... या फिर पता नही कही बाबासा ने तो उनकी माँ को ..... थोडा रुककर ..... किस तरह उनके सामने जाये .. किस तरह नजरे मिलाए उनसे ..... एकांश

कुंवर सा आकाश बोलते हुये रुक गया

रुक क्यु गये .... बोलिए ना .... कहना आसान हे आकाश .... करना मुश्किल .... नही जा सकते हम उनके सामने ..... हमारा गिल्ट हमे अपने आप से नजरे मिलाने नही दे रहा तो हम आस्था से कैसे नजरे मिलायेंगे ...... एकांश ने हताश होते हुये कहा .... उसकी बातों से ही पता चल रहा था की वो कितने दर्द में हे

कुंवर सा ..... मानते है हमने बाबासा का साथ दिया . लेकिन वो सिर्फ आपके लिये . आप

को सच मे लगता है बाबासा ने ही आस्था के माँ को कुछ किया है .. आकाश .... am पता नही .... हमे यकिन हे की हमारे बाबासा ऐसा कुछ नही कर सकते .... लेकिन ये भी सच है की वो हमारे लिये कुछ भी कर सकते है ... confuse aakaash ..... एकांश कहते हुये अपनी चेयर पर बैठ गया कुँवरसा ..... मुझे आपको कुछ दिखाना हे .. अजय जो इतने देर से खामोश था उसने कहा और

एकांश हैरानी से उसकी और देखने लगा ।

आस्था का रिजल्ट .....

she is state topper of Maharashtra ..

आज ही उनका रिजल्ट डिक्लेर हुआ हे ..

अजय एकांश ने लंबी सांस ली और चेयर पर सर टिका दिया ..... कुछ पल वैसे ही बैठने के बाद उसने कहा ....

call driver .. we are going to palace ..

🤩🤩🤩🤩🤩

ऐश्वर्या आस्था को हॉल मे ले आयी थी ...

वहा दादासा अजिंक्यजी सुनीता उत्तरा ही थे ..

बाकी सब अपने अपने काम से बाहर गये हुये थे ..

नही थी . ऐश्वयों और उत्तरा को आस्था बिल्कुल भी पसंद ऐश्वर्या अपनी बेस्ट फ्रेंड सौम्या को अपनी भाभीसा बनाना चाहती थी जो की बहोत खूबसूरत भी थी और उनकी तरह राजपरिवार से बिलोंग करती थी

ये सब क्या हे ऐश्वर्या ..... दादासा गुस्से से चिखे

दादासा कुछ कहना है तो इससे कहिये ..... ये रुद्र के कमरे में चोरी कर रही थी .... और अब नकली

आसू दिखाकर रोने का नाटक कर रही है ..

ऐश्वर्या इससे नही इनसे ..... भूलिए मत आस्था इस घर की सबसे बड़ी बहू और हम सब की कुँवराणीसा दादासा

और आपकी यही कुँवराणीसा चोरी कर रही थी .. ऐश्वर्या

ये क्या कह रही है आप ऐश्वर्या .. सुनीता हा माँसा ..... हमने खुद इन्हे रुद्र के कमरे में चोरी करते हुये देखा हे .... ऐश्वर्या हमे तो पहले ही पता था .....

ये छोटे घर की लडकियाँ ऐसी ही होती हे ..... लालची .. आपको शर्म नही आती .... इस तरह चोरी करते हुये ..

अब एक शब्द और नही ....

एकांश बस ...... गरजा .. जो दरवाजे मे खड़े रहकर सबकी बातें सुन रहा था उसे इस तरह गुस्से में देख सब डर गये .....

वो आस्था के पास आकर खड़ा हो गया ऐश्वर्या उत्तरा .....

क्या अब आप तमिज भी भुल गयी हे किससे कैसे बात करनी चाहिये और कैसी

भाईसा आपको नही पता इसने रुद्र के कमरे से चोरी की है ...... उत्तरा हा भाईसा .....

हमने खुद इसे लैपटॉप चुराते हुये देखा है ..... इसकी सिर्फ शकल ही काली नही नियत भी काली .... ऐश्वर्या बस ऐश्वर्या .....

एकांश चीखा और आगे कुछ बोल पाता इससे पहले ही आस्था बेहोश होकर गिर गयी . आज उसका रिजल्ट लगने वाला था और इसी टेंशन मे उसने सुबह से कुछ नही खाया था ..

ऐश्वर्या का इस तरह से उसे चोर बोलना उससे वो बहोत हर्ट हो चुकी थी .... और उपर से एकांश का गुस्सा .....

उसके आवाज से ही वो डर गयी और बेहोश होकर गिर गयी एकाश ने उसे अपनी गोद में उठाया और कमरे मे आकाश ने डॉक्टर को कॉल किया ले गया .

और कुछ ही देर मे डॉक्टर आ गये .. What haapend doctor ..... एकांश ने फिक्र से पुछा सदमा लगा हे उन्हें किसी बात का .... इस वजह से बेहोश हो गयी .....

She is very weak kunwarsa ...

शायद उन्होने काफी दिनो से ठीक से कुछ खाया भी नही हे .... मैने इन्जेक्शन दिया हे ....

ध्यान रखिये and make sure की वो ठीक से खाना खाए .... डॉक्टर

एकांश ने एक नजर उसकी तरफ देखा ..... आस्था काफी कमजोर लग रही थी ....

थकान उसके चेहरे पर साफ देखी जा सकती थी .... एकांश ने लंबी सांस ली .... और कहा दाईमाँ ....

आप इनका ध्यान रखिये और बाकी सब चलिये .... हमे बात करनी हे .... एकांश

सब हॉल मे आ गये .... एकांश ने गुस्से मे सब पर एक नजर डाली .. बाबा .... कहते हुये एकांश चुप हो गया ....

आपने आस्था की जिम्मेदारी ली थी .... तो फिर निभायी क्यु नही .... या फिर अपने बेटे की जिंदगी महफुज करके आप उनके बारे मे भुल गये ....

एकांश अपने गुस्से पर काबू रखते हुये हमने उनकी जिम्मेदारी आप पर दी थी एकांश .. अजिंक्य

तो वो हमारी जिम्मेदारी है ....

right .....

फिर से : आज से उनके जिंदगी के हर एक डिसीजन हम लेंगे ..... उनसे जुडी हुयी हर एक छोटी से छोटी और बड़ी से बड़ी बात का फैसला सिर्फ और सिर्फ हम करेंगे .. और सबको ये बात माननी होंगी ....

एकांश आस्था आपकी हमसफर हे .... तो उनसे जुडी हर एक बात का फैसला आप ले सकते हे एकांश .. अजिंक्य

हम्म ..... और एक बात आप सबमे से किसिने ..

किसिने भी आस्था को कुछ कहा या फिर उनसे मिसबिहेव किया तो उन्हे हमारे गुस्से का सामना करना होंगा ..... एकांश लेकीन भाईसा ..... उसने चोरी ..... ऐश्वर्या

आगे कुछ बोल पाती तभी तक एकांश ने उसे कहा

उसने नही उन्होंने .. उनकी इन्स्ल्ट हम बर्दाश्त नही करेंगे .. सवाल चोरी का .. उन्होंने ......

एकांश पत्नी हे वो हमारी .... और और रहा ऐसा क्या चुराया था

रुद्र का लैपटॉप .... ऐश्वर्या

What ..... ये क्या बोल रही हे आप ऐश्वर्या जिजीसा ..... छोटिसी भाभीसा ने कोई चोरी नही की . . उन्होंने हमसे पुछा था .... हमने ही उन्हें कहा था की आपको जो चाहिये वो ले ले .... और कॉल की वजह से हम बाहर चले गये ..

अभी वहा आया था उसने कहा रुद्र जो अभी उस गवार को आपके लैपटॉप से क्या काम ...

ऐश्वर्या जिसे आप गवार कह रही हे ना ऐश्वर्या .... वो स्टेट टॉपर हे .... और आज उनका रिजल्ट आने वाला इसिलिए उन्होने रुद्र का लैपटॉप लिया ..... था . एकांश

State topper ... उत्तरा ने हैरानी से कहा

Yes state topper ..... Aakash show them a result of Aastha ....... कहा

आकाश ने उन्हे आस्था के रिजल्ट की प्रिंट दिखाई . . सब हैरान हो गये .....

And one more thing both of you अगर आपको लगता है की हम आस्था की वजह से आप से बात नही कर रहे थे ..... तो अपनी ये गलतफहमी दूर कर दिजीये .... आप दोनो से ( ऐश्वर्या और उत्तरा ) बात नहीं करने का रीजन आपका बिहेवियर हे .... हमारी बहनो की सोच इतनी छोटी होंगी हमे पता नही था ..... और आप सब एक बात जान लिजिये आज के बाद आस्था को कोई भी कुछ नहीं बोलेंगा .... समझ गये .....

एकांश ने कहा और अपने रुम मे चला गया एक तरफ आस्था दवाई के असर गहरी नींद मे सो रही थी ..... ! आ रही थी .

वही एकांश को रात भर नींद नही अस्था के ग्रेड देखकर उसने सोच लिया था की वो आस्था को बेस्ट एजुकेशन देंगा .....

उसने आस्था के लिये बेस्ट कॉलेज सिलेक्ट किया ... और वही उसका एडमिशन कराने की सोची .. गयी .. अस्था की नींद लेट ही खुली ..... घड़ी मे आठ बज रहे थे .....

वो जल्दी से उठ गयी और नहाने चली बाथरूम से बाहर आने के बाद एक नौकर ***** . वहा आया

कुँवराणीसा आपको कुँवरसा बुला रहे है ..... नोकर

*****

आस्था डर गयी ..

उसे सिर्फ एकांश का चीखना और गुस्सा याद आ रहा था . , वैसे भी उसका एकांश से सामना दो बार ही हुआ था ....

पहली बार शादी वाले दिन और दुसरी बार कल .... दोनो बार उसने उसे बहोत गुस्से में देखा था ..... इस वजह से उसे बहोत डर लग रहा था ..... .वो बाहर गयी ....

एकांश उसे देखता ही रह गया .. बेबी पिंक कलर का चुडीदार ..... एक साइड ओढनी ली हुयी ..... खुले गीले घुटनो से निचे तक के बाल .... फ्रेश चेहरा ..... उसने अपने आप को खयालो से बाहर निकाला और कहा आस्था .... हमारे साथ बैठीये .... नाश्ता होने के बाद हमे आपसे जरूरी बात करनी हे .... एकांश

आस्था वैसे ही खड़ी रही ..

बैठीये .... एकांश ने थोडा जोर से कहा और आस्था झट से उसके पास के कुर्सी पर बैठ गयी ..... और नाश्ता करने लगी ..... एकांश उसे देख रहा था . ऊसने सोचा .... चींटी का खाना भी इनसे फास्ट ही होंगा .... तभी ये इतनी हल्की हे ....

इनसे ज्यादा वजन के तो मेरे डम्बल्स हे ..... और उसके चेहरे पर स्माइल आ गयी

😍😍😍😍

कुँवरजी .... ये ..... ये आ .... पके लिये .... आस्था ने एकांश को रोज देते हुये कहा ये किसलिए .....

एकांश वो .... वो .... आस्था खामोश हो गयी और नजरे उठाकर उपर देखा ....

एकांश ने जैसे ही उसकी आखें देखी बस देखता ही रह गया ..... उसकी वो हरी आखें .

उफ्फ .

उसकी नजरे आस्था की नजरो से उलझ गयी ..... और आस्था उसकी बाहों में चली गयी ..

अब ये सब क्यु हुआ .... ये नेक्स्ट पार्ट मे पता चलेंगा

See you in next part

तब तक keep commenting

Luv u too all off u 😘😘

Hey guys ......

आपके लिये न्यू स्टोरी लिख रही हु

...... लेकिन इसे कब पोस्ट करना हे ये आपके कमेंट पर डिपेंड हे

........ अगर आपको ये स्टोरी रीड करने के लिये पसंद आयी तो बहोत सारे

COMMENT किजीये

ताकी इसका पार्ट जल्दी जल्दी पोस्ट कर सकू

Thankyuuuu

" और इस डेस्टिनी का पाठ कल तक आ जाएगा "

Plzz guys support my first story

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To be continued .......... .......... .......

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